शिमला: हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में पिछले 3-4 दिनों से लगातार हो रही बारिश ने मुश्किलें बढ़ा दी हैं. जगह-जगह भूस्खलन और यातायात बाधित होने की घटनाएं सामने आ रही हैं. इसमें शिमला के अलावा वाकनाघाट सुबाथू मार्ग पर दो जगहों पर भूस्खलन होने से मार्ग पूरी तरह अवरुद्ध हो गया है.
राजधानी शिमला में यूएस क्लब स्थित होम गार्ड कार्यालय के पास गुरुवार देर रात भूस्खलन के कारण सड़क अवरुद्ध हो गई है. पहाड़ी से पत्थर और मलबा सड़क पर आ गया है, जिसके चलते यूएस क्लब से माल रोड की ओर जाने वाला रास्ता बंद है. वहीं भूस्खलन के चलते रोपवे की सड़क का एक हिस्सा पूरी तरह से धंस गया है, जिससे वाहनों आवाजाही बंद हो गई है.
बता दें कि इसी रास्ते से होते हुए कई आला अधिकारी रोज आते-जाते हैं. उपायुक्त, एसपी शिमला व हाई कोर्ट के जज सहित कई सरकारी आवास और कार्यालय के लिए इसी रास्ते से होकर जाना पड़ता है. रास्ते को दुरुस्त करने का काम शुरू कर दिया गया है, जिसे जल्द ही खोल दिया जाएगा. हिमाचल प्रदेश से मानूसन ने विदा होने से पहले मौसम ने कड़े तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं. मौसम विभाग की ओर से जारी येलो अलर्ट के बाद गुरुवार सुबह से ही शिमला सहित प्रदेश के कई हिस्सों में जमकर बारिश हुई, जबकि किन्नौर की ऊंची चोटियों पर बर्फबारी भी हुई है. जिसके चलते अधिकतम तापमान में तीन से चार डिग्री की गिरावट आई है.
इसी तरह वाकनाघाट-सुबाथू मार्ग बंद होने से सोलन-शिमला जाने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए लोग सड़क से पेड़ और मलबा हटाते दिखाई दिए, लेकिन मलबा अधिक होने के चलते मार्ग का पूरी तरह से खुल पाना अभी मुश्किल है. लोगों को पैदल ही एनएच तक पहुंचना पड़ रहा है.
वहीं, सोलन के पुराना बस स्टैंड के समीप बनी टैक्सी व ऑटो पार्किंग स्थल पर भी पेड़ अचानक ही गिर गया. पेड़ के गिरने से वहां खड़ीं तीन टैक्सियों को नुकसान पहुंचा है. लोक निर्माण विभाग इन मार्गों को खोलने का कार्य युद्धस्तर पर कर रहा है और बारिश से हुए नुकसान का आकलन भी किया जा रहा है. बारिश के चलते जिलाभर में लोक निर्माण विभाग को करोड़ों रुपये की चपत लगी है.
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