शामली: यूपी-हरियाणा को विभाजित करने वाली यमुना नदी का एरिया इन दिनों दोनों राज्यों की पुलिस के लिए फ्री हैंड साबित हो रहा है. शामली के बार्डर एरिया में हरियाणा पुलिस की धींगामुश्ती किसी से छिपी नहीं है. जिसको लेकर कई बार हरियाणा पुलिस पर स्थानीय लोगों के बड़े हमले भी हो चुके है. बार्डर क्षेत्र में यूपी पुलिस के कारनामे भी रह-रहकर सामने आते रहते हैं.
शामली से डंपर को ले गए समालखा और की कार्रवाई
दरअसल, पिछले दिनों मुजफ्फरनगर निवासी डंपर मालिक दिलशाद ने शामली के उच्चाधिकारियों को शिकायत की थी. दिलशाद ने बताया था कि गत 19 अक्टूबर की रात करीब दस बजे शामली के मामौर खनन स्थल से मेरठ निवासी चालक सुल्तान उसके डंपर में रेत भरकर गोरखपुर के लिए जा रहा था. इसी बीच यमुना तटबंध से गुजरते समय हरियाणा राज्य की खनन विभाग एवं प्रवर्तन विभाग की टीमें जबरदस्ती डंपर को अपने साथ पकड़कर ले गई थी. इसके बाद समालखा क्षेत्र में ले जाकर टीम ने डंपर पर 86 हजार रुपये का जुर्माना लगाते हुए उसे सीज कर दिया था. आरोप यह भी था कि चालक की जेब से रुपये भी निकाल लिए गए थे. इस पूरे प्रकरण की जांच एसपी अभिषेक ने सीओ कैराना अमरदीप मौर्य को सौंपी थी.
बार्डर चेकपोस्ट के सीसीटीवी में हुए कैद
प्रकरण की जांच के दौरान शामली के हरियाणा बार्डर एरिया में पड़ने वाली यमुना ब्रिज चौकी पर लगे सीसीटीवी कैमरों में हरियाणा राज्य की टीम डंपर को ले जाती नजर आई थी. इसके बाद हरियाणा पुलिस की करतूत जब उजागर हुई, तो रविवार को शामली पुलिस द्वारा कैराना में आई हरियाणा पुलिस की उस बुलेरो गाड़ी को सीज कर दिया, जो डंपर को जनपद की सीमा से लेकर हरियाणा ले गई थी. हरियाणा पुलिस लिखी बोलेरो गाड़ी में पुलिसकर्मी की कैप तथा कुछ फाइल भी रखी हुई थी. हालांकि इस कार्रवाई के बाद स्थानीय पुलिस द्वारा बताया गया कि वह गाड़ी कैराना के पानीपत रोड पर लावारिस हालत में खड़ी हुई थी, जिसमें चाबी भी लगी थी. इस गाड़ी से लोगों को असुविधा हो रही थी, जिस पर उसे सीज किया गया है. उधर, जानकारी मिली है कि इस पूरे प्रकरण में सीओ कैराना अमरदीप मौर्य ने जांच रिपोर्ट तैयार कर एसपी शामली को भेज दी है.
सीओ कैराना ने एसपी को सौंपी जांच रिपोर्ट
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक प्रकरण उजागर होने के बाद हरियाणा पुलिस की संबंधित टीम सांठ-गांठ करने के लिए कैराना कोतवाली पहुंची थी. टीम ने मामला रफा-दफा करने के लिए सिफारिशें की थी, लेकिन स्थानीय पुलिस ने टीम की गाड़ी को सीज कर दिया. फिलहाल यह पूरा प्रकरण सुर्खियों में है. सीओ कैराना ने बताया कि हरियाणा की टीम ने यूपी की सीमा से डंपर ले जाकर लापरवाही भरी कार्रवाई की है. प्रकरण के संबंध में एसपी शामली को जांच रिपोर्ट भेजी गई है. शामली पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक रेत से भरे डंपर को हरियाणा में ले जाकर चालान करने के मामले में हरियाणा राज्य प्रवर्तन ब्यूरो के एसआई महावीर, एएसआई कुलदीप व रोशन लाल तथा गाड़ी चालक प्रदीप के विरूद्ध रिपोर्ट तैयार की गई. शामली एसपी ने चारों पुलिसकर्मियों के विरूद्ध कार्रवाई के लिए एसपी पानीपत को रिपोर्ट भेज दी है.
अवैध छापेमारी से तंग दोनों राज्यों के लोग
गौरतलब है कि कुछ महीने पहले शामली पुलिस द्वारा भी हरियाणा से माल लदा ट्रक यूपी लाने का मामला सुर्खियों में छाया था. इसके अलावा हरियाणा पुलिस द्वारा भी ऐसे मामले अक्सर तूल पकड़ते रहते हैं. बार्डर एरिया में हरियाणा पुलिस की अवैध छापेमारी और धनवसूली के लिए लोगों को उठाकर ले जाने वाली कार्रवाई भी अक्सर सामने आती रहती है. गत 26 सितंबर को हरियाणा पुलिस की सिविल वर्दी में टीम बदमाशों का पीछा करते हुए कैराना पहुंची थी, लेकिन बदमाश फरार हो गए थे. उस समय हरियाणा पुलिस ने कैराना कोतवाली में आमद तक दर्ज नहीं कराई गई थी. इससे पूर्व शामली के केरटू में एक अपराधी को पकड़ने के लिए आई हरियाणा एसटीएफ पर ग्रामीणों ने हमला बोल दिया था, वहीं कुछ दिनों पहले शामली के चौसाना में भी पहुंची हरियाणा पुलिस ने बारात ले जा रहे दूल्हे को भी हिरासत में ले लिया था, लेकिन बाद में ग्रामीणों के विरोध के बाद उसे छोड़ दिया गया था.
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