फिरोजाबाद: जनपद में बुधवार को तेजस एक्सप्रेस ट्रेन में एक तीन साल के बच्चे की मौत हो गई. दंपत्ति बिहार से दिल्ली अपने बच्चे का किडनी ट्रांसप्लांट कराने के लिए जा रहे थे. इस दौरान परिजनों के साथ चिकित्सकों की टीम भी मौजूद थी. परिजनों की सूचना पर तेजस ट्रेन को फिरोजाबाद जनपद के टूण्डला रेलवे स्टेशन पर रोक कर बच्चे के शव को उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया. परिजनों ने चिकित्सकीय टीम पर लापरवारी बरतने का आरोप लगाया है. जिसपर पुलिस ने चिकित्सीय उपकरण वेंटिलेटर, ऑक्सीजन सिलेंडर को कब्जे में लेकर सील कर दिया है.
झारखंड के जिला गिरिडीह के गांव नीमाडीह थाना गांवा निवासी पवन कुमार गुप्ता जोकि बिहार के दरभंगा जिले में सेंट्रल बैंक में कृषि अधिकारी के पद पर तैनात है. पवन का तीन साल का बेटा कृष्णा कार्तिकेय की तबियत ज्यादा खराब थी. जिसका इलाज पटना में चल रहा था. लेकिन अचानक ज्यादा तबीयत खराब होने पर उसे दिल्ली रेफर कर दिया गया. जिसपर पवन कुमार अपनी पत्नी नीलू देवी, पिता सहूलाल के साथ तेजस एक्सप्रेस से बेटे कृष्णा कार्तिकेय को दिल्ली लेकर जा रहे थे.
इस दौरान ट्रेन में चिकित्सीय टीम भी कृष्णा के साथ थी. जिसे निजी खर्चे पर पवन अपने साथ लेकर पटना से चल रहे थे. कृष्णा को चिकित्सकीय देखरेख में ऑक्सीजन सिलेंडर लगाकर वेंटिलेटर में रखकर लाया जा रहा था. लेकिन, रास्ते मे कृष्णा की मौत हो गई. पवन ने इसकी जानकारी रेलवे के अधिकारियों को दी. जिसके बाद नॉन स्टॉप ट्रेन को टूण्डला रेलवे स्टेशन पर रोका गया और कृष्णा के शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा दिया गया. परिजनों ने चिकित्सकीय टीम पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए पुलिस से शिकायत की. परिजनों का आरोप था कि मेडिकल टीम पैसे लेने के बाद भी ऑक्सीजन की व्यवस्था नहीं कर सकी, जिससे बच्चे की मौत हुई है.
थाना प्रभारी जीआरपी टूण्डला अख्तर अली ने बताया कि मेडिकल टीम के उपकरण वेंटिलेटर और ऑक्सीजन सिलेंडर को सील कर दिया है. बालक की किडनी और लीवर दोनों खराब थे. जिनका ट्रांसप्लांट कराने के लिए परिजन दिल्ली ले जा रहे थे. रास्ते मे बालक की मौत हो गई है. इस मामले में मेडिकल टीम की कितनी लापरवाही है, इसकी जांच की जा रही है.