वॉशिंगटन: अमेरिकी अंतरिक्ष शोध संस्था नासा (NASA) ने स्पेसएक्स अंतरिक्ष यान से अपने चार वैज्ञानिकों को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर भेजा है. इन चार अंतरिक्ष यात्रियों में से एक रूसी अंतरिक्ष यात्री है, जबकि एक जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (Japan Aerospace Exploration Agency) का एक जापानी अंतरिक्ष यात्री है. नासा और जापानी अंतरिक्ष यात्रियों के साथ 20 वर्षों में पहली बार अमेरिका से एक रूसी अंतरिक्ष यात्री रवाना हुआ है.
रॉकेट ने बुधवार को दोपहर के बाद फ्लोरिडा में नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से उड़ान भरी. इसे गुरुवार को शाम 5 बजे से कुछ देर पहले स्पेस स्टेशन पर पहुंचना है. मिशन के यात्रियों में से एक क्रू-5 की रूसी अंतरिक्ष यात्री, अन्ना किकिना है. अंतरिक्ष यान पर उसकी उपस्थिति से पता चलता है कि यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के सामने अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर संयुक्त राज्य अमेरिका और रूस के बीच सहयोग जारी है.
बुधवार की उड़ान में चालक दल के अन्य सदस्य नासा के निकोल मान व जोश कसाडा और जापानी अंतरिक्ष एजेंसी JAXA के कोइची वाकाटा हैं. चारों अंतरिक्ष स्टेशन की कक्षा में आधा साल बिताएंगे. नासा और रोस्कोस्मोस, राज्य निगम जो रूसी अंतरिक्ष उद्योग की देखरेख करता है, उसने जुलाई में रूसी अंतरिक्ष यात्रियों को अमेरिकी रॉकेट और नासा के अंतरिक्ष यात्रियों को रूसी सोयुज रॉकेट पर उड़ाने के लिए एक समझौता पूरा किया.
व्यवस्था के हिस्से के रूप में, नासा के अंतरिक्ष यात्री फ्रैंक रुबियो ने पिछले महीने सोयुज पर लॉन्च किया था. बता दें कि किकिना स्पेसएक्स रॉकेट में सवार होने वाली पहली रूसी हैं. हाल के वर्षों में, यूक्रेन के युद्ध से पहले भी, रूसी और अमेरिकी अधिकारियों ने अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के भविष्य पर विचार किया था. कक्षा में चौकी पर साल 2000 से लगातार कब्जा कर लिया गया है और दोनों देशों द्वारा संयुक्त रूप से प्रबंधित किया जाता है.