मुंबई : घाटे में चल रहे महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (एमएसआरटीसी) के राज्य सरकार में विलय की मांग को लेकर कर्मचारियों द्वारा जारी हड़ताल के कारण बुधवार को एमएसआरटीसी के सभी 250 डिपो पर बसों का संचालन बंद रहा. राज्य भर से आए एमएसआरटीसी के सैकड़ों कर्मचारी दोपहर में मुंबई में जमा हुए और अपनी मांग को लेकर आजाद मैदान में एक रैली की.
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने यह कहते हुए एमएसआरटीसी कर्मचारियों से हड़ताल खत्म करने की अपील की कि इसका सबसे ज्यादा असर गरीबों पर पड़ता है. उन्होंने हड़ताल कर रहे कर्मचारियों से समस्याओं के समाधान के लिए सरकार के प्रयास में सहयोग करने की भी अपील की है.
उद्धव ठाकरे ने बुधवार को कहा, 'गत कुछ दिनों से सरकार ने इस मुद्दे के समाधान के लिए कदम उठाए हैं. यहां तक उच्च न्यायालय ने एमएसआरटीसी के मुद्दे के समाधान के लिए राज्य सरकार द्वारा उठाए गए कदमों पर संतोष व्यक्त किया है.' उन्होंने कहा, 'इन परिस्थितियों में, मैं हाथ जोड़कर अपील करता हूं कि वे राज्य के लोगों को बंधक नहीं बनाएं.'
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार गत करीब दो साल से कोरोना वायरस की महामारी से लड़ रही है. उन्होंने कहा, 'इसलिए कृपया राज्य सरकार का सहयोग करें.'
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ठाकरे ने एमएसआरटीसी के कर्मचारियों को राजनीतिक लाभ के लिए उकसाने को लेकर विपक्षी दलों पर भी निशाना साधा और कहा कि यह राजनीति करने का समय नहीं है. एमएसआरटीसी के एक अधिकारी ने कहा, 'आज राज्य भर में सभी 250 डिपो बंद हैं. कल, कम से कम तीन डिपो चालू थे, लेकिन आज वे भी बंद हैं.'
एमएसआरटीसी के कर्मचारी, घाटे में चल रहे निगम के राज्य सरकार में विलय की मांग को लेकर 28 अक्टूबर से हड़ताल पर हैं.
(पीटीआई-भाषा)