नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस ने कबूतरबाजी रैकेट के खिलाफ देश के कई राज्यों में विशेष अभियान चलाया है. विदेश भेजने का झांसा देकर लोगों के साथ ठगी करने वालों के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने विशेष अभियान चलाया है. इसी अभियान के तहत फर्ज़ी वीज़ा पर लोगों को विदेश भेजने वाले 45 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. छह महीने में इस अभियान के तहत पुलिस ने पंजाब और गुजरात से 20 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनके तार देश-विदेश तक फैले हुए हैं.
फर्जी वीजा मुहैया कराने के आरोप में पति-पत्नी भी गिरफ्तार हो चुके हैं. इनसे पूछताछ में पोलैंड में बैठे एक सरगना के बारे में भी पुलिस को जानकारी मिली है. इस मामले में पुलिस की टीम आगे की कार्रवाई कर रही है. डीसीपी तनु शर्मा ने बताया कि फर्जी वीजा को लेकर चलाए गए स्पेशल ड्राइव को लेकर लगातार हमारी टीम काम कर रही है. इस पर टेक्निकल सर्विलांस व लोकल इंटेलिजेंस की भी मदद ली जा रही है.
इसी ड्राइव के तहत आईजीआई एसएचओ यशपाल सिंह की टीम ने पेरिस जा रहे एक हवाई यात्री की गिरफ्तारी के बाद इसी मामले में एक दंपति को भी गिरफ्तार किया था. दोनों पंजाब के रहने वाले हैं. आरोप है कि उन्होंने 12 लाख रुपए में एक हवाई यात्री को पोलैंड का फर्जी वीजा उपलब्ध कराया था. जिसे आईजीआई एयरपोर्ट पर पकड़ा गया था. आरोपी दंपति के कब्जे से कई पासपोर्ट, डेबिट कार्ड, मोबाइल और चेक बुक बरामद किए गए थे.
अब तक गिरफ्तार किए गए एजेंटों से पूछताछ से पुलिस को यह पता चला है कि यह फर्जी वीजा रैकेट दिल्ली से लेकर पंजाब, गुजरात, राजस्थान समेत कई राज्यों तक फैला हुआ है. पता चला है कि पश्चिमी दिल्ली के जनकपुरी डिस्ट्रिक्ट सेंटर में ऑफिस था. एजेंट द्वारका में फ्लैट किराए पर लेकर रहते थे. पुलिस ने दबिश दी तो पता चला कि जयपुर भाग गए. एजेंट ज्यादातर पंजाब और हरियाणा के साथ आसपास के लोगों को यूरोपीय देशों में भेजने के नाम पर ठगी करते हैं. शॉर्टकट से विदेश भेजने का लालच देकर लाखों की रकम की डीलिंग करते थे.
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