मुंबई: महाराष्ट्र में चल रहे राजनीतिक संकट के बीच बयानबाजी तीखी और तेज हो गई है. शिवसेना सांसद संजय राउत ने बागी नेताओं की खबरों को आक्रामक रूप से लेना शुरू कर दिया है. उन्होंने ट्वीट कर बागी नेताओं दीपक केसरकर और गुलाबराव पाटिल के खिलाफ तीखी आलोचना की.
शिवसेना नेता संजय राउत ने ट्वीट किया, 'बाप बदलने की बातें कौन कर रहा है देखिये जरा... श्रीमान केसरकर, थोड़ा संयम रखिये. पहाड़, झाड़ी, प्रकृति में विवेक न खोएं. आप इन्हें जानते हो न? जय महाराष्ट्र.' शिवसेना सांसद संजय राउत ने बागी विधायक दीपक केसरकर और अन्य बागी विधायकों पर जमकर निशाना साधा है. दीपक केसरकर के आवास पर पत्थर फेंका गया. यह विधायक दीपक केसरकर का कार्यालय भी है.
केसरकर की गुट को मान्यता देने की मांग: शिवसेना बागी विधायकों के खिलाफ आक्रामक हो गई है. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, मंत्री आदित्य ठाकरे और सांसद संजय राउत बागियों की आलोचना करते रहे हैं. साथ ही उनसे महाराष्ट्र आने की अपील की जा रही है. अब बागी विधायक दीपक केसरकर ने इस पर अपनी राय रखी है. अन्य दो विधायक हमारे समूह में शामिल हो गए.
केसरकर ने स्पष्ट किया है कि उनके समर्थन से हमारी संख्या बढ़कर 51 हो जाएगी. हम 3 से 4 दिन में निर्णय लेकर महाराष्ट्र आएंगे. दीपक केसरकर ने कहा कि शिंदे समूह के विधायकों को विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव का सामना करना पड़ेगा. हालांकि, पहले एकनाथ शिंदे समूह पर विचार किया जाना चाहिए. केसरकर ने यह भी कहा है कि हम महाविकास अघाड़ी सरकार के साथ नहीं जाएंगे.
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पार्टी में शामिल होने से पहले आप कौन थे? ऐसा ही सवाल पेश करते हुए एकनाथ ने शिंदे पर आलोचना का बाण चला दिया. गुलाबराव पाटिल पंतपरी चलाते थे. प्रकाश सुर्वे सब्जी बेचते थे, संदीपन भुमारे एक चीनी कारखाने में सुरक्षा गार्ड थे. उन्हें पार्टी ने बड़ा बनाया था. शिवसेना पार्टी में ऐसा कोई व्यक्ति नहीं है. पार्टी द्वारा दी गई ताकत और अवसर के कारण ही आज आम कार्यकर्ता मंत्री पद पर जा सका है. कुछ इसे अब भूल चुके हैं. राउत ने रविवार को बागी विधायकों सहित भाजपा पर निशाना साधा.