भोपाल : गैस पीड़ित कल्याणी महिलाओं को एक हजार रुपये की मासिक पेंशन फिर से सरकार शुरू करने जा रही है. ये गैस पीड़ितों को आजीवन दी जाएगी.
भोपाल गैस त्रासदी को बीते 36 साल हो चुके हैं और इस मौके पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इसकी घोषणा की. इस मौके पर श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने एलान किया है कि गैस पीड़ितों की पेंशन फिर शुरू की जाएगी. इसके अलावा यूनियन कार्बाइड परिसर की जमीन पर स्मारक बनाया जाएगा. ये स्मारक आने वाली पीढ़ियों को इस त्रासदी की याद दिलाएगा और दुनिया को सीख भी देगा. मुख्यमंत्री ने जहरीले कचरे को नष्ट करने के लिए तमाम उपाय अपनाने के निर्देश गैस राहत मंत्री विश्वास सारंग को दिए हैं.
वैज्ञानिक तरीके से नष्ट किया जाएगा जहरीला कचरा
इस मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, यूनियन कार्बाइड परिसर में जहरीले कचरे के निपटान के लिए जो भी वैज्ञानिक तरीका होगा, उसे अपनाया जाएगा. इस दिशा में प्रयास किए जाएंगे. यदि इंसीनरेटर में जलाना है, तो इसके लिए भी सहमति बनाई जाएगी.
गैस पीड़ितों की पेंशन फिर हुई शुरू
कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गैस पीड़ित महिलाओं से मुलाकात की. मुख्यमंत्री ने उन्हें भरोसा दिलाया कि गैस पीड़ितों को पूर्व में एक हजार मासिक पेंशन दी जा रही थी, उसे फिर शुरू करने के निर्देश दिए जा चुके हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार जल्द ही ऐसी व्यवस्था करेगी की भविष्य में इस पेंशन को बंद ना किया जा सके.
सभी धर्मगुरुओं ने दिया संदेश, मृतकों को दी गई श्रद्धांजलि
भोपाल के बरकतउल्ला भवन में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में सभी धर्मों के गुरुओं ने शांति का संदेश दिया. इसके बाद गैस त्रासदी में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी गई.
पढ़ें :- भोपाल गैस त्रासदी: भू-जल को जहरीला कर रहा फैक्ट्री में दफन कचरा
गौरतलब है कि 2 और 3 दिसंबर 1984 की दरमियानी रात भोपाल के यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री से निकली जहरीली गैस से करीब तीन हजार लोगों की मौत हो गई थी. जहरीली गैस की चपेट में आए लोग पूरी तरह से प्रभावित हुए हैं.