कानपुर: शत्रु संपत्ति और 3 जून को कानपुर में हुई परेड हिंसा के मामले में आरोपी मुख्तार बाबा को एसआईटी ने गिरफ्तार किया है. मुख्तार बाबा कानपुर के नामी प्रतिष्ठान बाबा बिरयानी का मालिक है. बताया जा रहा है कि परेड हिंसा में मुख्तार का हाथ था. फिलहाल, एसआईटी की टीम मुख्तार से पूछताछ कर रही है. यह जानकारी संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी और पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीना ने साझा की है.
पकड़ा गया आरोपी कानपुर शहर में बाबा बिरयानी के नाम से कई दुकानों के संचालन का काम देखता है. बीते 3 जून को जुमे की नमाज के बाद हुए बवाल में पकड़े गए मुख्य हयात जफर हाशमी से पूछताछ के बाद मुख्तार बाबा का नाम सामने आया था. एसआईटी की पूछताछ में कानपुर हिंसा के मुख्य आरोपी जफर हाशमी ने बताया था कि मुख्तार बाबा ने उस दिन बवाल की साजिश में साथ दिया था.
शत्रु संपत्ति के मामले में सामने आया था नाम : कानपुर शहर में मुख्तार बाबा का नाम पिछले कई माह से चर्चा में था. कुछ माह पहले ही शत्रु संपत्ति प्रभारी दीपक पाल ने मुख्तार बाबा को उसके बेकनगंज स्थित संपत्ति (जिसे जिला प्रशासन ने शत्रु संपत्ति माना है) के मामले में नोटिस जारी किया था. इसके बाद जिला प्रशासन ने कुछ दिनों का समय देकर जवाब मांगा था. जबकि अभी तक मुख्तार बाबा की ओर से कोई जवाब दाखिल नहीं किया गया है.
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बेकनगंज स्थित जिस स्थान पर मुख्तार बाबा ने बिरयानी की दुकान संचालित कर रखी है, वहां कभी राम जानकी मंदिर हुआ करता था. जिला प्रशासन द्वारा शत्रु संपत्ति को लेकर कराए गए सर्वे में यह बात सामने आई थी. इसके बाद से ही मुख्तार बाबा के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई थी. जिला प्रशासन के पास मौजूद साक्ष्यों के आधार पर यह जानकारी भी सामने आई, कि मुख्तार ने बेकनगंज की संपत्ति एक पाक नागरिक से खरीदी थी. हालांकि पुलिस आयुक्त द्वारा गठित एसआइटी टीम ने मुख्तार को परेड बवाल में संलिप्तता के आधार पर गिरफ्तार किया है.
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