लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) के कार्यकर्ता राज्य में हाल में संपन्न जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुख के चुनावों में भाजपा सरकार की कथित धांधली तथा जन समस्याओं के विरोध में आगामी 15 जुलाई को सूबे के सभी तहसील मुख्यालयों पर प्रदर्शन करेंगे.
सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने सोमवार को बताया कि ब्लॉक प्रमुख एवं जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनावों में भाजपा सरकार द्वारा धांधली के जरिए लोकतंत्र की हत्या के विरोध में, तथा जनसमस्याओं को लेकर आगामी 15 जुलाई को प्रदेश के सभी तहसील मुख्यालयों पर सपा कार्यकर्ता प्रदर्शन करेंगे और राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन सौंपेंगे.
उन्होंने बताया कि ज्ञापन में बढ़ती मंहगाई, बेरोजगारी, बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था, पत्रकारों पर लगातार हो रहे हमले और हत्याओं पर रोक तथा भाजपा सरकार द्वारा कराए जा रहे कथित संगठित अपराध को अविलम्ब बंद करने के साथ-साथ किसानों को लाभकारी मूल्य देने और न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी, किसान विरोधी कृषि कानूनों की तत्काल वापसी, डीजल-पेट्रोल-रसोई गैस, बीज, कीटनाशक दवाओं की मंहगाई पर रोक तथा ध्वस्त कानून व्यवस्था को दुरूस्त करने की भी मांग की जाएगी.
किसान भी करेंगे प्रदर्शन
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बकाया मूल्य और उस पर ब्याज भी नहीं दिए जाने के विरोध में राज्य के विभिन्न हिस्सों से गन्ना किसान आगामी 15 जुलाई को राजधानी लखनऊ में व्यापक आंदोलन करेंगे. राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के संयोजक सरदार वीएम सिंह ने कहा कि राज्य में चीनी मिलों पर किसानों का 11 हजार करोड़ रुपये गन्ना मूल्य अब भी बकाया है.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव के वक्त 14 दिन के अंदर किसानों का पूरा बकाया गन्ना मूल्य चुकाने या फिर उस पर ब्याज देने का वादा किया था लेकिन अभी तक उस पर अमल नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि अब 15 जुलाई को प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से हजारों किसान लखनऊ में अपने हक के लिए आंदोलन करेंगे.
सिंह ने कहा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विज्ञापन आते हैं कि हमने इतना बकाया गन्ना मूल्य चुका दिया लेकिन वह तो पिछले चार साल का आंकड़ा पेश करते हैं. उन्हें चीजों की समझ ही नहीं है. सरकार किसानों को बेवकूफ बना रही है.
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गौरतलब है कि सिंह ने पिछली 27 जून को मुख्यमंत्री योगी को लिखे पत्र में कहा था प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों से वादा किया था कि अगर हमारी सरकार आती है तो हम 14 दिन में गन्ना किसानों का बकाया भुगतान करेंगे नहीं तो ब्याज देंगे. उस वादे पर किसानों ने भाजपा की सरकार बनवाई लेकिन ना तो 14 दिन में भुगतान मिला और ना ही ब्याज का वादा निभाया गया.
(पीटीआई-भाषा)