नई दिल्ली : भारत के दवा नियामक ने कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप के खिलाफ नये कोविड टीके के लिए एक दवा पदार्थ (ड्रग सब्सटेंस) बनाने संबंधी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) के प्रस्ताव को शुक्रवार को मंजूरी दे दी. आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी.
देश में कोविड-19 के दैनिक मामलों में वृद्धि की खबरों के मद्देनजर यह कदम काफी महत्वपूर्ण है. ओमीक्रोन स्वरूप के खिलाफ टीका अनुसंधान के लिए एसआईआई में सरकार और नियामक मामलों के निदेशक प्रकाश कुमार सिंह ने हाल में भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) को परीक्षण और विश्लेषण का आवेदन दिया था. सीरम ने सार्स-सीओवी-2 आरएस प्रोटीन (कोविड-19) रिकॉम्बिनेंट स्पाइक नैनोपार्टिकल वैक्सीन (ओमीक्रोन स्वरूप) के दवा पदार्थ के निर्माण की अनुमति मांगी थी.
एक आधिकारिक सूत्र ने सिंह के हवाले से बताया कि आवेदन में कहा गया है, 'जैसा कि आप जानते हैं, कोरोना वायरस के नये स्वरूप 'ओमीक्रोन' के मामले पहले ही 60 से अधिक देशों में सामने आ चुके हैं और यह दुनियाभर में और हमारे देश में भी बहुत तेजी से फैल रहा है. हमारे सीईओ अदार सी. पूनावाला बड़े पैमाने पर हमारे देश और दुनिया के नागरिकों को कोरोना वायरस और इसके नए स्वरूपों के खिलाफ सुरक्षा के बारे में बहुत चिंतित हैं, और हम सार्स-सीओवी-2 आरएस प्रोटीन (कोविड-19) रिकॉम्बिनेंट स्पाइक नैनोपार्टिकल वैक्सीन (ओमीक्रोन स्वरूप) के विकास पर अथक प्रयास कर रहे हैं.'
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एक आधिकारिक सूत्र ने बताया कि उनके आवेदन की समीक्षा के बाद, डीसीजीआई ने जांच, परीक्षण और विश्लेषण के लिए सार्स-सीओवी-2 आरएस ड्रग सब्सटेंस (ओमीक्रोन स्वरूप) के निर्माण की अनुमति दी है.
(पीटीआई-भाषा)