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भारत-बांग्लादेश सीमा पर मवेशियों और नकली नोटों की तस्करी बेरोकटोक जारी - Smuggling of cattle and fake currency

भारतीय सेना और बीएसएफ के लगातार प्रयासों के बावजूद भारत-बांग्लादेश सीमा पार से नकली भारतीय मुद्रा नोट (एफआईसीएन) और मवेशियों की तस्करी हो रही है. सरकार ने इसे लेकर 2021 के आंकड़े जारी किए हैं.

Smuggling of cattle along Indo-Bangladesh border
भारत-बांग्लादेश सीमा पर मवेशियों की तस्करी
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Published : Jan 2, 2023, 9:16 PM IST

नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा उठाए जा रहे कई कदमों के बावजूद, पिछले साल भारत-बांग्लादेश सीमा पर मवेशियों की तस्करी और नकली भारतीय मुद्रा नोट की आवाजाही बेरोकटोक जारी है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के गुवाहाटी फ्रंटियर ने 2022 में सबसे अधिक मवेशी (8,684) जब्त किए है. सीमा सुरक्षा एजेंसी ने 2022 में 4,096 किलोमीटर लंबी भारत-बांग्लादेश सीमा से कुल 18,288 मवेशियों को जब्त किया.

सीमा सुरक्षा एजेंसी के उत्तर बंगाल सीमा द्वारा 3,301 मवेशियों की दूसरी सबसे बड़ी संख्या जब्त की गई. बीएसएफ के मेघालय फ्रंटियर द्वारा 3,262 मवेशी, त्रिपुरा फ्रंटियर द्वारा 1,636 मवेशी, दक्षिण बंगाल फ्रंटियर द्वारा 1,027 और बीएसएफ के मिजोरम और कछार फ्रंटियर द्वारा 378 मवेशियों को जब्त किया गया. सरकारी आंकड़ों में आगे कहा गया है कि मवेशियों की तस्करी में गिरावट देखी जा रही है. जहां 2021 में 21,917 मवेशियों को जब्त किया गया था, वहीं 2020 में 46,809 मवेशियों को जब्त किया गया था.

हालांकि, पशु तस्करी में बीएसएफ कर्मियों की संलिप्तता ने स्थिति को और खराब कर दिया है. बीएसएफ ने 33 कर्मियों का कोर्ट-मार्शल किया है, जिनमें से ज्यादातर पशु तस्करी में शामिल हैं, जो 2021 में भारत-बांग्लादेश सीमा पर बेरोकटोक जारी है. बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जब भी मवेशी तस्करी में बीएसएफ कर्मियों की संलिप्तता सामने आती है, 'हम जांच करते हैं और नियमों के अनुसार उचित अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाती है.'

बीएसएफ ने 2022 में विभिन्न मूल्यवर्ग में 20,73,200 रुपये के नकली नोट जब्त किए. जब्त किए गए कुल नकली नोट में से 11,37,100 रुपये के नकली नोट बीएसएफ के मिजोरम और कछार फ्रंटियर द्वारा जब्त किए गए हैं, इसके बाद बीएसएफ के गुवाहाटी फ्रंटियर द्वारा 5.13 लाख रुपये के नकली नोट, बॉर्डर गार्डिंग एजेंसी के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर द्वारा 3,33,500 रुपये के नकली नोट जब्त किए गए हैं. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक पूर्वी सीमा पर बीएसएफ ने 4,581 लोगों को पकड़ा है.

जिनमें से 220 को गुवाहाटी फ्रंटियर द्वारा, 131 को मेघालय फ्रंटियर द्वारा, 473 को मिजोरम और कछार फ्रंटियर द्वारा, 462 को उत्तर बंगाल फ्रंटियर द्वारा, 2,961 को दक्षिण बेनल फ्रंटियर द्वारा और 334 को त्रिपुरा फ्रंटियर द्वारा पकड़ा गया था. सरकारी आंकड़ों में आगे कहा गया है कि बीएसएफ ने 2022 में पश्चिमी थिएटर में बड़ी सफलता हासिल की, जहां 22 पाकिस्तानी नागरिकों को गुजरात में, 3 को जम्मू से, 29 को पंजाब से और 10 को राजस्थान से पकड़ा गया. इसी तरह जम्मू से छह, पंजाब से दो और राजस्थान से एक तस्कर को पकड़ा गया.

बीएसएफ ने 2022 में पंजाब सेक्टर में 22 ड्रोन मार गिराए. आंकड़ों में आगे कहा गया है कि 536.546 किलोग्राम ड्रग्स और नशीले पदार्थ बीएसएफ द्वारा पश्चिमी सीमा के साथ जब्त किए गए हैं. बीएसएफ द्वारा पश्चिमी सीमा पर 67 हथियार और 918 गोला-बारूद भी जब्त किए गए. गौरतलब है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भारत-बांग्लादेश सीमा पर मवेशियों की तस्करी को रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं.

पढ़ें: आर्मी चीफ मनोज पांडे ने LoC पर जवानों से की मुलाकात, बढ़ाया हौसला

चौबीसों घंटे गश्त करके, नाके बिछाकर, अंतरराष्ट्रीय सीमा पर निगरानी चौकियों की स्थापना करके और सीमा चौकियों (बीओपी) की मौजूदा सुरक्षा को मजबूत करके सीमाओं पर प्रभावी नियंत्रण बीएसएफ द्वारा किया जा रहा है. अधिकारी ने कहा, 'सीमा पार अपराधों के लिए जिम्मेदारी के क्षेत्र की संवेदनशीलता का आकलन करने के लिए बीओपी की भेद्यता मानचित्रण की नियमित रूप से समीक्षा की जा रही है और तदनुसार, अतिरिक्त जनशक्ति, विशेष निगरानी उपकरण तैनात करके संवेदनशील बीओपी को मजबूत किया जा रहा है.'

नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा उठाए जा रहे कई कदमों के बावजूद, पिछले साल भारत-बांग्लादेश सीमा पर मवेशियों की तस्करी और नकली भारतीय मुद्रा नोट की आवाजाही बेरोकटोक जारी है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के गुवाहाटी फ्रंटियर ने 2022 में सबसे अधिक मवेशी (8,684) जब्त किए है. सीमा सुरक्षा एजेंसी ने 2022 में 4,096 किलोमीटर लंबी भारत-बांग्लादेश सीमा से कुल 18,288 मवेशियों को जब्त किया.

सीमा सुरक्षा एजेंसी के उत्तर बंगाल सीमा द्वारा 3,301 मवेशियों की दूसरी सबसे बड़ी संख्या जब्त की गई. बीएसएफ के मेघालय फ्रंटियर द्वारा 3,262 मवेशी, त्रिपुरा फ्रंटियर द्वारा 1,636 मवेशी, दक्षिण बंगाल फ्रंटियर द्वारा 1,027 और बीएसएफ के मिजोरम और कछार फ्रंटियर द्वारा 378 मवेशियों को जब्त किया गया. सरकारी आंकड़ों में आगे कहा गया है कि मवेशियों की तस्करी में गिरावट देखी जा रही है. जहां 2021 में 21,917 मवेशियों को जब्त किया गया था, वहीं 2020 में 46,809 मवेशियों को जब्त किया गया था.

हालांकि, पशु तस्करी में बीएसएफ कर्मियों की संलिप्तता ने स्थिति को और खराब कर दिया है. बीएसएफ ने 33 कर्मियों का कोर्ट-मार्शल किया है, जिनमें से ज्यादातर पशु तस्करी में शामिल हैं, जो 2021 में भारत-बांग्लादेश सीमा पर बेरोकटोक जारी है. बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जब भी मवेशी तस्करी में बीएसएफ कर्मियों की संलिप्तता सामने आती है, 'हम जांच करते हैं और नियमों के अनुसार उचित अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाती है.'

बीएसएफ ने 2022 में विभिन्न मूल्यवर्ग में 20,73,200 रुपये के नकली नोट जब्त किए. जब्त किए गए कुल नकली नोट में से 11,37,100 रुपये के नकली नोट बीएसएफ के मिजोरम और कछार फ्रंटियर द्वारा जब्त किए गए हैं, इसके बाद बीएसएफ के गुवाहाटी फ्रंटियर द्वारा 5.13 लाख रुपये के नकली नोट, बॉर्डर गार्डिंग एजेंसी के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर द्वारा 3,33,500 रुपये के नकली नोट जब्त किए गए हैं. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक पूर्वी सीमा पर बीएसएफ ने 4,581 लोगों को पकड़ा है.

जिनमें से 220 को गुवाहाटी फ्रंटियर द्वारा, 131 को मेघालय फ्रंटियर द्वारा, 473 को मिजोरम और कछार फ्रंटियर द्वारा, 462 को उत्तर बंगाल फ्रंटियर द्वारा, 2,961 को दक्षिण बेनल फ्रंटियर द्वारा और 334 को त्रिपुरा फ्रंटियर द्वारा पकड़ा गया था. सरकारी आंकड़ों में आगे कहा गया है कि बीएसएफ ने 2022 में पश्चिमी थिएटर में बड़ी सफलता हासिल की, जहां 22 पाकिस्तानी नागरिकों को गुजरात में, 3 को जम्मू से, 29 को पंजाब से और 10 को राजस्थान से पकड़ा गया. इसी तरह जम्मू से छह, पंजाब से दो और राजस्थान से एक तस्कर को पकड़ा गया.

बीएसएफ ने 2022 में पंजाब सेक्टर में 22 ड्रोन मार गिराए. आंकड़ों में आगे कहा गया है कि 536.546 किलोग्राम ड्रग्स और नशीले पदार्थ बीएसएफ द्वारा पश्चिमी सीमा के साथ जब्त किए गए हैं. बीएसएफ द्वारा पश्चिमी सीमा पर 67 हथियार और 918 गोला-बारूद भी जब्त किए गए. गौरतलब है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भारत-बांग्लादेश सीमा पर मवेशियों की तस्करी को रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं.

पढ़ें: आर्मी चीफ मनोज पांडे ने LoC पर जवानों से की मुलाकात, बढ़ाया हौसला

चौबीसों घंटे गश्त करके, नाके बिछाकर, अंतरराष्ट्रीय सीमा पर निगरानी चौकियों की स्थापना करके और सीमा चौकियों (बीओपी) की मौजूदा सुरक्षा को मजबूत करके सीमाओं पर प्रभावी नियंत्रण बीएसएफ द्वारा किया जा रहा है. अधिकारी ने कहा, 'सीमा पार अपराधों के लिए जिम्मेदारी के क्षेत्र की संवेदनशीलता का आकलन करने के लिए बीओपी की भेद्यता मानचित्रण की नियमित रूप से समीक्षा की जा रही है और तदनुसार, अतिरिक्त जनशक्ति, विशेष निगरानी उपकरण तैनात करके संवेदनशील बीओपी को मजबूत किया जा रहा है.'

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