ETV Bharat / bharat

एसआईआई को DCGI से मिली ड्रग सब्सटेंस बनाने की मंजूरी - सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया

देश में ओमीक्रोन के बढ़ते मामलों के बीच भारत के दवा नियामक ने सीरम इंस्टीट्यूट को ओमीक्रोन के खिलाफ ड्रग सब्सटेंस (drug substance) बनाने की मंजूरी दे दी है. पढ़ें पूरी खबर.

(file photo)
प्रतीकात्मक फोटो
author img

By

Published : Dec 31, 2021, 10:03 PM IST

नई दिल्ली : भारत के दवा नियामक ने कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप के खिलाफ नये कोविड टीके के लिए एक दवा पदार्थ (ड्रग सब्सटेंस) बनाने संबंधी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) के प्रस्ताव को शुक्रवार को मंजूरी दे दी. आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी.

देश में कोविड-19 के दैनिक मामलों में वृद्धि की खबरों के मद्देनजर यह कदम काफी महत्वपूर्ण है. ओमीक्रोन स्वरूप के खिलाफ टीका अनुसंधान के लिए एसआईआई में सरकार और नियामक मामलों के निदेशक प्रकाश कुमार सिंह ने हाल में भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) को परीक्षण और विश्लेषण का आवेदन दिया था. सीरम ने सार्स-सीओवी-2 आरएस प्रोटीन (कोविड-19) रिकॉम्बिनेंट स्पाइक नैनोपार्टिकल वैक्सीन (ओमीक्रोन स्वरूप) के दवा पदार्थ के निर्माण की अनुमति मांगी थी.

एक आधिकारिक सूत्र ने सिंह के हवाले से बताया कि आवेदन में कहा गया है, 'जैसा कि आप जानते हैं, कोरोना वायरस के नये स्वरूप 'ओमीक्रोन' के मामले पहले ही 60 से अधिक देशों में सामने आ चुके हैं और यह दुनियाभर में और हमारे देश में भी बहुत तेजी से फैल रहा है. हमारे सीईओ अदार सी. पूनावाला बड़े पैमाने पर हमारे देश और दुनिया के नागरिकों को कोरोना वायरस और इसके नए स्वरूपों के खिलाफ सुरक्षा के बारे में बहुत चिंतित हैं, और हम सार्स-सीओवी-2 आरएस प्रोटीन (कोविड-19) रिकॉम्बिनेंट स्पाइक नैनोपार्टिकल वैक्सीन (ओमीक्रोन स्वरूप) के विकास पर अथक प्रयास कर रहे हैं.'

पढ़ें- SII ने वैक्सीन निर्यात फिर से शुरू किया, भारत बायोटेक के Covaxin को कनाडा ने दी मंजूरी

एक आधिकारिक सूत्र ने बताया कि उनके आवेदन की समीक्षा के बाद, डीसीजीआई ने जांच, परीक्षण और विश्लेषण के लिए सार्स-सीओवी-2 आरएस ड्रग सब्सटेंस (ओमीक्रोन स्वरूप) के निर्माण की अनुमति दी है.

(पीटीआई-भाषा)

नई दिल्ली : भारत के दवा नियामक ने कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप के खिलाफ नये कोविड टीके के लिए एक दवा पदार्थ (ड्रग सब्सटेंस) बनाने संबंधी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) के प्रस्ताव को शुक्रवार को मंजूरी दे दी. आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी.

देश में कोविड-19 के दैनिक मामलों में वृद्धि की खबरों के मद्देनजर यह कदम काफी महत्वपूर्ण है. ओमीक्रोन स्वरूप के खिलाफ टीका अनुसंधान के लिए एसआईआई में सरकार और नियामक मामलों के निदेशक प्रकाश कुमार सिंह ने हाल में भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) को परीक्षण और विश्लेषण का आवेदन दिया था. सीरम ने सार्स-सीओवी-2 आरएस प्रोटीन (कोविड-19) रिकॉम्बिनेंट स्पाइक नैनोपार्टिकल वैक्सीन (ओमीक्रोन स्वरूप) के दवा पदार्थ के निर्माण की अनुमति मांगी थी.

एक आधिकारिक सूत्र ने सिंह के हवाले से बताया कि आवेदन में कहा गया है, 'जैसा कि आप जानते हैं, कोरोना वायरस के नये स्वरूप 'ओमीक्रोन' के मामले पहले ही 60 से अधिक देशों में सामने आ चुके हैं और यह दुनियाभर में और हमारे देश में भी बहुत तेजी से फैल रहा है. हमारे सीईओ अदार सी. पूनावाला बड़े पैमाने पर हमारे देश और दुनिया के नागरिकों को कोरोना वायरस और इसके नए स्वरूपों के खिलाफ सुरक्षा के बारे में बहुत चिंतित हैं, और हम सार्स-सीओवी-2 आरएस प्रोटीन (कोविड-19) रिकॉम्बिनेंट स्पाइक नैनोपार्टिकल वैक्सीन (ओमीक्रोन स्वरूप) के विकास पर अथक प्रयास कर रहे हैं.'

पढ़ें- SII ने वैक्सीन निर्यात फिर से शुरू किया, भारत बायोटेक के Covaxin को कनाडा ने दी मंजूरी

एक आधिकारिक सूत्र ने बताया कि उनके आवेदन की समीक्षा के बाद, डीसीजीआई ने जांच, परीक्षण और विश्लेषण के लिए सार्स-सीओवी-2 आरएस ड्रग सब्सटेंस (ओमीक्रोन स्वरूप) के निर्माण की अनुमति दी है.

(पीटीआई-भाषा)

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.