नई दिल्ली : गोवा में हाल ही में दो नाबालिग लड़कियों से हुई रेप की वारदात और उस पर मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत द्वारा दिए गए बयान पर बवाल मचा हुआ है. मुख्यमंत्री ने कहा था कि बच्चों के माता-पिता को ध्यान देना चाहिए कि उनके बच्चे रात में कहां जा रहे हैं. इस बयान पर महिला समाजसेवी नीलम कटारा ने तीखा प्रतिक्रिया दी है.
उन्होंने कहा कि गोवा एक अच्छी कानून व्यवस्था वाला प्रदेश माना जाता है. वहां इस तरह की घटना होती है, तो वह बहुत ही शर्मनाक है. मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के बयान पर नीलम कटारा ने कहा कि वहां जो बदमाश घूम रहे थे उनका ध्यान कौन रखेगा. क्या गोवा की मुख्यमंत्री और पुलिस की कोई जिम्मेदारी नहीं बनती है? ऐसा लगता है कि गोवा में बदमाशों को पुलिस का कोई भय नहीं है.
नीलम कटारा ने कहा कि गोवा के मुख्यमंत्री का बयान गलत है इसके लिए उनको माफी मांगना चाहिए. इससे लगता है कि हम लोग कई दशक पीछे चले गए हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को ऐसे कदम उठाना चाहिए, जिससे बच्चे, बूढ़े और व्यस्क सभी आजादी से घूम सके.
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नीलम कटारा ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री के साथ-साथ उनकी पार्टी को भी जिम्मेदारी लेनी चाहिए कि जो बयान दिया गया है वह गलत है. इससे पल्ला नहीं झाड़ना चाहिए.
कटारा ने कहा कि जिस इलाके में रेप की वारदात हुई, उस इलाके के एसएचओ, एसपी की भी जिम्मेदारी फिक्स होनी चाहिए कि उस इलाके में यह वारदात कैसे हुई. इससे बदमाश ऐसी वारदात करने से डरेंगे. मुख्यमंत्री ने ऐसा बयान देकर इस घटना को छोटा बना दिया है. उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि नेताओं का जो सोचने का तरीका है वह गलत है. इसमें परिवर्तन लाने की जरूरत है.
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इसके अलावा कटारा ने कहा कि एक प्रदेश को सुचारु रूप से चलाने के लिए कानून व्यवस्था अच्छी हो. इसके लिए डीजीपी को भी माफी मांगनी चाहिए ताकि लोगों को लगे कि यह कोई छोटी सी घटना नहीं, बल्कि बड़ी घटना है. तब इससे वहां के क्रिमिनल डरे.
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बता दें कि रविवार को गोवा की राजधानी से करीब 30 किलोमीटर दूर बेनॉलिम बीच पर चार लोगों ने अपने आपको पुलिसकर्मी बताकर दो लड़कियों से कथित तौर पर बलात्कार किया था. साथ ही उन्होंने लड़कियों की पिटाई भी की. चारों आरोपियों में से एक सरकारी कर्मचारी है.