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रेस्क्यू के दूसरे दिन चार और लोगों के मिले शव, मरने वालों की संख्या हुई 51 - 50 people died in direct bus accident

रास्ते में जाम होने के कारण ड्राइवर ने दूसरा रास्ता अपनाया, लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था. ड्राइवर के गाड़ी पर से नियंत्रण खोने के चलते यात्रियों से भरी बस बाणसागर डैम में गिर गई.

47 people died in direct bus accident
49 लोगों की हुई मौत
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Published : Feb 17, 2021, 8:42 AM IST

Updated : Feb 17, 2021, 2:21 PM IST

सीधी : मध्य प्रदेश में सीधी सड़क हादसे में आज दूसरे दिन भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. सुबह 6 बजे से शुरू हुए रेस्क्यू में दो और लोगों के शव मिले हुए हैं, जिसके बाद मरने वालों की संख्या बढ़कर 51 हो गई है. सीधी जिले के जिलाधिकारी रवींद्र कुमार चौधरी ने मरने वालों की संख्या बढ़ने की पुष्टि की है. वहीं, रेस्क्यू ऑपरेशन में 600 जवान तैनात किए गए हैं. इसके सात-साथ सीधी के पास के जिलों सिंगरौली, सतना और रीवा से भी पुलिस बल को बुलाया गया है.

इस घटना में अभी भी 5 लोगों के लापता होने की बात कही जा रही है. उधर, रेस्क्यू ऑपरेशन का दायरा बढ़ाकर तकरीबन 35 किलोमीटर का कर दिया गया है. बता दें कि मंगलवार को सीधी से सतना जा रही बस बाणसागर नहर में गिर गई थी. घटना में 47 लोगों की मौत हो गई थी.

हादसा कैसे हुआ ?

नहर में गिरी बस जबलनाथ ट्रेवेल्स की थी, जोकि हर दिन छुहिया घाटी के रास्ते सतना जाती थी. हादसे का सबसे बड़ा कारण रास्ते का संकरा होना माना जा रहा है. बस अपने तय रुट नेशनल हाई-वे नंबर 39 से सीधी से सतना जा रही थी, लेकिन घाटी के रास्ते में खराब सड़क और गढ्ढे की वजह से जाम लगा था. ड्राइवर जाम की वजह से बस को संकरे रास्ते से ले गया, जो नहर से लगकर निकलती है. ड्राइवर ने संतुलन खोया और हादसा हो गया.

कहा जा रहा है कि बस की क्षमता 32 सवारियों की थी. इसमें अवैध तरीके से 58 यात्रियों को ले जाया जा रहा था. रूट बदलने और संकरे रास्ते के चलते ये दुर्घटना हुई. मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं. रेलवे, एनटीपीसी और एएनएम के विभिन्न पदों के लिए एग्जाम के चलते बस में सवारियों की संख्या ज्यादा थी.

सरकार का मौत पर 'मरहम'

रामपुर नैकिन दुर्घटना में मौत का आंकड़ा 50 हो गया है. इस बीच राज्य और केंद्र सरकार ने मौत पर मरहम लगाने का एलान किया है. दुर्घटना में जान गंवाने वालों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए की सहायता राशि देने का एलान राज्य सरकार ने बीते दिन ही कर दिया था. जबकि प्रधानमंत्री कार्यालय ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए की सहायता राशि देने का एलान किया था. मृतकों में ज्यादा छात्र थे, जो प्रतियोगी परीक्षा देने के लिए सतना जा रहे थे. मध्य प्रदेश सरकार गृह-प्रवेशं कार्यक्रम करने जा रही थी, जिसमें केंदीय गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल होने वाले थे. इस हादसे के चलते इस कार्यक्रम को रद्द कर दिया था.

पढ़ें: शाबास शिवरानी ! जिसके साहस को मुख्यमंत्री शिवराज ने किया सलाम

शिवराज का स्टेटमेंट

सीएम शिवराज सिंह ने ट्विटर पर लिखा- इस दुर्घटना में हमारे जो भाई-बहन नहीं रहे, उनके परिजनों को पांच लाख रुपए की सहायता राशि तत्काल दी जाएगी. मेरी अपील है कि सभी धैर्य रखें. दुःख की इस घड़ी में सरकार और प्रदेश की जनता आपके साथ है. घटना पर सीएम लगातार नजर बनाए थे. उन्होंने बुधवार तक के अपने सभी कार्यक्रम निरस्त कर दिए. इस दुर्घटना के बाद दो लोगों की जान बचाने वाली बच्ची के साहस की तारीफ भी सीएम ने की है. सीएम ने ट्विटर पर लिखा- परहित सरिस धर्म नहि भाई, बेटी शिवरानी के साहस को प्रणाम करता हूं. अपनी जान की परवाह न करते हुए इस बेटी ने सीधी में घटनास्थल पर नहर में छलांग लगाकर दो नागरिकों की जान बचाई है. मैं बेटी को धन्यवाद देता हूं. पूरे प्रदेश को आप पर गर्व है.

