श्रीनगर : जम्मू कश्मीर के श्रीनगर स्थित रैनावारी इलाके (Srinagar's Rainawari) की एक सिख लड़की ने दूसरे समुदाय के लड़के के साथ शनिवार को अदालत में जाकर शादी कर ली, जिसके विरोध में सिख समुदाय (Sikh community) के लोगों ने बघाट बरजुल्ला इलाके में आज प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने उत्तर प्रदेश की तरह जम्मू-कश्मीर में भी धर्मांतरण विरोधी कानून (anti conversion law) लागू करने की मांग की और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की.
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि कश्मीर में सिख समुदाय को हमेशा नजरअंदाज किया गया है. उन्होंने कहा कि जब वे मामले में न्याय मांगने पुलिस के पास गए तो पुलिस ने उनकी अनदेखी की. आज के विरोध प्रदर्शन में कश्मीर के सिख समुदाय के अलावा दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्यों ने भी हिस्सा लिया. दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष (Delhi Sikh Gurdwara Management committee's president) मनजीत सिंह सरसा (Manjit Singh Sarsa) ने भी श्रीनगर में विरोध प्रदर्शन में भाग लिया.
ईटीवी भारत से बात करते हुए सिरसा ने आरोप लगाया कि सिख लड़कियों को धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया जाता है और फिर कश्मीर में शादी कर ली जाती है. उन्होंने कहा कि कश्मीर में अब तक ऐसी कई घटनाएं हुई हैं और जब भी सिखों ने आवाज उठाई तो उनकी हमेशा अनदेखी की गई.
प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने उत्तर प्रदेश में जो धर्मांतरण विरोधी कानून लागू किया है, उसे कश्मीर में भी लागू किया जाना चाहिए, ताकि यहां विभिन्न धर्मों के भीतर विवाह पर प्रतिबंध लगाया जा सके.
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प्रदर्शनकारियों ने बघाट चौक के पास यातायात जाम कर दिया, जिसके बाद श्रीनगर के एसएसपी मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया कि उनकी बातें सुनी जाएगी.
गौरतलब है कि शनिवार को 18 वर्षीय एक सिख लड़की ने अदालत में 45 वर्षीय मुस्लिम व्यक्ति से शादी की थी.