जयपुर. शाही ट्रेन पैलेस ऑन व्हील्स आज गुरुवार सुबह जयपुर के गांधीनगर रेलवे स्टेशन पहुंची. जयपुर पहुंचने पर देशी-विदेशी सैलानियों का राजस्थानी ठाट बाट के साथ स्वागत किया गया. इस वर्ष के पर्यटन सत्र की पहली शाही ट्रेन आज जयपुर पहुंची है. भारत सहित यूएसए, ब्रिटिश, ऑस्ट्रेलिया, वियतनाम, सिंगापुर और श्रीलंका के पर्यटक पिंक सिटी पहुंचे. शाही ट्रेन में कुल 56 देशी-विदेशी पर्यटक भ्रमण पर पहुंचे हैं. शाही ट्रेन में 82 यात्रियों की क्षमता के 19 कोच हैं. बुधवार रात को आरटीडीसी अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड ने शाही ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर दिल्ली से रवाना किया था.
राजस्थान पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष धर्मेन्द्र राठौड़ के मुताबिक राजस्थान सरकार ने प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नई पर्यटन पॉलिसी बनाने के साथ ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई नए पर्यटन सर्किट बनाए हैं. पर्यटकों की सुविधाओं के लिए इस ट्रेन के इंटीरियर में काफी बदलाव किए गए हैं. इस वर्ष विश्व प्रसिद्ध शाही रेलगाड़ी इस सत्र की पहली ऑपरेशनल यात्रा में भारत सहित यूएसए, ब्रिटिश, ऑस्ट्रेलिया, वियतनाम, सिंगापुर और श्रीलंका के मिलाकर कुल 56 देशी-विदेशी पर्यटक सफर कर रहे हैं. यह यात्रा पहले दिन बुधवार को दिल्ली से प्रस्थान कर गुरुवार को जयपुर पहुंची. गुरूवार को पिंक सिटी जयपुर का भ्रमण करने के बाद तीसरे दिन शुक्रवार को रणथम्भौर टाईगर डेन के लिए प्रसिद्ध सवाई माधोपुर और चित्तौड़गढ़ दुर्ग जाएगी. चौथे दिन शनिवार को झीलों की नगरी उदयपुर, पाचवें दिन रविवार को जैसलमेर के सोनार किले और पटवों की हवेली भ्रमण करने के बाद सैलानी सम के धोरों पर केमल सफारी का आनंद लेंगे. छठे दिन सोमवार को सूर्य नगरी जोधपुर उनका पड़ाव रहेगा. इन रमणीय स्थलों की सैर करने के बाद अंतिम सातवें दिन मंगलवार को विश्व धरोहर में शामिल भरतपुर धना पक्षी अभ्यारण्य और आगरा में दुनिया के सातवें अजूबे ‘ताजमहल’ का भ्रमण कर सैलानी अपनी विस्मरणीय यात्रा पूरी कर 4 अक्टूबर बुधवार को सवेरे वापस नई दिल्ली पहुंचेंगे.
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शाही ट्रेन की खासियत: आरटीडीसी अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ के मुताबिक 82 यात्रियों की क्षमता से युक्त इस ट्रेन में 19 कोच हैं, जिसमें डीलक्स सैलून हैं. जिनके नाम राजस्थान की पूर्व रियासतों अलवर, भरतपुर, बीकानेर, बूंदी, धौलपुर, डूंगरपुर, जैसलमेर, जयपुर, झालावाड़, जोधपुर, किशनगढ़ कोटा, सिरोही और उदयपुर के नाम पर रखे गए हैं. ट्रेन में सुइट्स भी हैं. जिनके नाम झालावाड़ ‘ए’ और ‘बी’ रखे गए हैं. इसके अलावा ट्रेन में दो खूबसूरत रेस्टोरेंट ‘महाराजा’ और ‘महारानी’ और ‘रिशेप्सन कम बार लाउंज’ के अलावा एक ‘स्पा’ कोच और व्यायाम के लिए ट्रेड मिल मशीन के साथ अन्य व्यायाम के यंत्र उपलब्ध हैं. प्रत्येक सैलून के साथ एक छोटे लाउंज की सुविधा भी है, जिसमें पर्यटक अपने हमराही सैलानियों से मित्रता बढ़ाने के साथ ही पत्र-पत्रिकाओं का अध्ययन और विभिन्न आमोद-प्रमोद की सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं. प्रत्येक सेलून के साथ टॉयलेट, गर्म पानी और अन्य सुविधाओं से युक्त बाथरुम सुविधाएं उपलब्ध हैं. सैलानियों की जरुरतों की देखरेख के लिए हर कोच में एक अटेंडेंट’ (खिदमतगार) भी मौजूद रहता है. ट्रेन के हर सैलून को राजस्थानी अंदाज से सजाया संवारा गया है. साथ ही इनके वाई-फाई इंटरकाम, चैनल्स, म्यूजिक, मिनरल वाटर सुविधाए भी हैं. रेस्टोरेंट में कंटिनेंटल, चाईनीज, इंडियन, राजस्थानी व्यंजनों के स्वाद पर्यटकों के सफर का आनन्द चौगुना करते हैं.
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‘पैलेस ऑन व्हील्स’ में एक सप्ताह के सफर की शुरुआत दिल्ली के चाणक्यपुरी में दूतावासों से सबसे नजदीक स्थित सफदरजंग रेलवे स्टेशन पर राजसी अगवानी के साथ सैलानियों की यात्रा से शुरु होती है. एक बार ट्रेन में सवार होने के बाद यात्रियों को न अपने सामान की देखरेख की चिंता सताती है और न ही खाने-पीने, धूमने और ऐशोआराम की चिंता. क्योंकि हर प्रकार की सुख-सुविधाओं के लिए राजस्थानी वेशभूषाओं में सजे-धजे आरटीडीसी के ‘अटेंडेंट’ (खिदमतगार) हर वक्त तैयार होते हैं. हर उम्र के पर्यटकों के लिए पटरियों पर दौडती रेलगाडी में पांच सिंतारा होटल जैसी विलासिता के चरम आनंद की अनुभूति सैलानियों के जीवन की एक अविस्मरणीय यात्रा बन जाती है. यह ट्रेन अपनी एक सप्ताह के शाही सफर पर सितम्बर 2023 से अप्रैल 2024 तक प्रत्येक बुधवार को नई दिल्ली से जयपुर, सवाई माधोपुर, चित्तौड़गढ, उदयपुर, जैसलमेर, जोधपुर, भरतपुर, आगरा होती हुई वापस नई दिल्ली पहुचेगी.
राजस्थान के दो गांवों को मिले रजत और कांस्य पदक : राजस्थान के दो गांवों मीनल और नौरंगाबाद को विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर केन्द्रीय पर्यटन मंत्रालय की ओर से पर्यटन के माध्यम से ग्रामीणों की सांस्कृतिक विरासत और सतत विकास को बढ़ावा देने और संरक्षण के लिए ग्रामीण पर्यटन ग्राम पुरस्कार में रजत और कांस्य पुरस्कार प्रदान किए गए. नई दिल्ली के प्रगति मैदान में बुधवार को आयोजित समारोह में देश के 35 ग्रामीण पर्यटन गांव में से राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले के मीनल गांव को रजत और अलवर जिले के नौरंगाबाद गांव को कांस्य पदक मिले. केन्द्रीय पर्यटन मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव राकेश कुमार वर्मा ने राजस्थान पर्यटन विभाग के संयुक्त निदेशक पवन कुमार जैन को दिए.