खटीमा: उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में बुधवार रात से हो रही बारिश के कारण चंपावत जिले के तराई क्षेत्र टनकपुर-बनबसा से होकर बहने वाली शारदा नदी ने विकराल रूप धारण कर लिया है. नदी के बढ़े जलस्तर को देखते हुए बैराज प्रशासन ने रेड अलर्ट घोषित कर दिया है. साथ ही बैराज से छोड़े जाने वाले पानी की जद में आने वाले उत्तर प्रदेश के पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, गोंडा, बहराइच जिलों के प्रशासन को सतर्क रहने के लिए सूचित कर दिया है.
चंपावत जिले के पहाड़ी क्षेत्रों में 9 अगस्त की रात से हो रही लगातार भारी बारिश के कारण नेपाल सीमा से लगे तराई क्षेत्र टनकपुर-बनबसा से होकर बहने वाली शारदा नदी उफान पर आ गई है. नदी के बढ़े जलस्तर को देखते हुए शारदा बैराज प्रशासन ने बनबसा बैराज के 14 फाटक खोल दिए हैं. साथ ही बैराज पर रेड अलर्ट घोषित कर बैराज पुल से होने वाले भारत-नेपाल जाने भारी वाहनों के आवागमन को भी रोक लगा दी है.
एक लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ा: शारदा बैराज की देखरेख का जिम्मा संभाल रहे उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के एसडीओ प्रशांत कुमार वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि बैराज से उत्तर प्रदेश के पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, गोंडा, बहराइच जिलों की तरफ 1 लाख 60 हजार क्यूसेक के करीब पानी छोड़ा गया है. हालांकि, सुबह से बारिश थमने के कारण बैराज में पानी की मात्रा घटी है. लेकिन अगर पहाड़ों पर फिर बारिश शुरू हुई तो नदी का जलस्तर फिर बढ़ सकता है. ऐसे में बैराज पर रेड अलर्ट घोषित कर दिया गया है. बैराज पुल से होने वाले वाहनों के आवागमन को भी रोक दिया गया है.
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ऋतु खंडूड़ी ने लिया आपदा प्रभावित क्षेत्रों का जायजा: उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष व कोटद्वार विधायक ऋतु खंडूड़ी ने कोटद्वार के आपदा से विभिन्न क्षेत्रों में हुए नुकसान का जायजा लिया. ऋतु खंडूड़ी ने कौड़िया, गाड़ीघाट, काशीरामपुर तल्ला, रतनपुर, बेहड़ा स्रोत, आम पढ़ाव, शिवपुर, मोटाढ़ाग, देवी रोड क्षेत्र में आपदा से हुए नुकसान का जायजा लिया. इसके बाद ऋतु खंडूड़ी ने बारिश के कारण हुए नुकसान का आकलन करने और रिपोर्ट सरकार को प्रस्तुत करने के डीएम को निर्देश दिए. ऋतु खंडूड़ी ने कौड़िया वार्ड नंबर 7 में आपदा प्रभावितों के लिए बनाए गए राहत शिविर में लोगों को भोजन भी वितरित किया.