हैदराबाद: तेलंगाना के करीमनगर जिले में इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है. यहां अपने बेटों के कारण बुजुर्ग दंपति को 20 दिनों तक गांव के कम्यूनिटी हॉल में रहना पड़ा. मामला सामने आने पर मंत्री गंगुला कमलाकर ने त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश दिया.
दरअसल, करीमनगर जिले के एक गांव में अइलैया अपनी पत्नी रावम्मा के साथ रहते थे. उनके तीन बेटे और दो बेटियां हैं. उन्होंने अपने दो बेटों को छह एकड़ जमीन दी और तीसरे बेटे को घर दिया, लेकिन बेटों ने अपने ही माता पिता को घर में रखने के बजाय घर के बाहर एक टीन शेड में रखा. इसके बाद घर से निकाले जाने पर बुजुर्ग दंपति वृद्धावस्था पेंशन से एक छोटा घर किराए पर लेकर रहने लगे.
तीन महीने पहले गांव के लोगों ने चर्चा की कि बेटों को अपने माता पिता को महीने का खर्च देना चाहिए. इसपर अइलैया और रावम्मा अपने दो बेटों के साथ रहने लगीं, लेकिन तीसरे बेटे ने अपने माता-पिता की सेवा करने से इनकार कर दिया. इसके कुछ ही दिनों बाद बड़े बेटे ने भी माता-पिता का सामान घर से बाहर फेंक दिया, जिसके बाद बुजुर्ग दंपति गांव के कम्युनिटी हॉल (जहां गांव के आयोजन होते हैं) में रहने को मजबूर हो गए और करीब 20 दिनों तक वहां रहे.
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घटना का पता चलने पर अइलैया की दोनों बेटियां सोमवार को उन्हें लेकर कलेक्टरेट पहुंचीं और अपने भाई के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. वहीं मंत्री गंगुला कमलाकर ने भी तहसीलदार को मामले में उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. वहीं गांव के लोग इन बेटियों की तारीफ करते नहीं थक रहे हैं.