सीधी : मध्य प्रदेश में सीधी सड़क हादसे में आज दूसरे दिन भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. सुबह 6 बजे से शुरू हुए रेस्क्यू में दो और लोगों के शव मिले हुए हैं, जिसके बाद मरने वालों की संख्या बढ़कर 51 हो गई है. सीधी जिले के जिलाधिकारी रवींद्र कुमार चौधरी ने मरने वालों की संख्या बढ़ने की पुष्टि की है. वहीं, रेस्क्यू ऑपरेशन में 600 जवान तैनात किए गए हैं. इसके सात-साथ सीधी के पास के जिलों सिंगरौली, सतना और रीवा से भी पुलिस बल को बुलाया गया है.

इस घटना में अभी भी 5 लोगों के लापता होने की बात कही जा रही है. उधर, रेस्क्यू ऑपरेशन का दायरा बढ़ाकर तकरीबन 35 किलोमीटर का कर दिया गया है. बता दें कि मंगलवार को सीधी से सतना जा रही बस बाणसागर नहर में गिर गई थी. घटना में 47 लोगों की मौत हो गई थी.

हादसा कैसे हुआ ?

नहर में गिरी बस जबलनाथ ट्रेवेल्स की थी, जोकि हर दिन छुहिया घाटी के रास्ते सतना जाती थी. हादसे का सबसे बड़ा कारण रास्ते का संकरा होना माना जा रहा है. बस अपने तय रुट नेशनल हाई-वे नंबर 39 से सीधी से सतना जा रही थी, लेकिन घाटी के रास्ते में खराब सड़क और गढ्ढे की वजह से जाम लगा था. ड्राइवर जाम की वजह से बस को संकरे रास्ते से ले गया, जो नहर से लगकर निकलती है. ड्राइवर ने संतुलन खोया और हादसा हो गया.

कहा जा रहा है कि बस की क्षमता 32 सवारियों की थी. इसमें अवैध तरीके से 58 यात्रियों को ले जाया जा रहा था. रूट बदलने और संकरे रास्ते के चलते ये दुर्घटना हुई. मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं. रेलवे, एनटीपीसी और एएनएम के विभिन्न पदों के लिए एग्जाम के चलते बस में सवारियों की संख्या ज्यादा थी.

सरकार का मौत पर 'मरहम'

रामपुर नैकिन दुर्घटना में मौत का आंकड़ा 50 हो गया है. इस बीच राज्य और केंद्र सरकार ने मौत पर मरहम लगाने का एलान किया है. दुर्घटना में जान गंवाने वालों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए की सहायता राशि देने का एलान राज्य सरकार ने बीते दिन ही कर दिया था. जबकि प्रधानमंत्री कार्यालय ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए की सहायता राशि देने का एलान किया था. मृतकों में ज्यादा छात्र थे, जो प्रतियोगी परीक्षा देने के लिए सतना जा रहे थे. मध्य प्रदेश सरकार गृह-प्रवेशं कार्यक्रम करने जा रही थी, जिसमें केंदीय गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल होने वाले थे. इस हादसे के चलते इस कार्यक्रम को रद्द कर दिया था.

पढ़ें: शाबास शिवरानी ! जिसके साहस को मुख्यमंत्री शिवराज ने किया सलाम

शिवराज का स्टेटमेंट

सीएम शिवराज सिंह ने ट्विटर पर लिखा- इस दुर्घटना में हमारे जो भाई-बहन नहीं रहे, उनके परिजनों को पांच लाख रुपए की सहायता राशि तत्काल दी जाएगी. मेरी अपील है कि सभी धैर्य रखें. दुःख की इस घड़ी में सरकार और प्रदेश की जनता आपके साथ है. घटना पर सीएम लगातार नजर बनाए थे. उन्होंने बुधवार तक के अपने सभी कार्यक्रम निरस्त कर दिए. इस दुर्घटना के बाद दो लोगों की जान बचाने वाली बच्ची के साहस की तारीफ भी सीएम ने की है. सीएम ने ट्विटर पर लिखा- परहित सरिस धर्म नहि भाई, बेटी शिवरानी के साहस को प्रणाम करता हूं. अपनी जान की परवाह न करते हुए इस बेटी ने सीधी में घटनास्थल पर नहर में छलांग लगाकर दो नागरिकों की जान बचाई है. मैं बेटी को धन्यवाद देता हूं. पूरे प्रदेश को आप पर गर्व है.

Last Updated : Feb 17, 2021, 2:21 PM IST
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