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असम के सोनितपुर में सुरक्षा बलों ने छह बम बरामद किए - DHEKIAJULI ASSAM

ढेकियाजुली पुलिस और सेना के गजराज इंटेलिजेंस के संयुक्त अभियान में बम बरामद किए गए. पुलिस को संदेह है कि आने वाले क्रिसमस और नए साल के दौरान आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए एक प्रतिबंधित संगठन द्वारा बम लगाए गए थे. किसी भी समूह ने बम लगाने की जिम्मेदारी नहीं ली है.

DHEKIAJULI ASSAM
सुरक्षा बलों ने छह बम बरामद किए
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Published : Dec 22, 2022, 7:54 AM IST

तेजपुर (असम): सुरक्षा बलों ने असम के सोनितपुर जिले में एक पुल के नीचे से बुधवार को छह देसी बम बरामद किए. पुलिस के एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी. अधिकारी ने बताया कि सेना और पुलिस के संयुक्त गश्ती दल ने ढेकियाजुली इलाके में राष्ट्रीय राजमार्ग-15 पर चिराजुली पुल के नीचे विस्फोटक देखे. उन्होंने बताया कि बम बाद में निष्क्रिय कर दिये गए. अधिकारी ने बताया कि ऐसा संदेह है कि उग्रवादी संगठनों ने आगामी क्रिसमस और नये साल के समारोहों के दौरान शांति भंग करने के लिए ये बम रखे थे. हालांकि, अभी तक किसी भी उग्रवादी संगठन ने इसकी जिम्मेदारी नहीं ली है.

पढ़ें: चीन में कोविड की कोरोना वायरस संक्रमण की 3 लहरें आने का अंदेशा : स्वास्थ्य अधिकारी

यह घटना 19 दिसंबर को तेजपुर गजराज कोर में भारतीय सेना के पूर्वी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल राणा प्रताप कलिता के नेतृत्व में असम पुलिस महानिदेशक भास्करज्योति मोहंता के साथ एक सुरक्षा बैठक के बाद हुई. सेना और सुरक्षा बलों ने संभावित घटनाओं की पूर्व संध्या पर एक बैठक के बाद तिनसुकिया जिलों के पेंगरी में आतंकवाद विरोधी अभियान शुरू किया. सूत्रों के मुताबिक बम खुले में रखे जाने की असम सरकार की घोषणा के बाद हो सकता है कि किसी के पास इस तरह के हथियार हों और उसे घेर लिया जाए.

(एक्सट्रा इनपुट: पीटीआई-भाषा)

तेजपुर (असम): सुरक्षा बलों ने असम के सोनितपुर जिले में एक पुल के नीचे से बुधवार को छह देसी बम बरामद किए. पुलिस के एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी. अधिकारी ने बताया कि सेना और पुलिस के संयुक्त गश्ती दल ने ढेकियाजुली इलाके में राष्ट्रीय राजमार्ग-15 पर चिराजुली पुल के नीचे विस्फोटक देखे. उन्होंने बताया कि बम बाद में निष्क्रिय कर दिये गए. अधिकारी ने बताया कि ऐसा संदेह है कि उग्रवादी संगठनों ने आगामी क्रिसमस और नये साल के समारोहों के दौरान शांति भंग करने के लिए ये बम रखे थे. हालांकि, अभी तक किसी भी उग्रवादी संगठन ने इसकी जिम्मेदारी नहीं ली है.

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यह घटना 19 दिसंबर को तेजपुर गजराज कोर में भारतीय सेना के पूर्वी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल राणा प्रताप कलिता के नेतृत्व में असम पुलिस महानिदेशक भास्करज्योति मोहंता के साथ एक सुरक्षा बैठक के बाद हुई. सेना और सुरक्षा बलों ने संभावित घटनाओं की पूर्व संध्या पर एक बैठक के बाद तिनसुकिया जिलों के पेंगरी में आतंकवाद विरोधी अभियान शुरू किया. सूत्रों के मुताबिक बम खुले में रखे जाने की असम सरकार की घोषणा के बाद हो सकता है कि किसी के पास इस तरह के हथियार हों और उसे घेर लिया जाए.

(एक्सट्रा इनपुट: पीटीआई-भाषा)

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