मुंबई : शिवसेना सांसद संजय राउत ने रविवार को कहा कि उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश और गोवा में अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव लड़ेगी. उन्होंने दावा किया कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसान संगठनों ने उनकी पार्टी को समर्थन देने की इच्छा जताई है.
मुंबई में संवाददाताओं से बातचीत में राउत ने कहा कि शिवसेना उत्तर प्रदेश में 80 से 100 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी जबकि गोवा में पार्टी करीब 20 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. उत्तर प्रदेश में विधानसभा की कुल 403 और गोवा में 40 सीटें हैं.
राज्यसभा सदस्य ने कहा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसान संगठनों ने शिवसेना का समर्थन करने की इच्छा जताई है और हम छोटी पार्टियों के साथ भी गठबंधन कर सकते हैं. गोवा में एमवीए जैसे समीकरण के रास्ते तलाशे जा रहे हैं. देखिए, हमें इसमें कितनी सफलता मिलती है.
राउत ने कहा कि इन दो राज्यों में शिवसेना के कार्यकर्ता हैं और पार्टी सफलता और विफलता को किनारे कर चुनाव लड़ती रही है.
महाराष्ट्र में शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस की मिलीजुली महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार है.
गुजरात के मुख्यमंत्री पद से विजय रूपाणी के इस्तीफे के बारे में पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा, यह भाजपा का आंतरिक मामला है, बाहर के लोगों को इस पर टिप्पणी करने की जरूरत नहीं है. मैं रूपाणी को तब से जानता हूं, जब वह मेरे साथ राज्यसभा के सदस्य थे.
उन्होंने दावा किया कि पिछली बार गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा बस बहुमत का आंकड़ा (182 सीटों वाली विधानसभा में) किसी तरह पार कर गई थी. पार्टी के लिए इस बार हालात अच्छे नहीं हैं.
यह भी पढ़ें- महाराष्ट्र के गौरव का अपमान करने वालों के साथ है क्या भाजपा?, संजय राउत ने पूछा
वहीं, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के राष्ट्रीय स्तर पर भूमिका के संबंध में पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा, 'ठाकरे के पास राष्ट्रीय नेता बनने की क्षमता है. महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री राष्ट्रीय नेता होता है.'
बता दें, उत्तर प्रदेश शिवसेना प्रमुख ठाकुर सिंह ने शनिवार को कहा था कि राज्य की योगी सरकार ब्राह्मणों के साथ अच्छा व्यवहार नहीं कर रही है और महंगाई तथा बेरोजगारी अपने चरम पर है. ऐसे में पार्टी ने उत्तर प्रदेश की सभी 403 सीटों पर उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है.