कन्नूर : माकपा के वरिष्ठ नेता सीताराम येचुरी ( Sitaram Yechury) तीसरे कार्यकाल के लिए भी महासचिव के पद पर बने रहेंगे. रविवार को पार्टी के 23वें कांग्रेस स्थल पर इसकी घोषणा की गई. 23वीं पार्टी कांग्रेस के दौरान येचुरी को 17 सदस्यीय पोलित ब्यूरो और 85 सदस्यीय केंद्रीय समिति के साथ महासचिव के रूप में फिर से चुना गया. सीताराम येचुरी को पहली बार अप्रैल 2015 में विशाखापत्तनम में 21वीं पार्टी कांग्रेस के दौरान पार्टी महासचिव के रूप में चुना गया था. उन्हें 18 अप्रैल, 2018 को हैदराबाद में 22वीं पार्टी कांग्रेस में इस पद के लिए फिर से चुना गया था.
उन्हें प्रकाश करात के बाद पार्टी के महासचिव के रूप में चुना गया था, जिन्होंने 2005 से 2015 तक पद संभाला था. एलडीएफ के संयोजक और केरल माकपा के पूर्व कार्यवाहक सचिव ए. विजयराघवन को केरल से पोलित ब्यूरो का नया सदस्य बनाया गया है. अखिल भारतीय किसान सभा के अध्यक्ष अशोक दावले और दलित नेता राम चंद्र डोम भी पार्टी के सर्वोच्च निर्णय लेने वाले निकाय पोलित ब्यूरो में दो नए सदस्य हैं.
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पश्चिम बंगाल के राम चंद्र डोम पोलित ब्यूरो में शामिल होने वाले पहले दलित नेता बन गए हैं, जो माकपा की सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था है. बता दें कि हाल ही में सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने सीपीएम पोलित ब्यूरो में दलित प्रतिनिधित्व की कमी के लिए स्पष्टीकरण दिया था. उन्होंने कहा कि कई ऐतिहासिक कारण हैं कि दलित पंजाब में क्यों नहीं पार्टी के साथ आ रहा है, इसे दूर करना होगा. येचुरी ने कहा था कि पार्टी पंजाब में महिलाओं के कम प्रतिनिधित्व और दलित नेता की कमी से पूरी तरह से अवगत है और यह कमी अब दूर कर दी गई है.