होशियारपुर : साहिबजादों के शहादत दिवस को 'वीर बाल दिवस' बताने पर SGPC ने आपत्ति जताई है. इस घोषणा के बाद अलग-अलग पार्टियों के कई नेताओं ने उनका शुक्रिया अदा किया लेकिन धार्मिक संस्था एसजीपीसी के अध्यक्ष हरजिंदर धामी (SGPC President Harjinder Dhami) ने साहिबजादों के शहादत दिवस को वीर बाल दिवस बताने पर आपत्ति जताई.
उन्होंने कहा कि वे (साहिबजादास) कलगीधर गुरु गोबिंद सिंह जी के पुत्र थे और वे सिख पंथ के बाबा हैं. धामी ने कहा कि उन्हें बालक कहना इतिहास से छेड़छाड़ करने जैसा है. साथ ही उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस संबंध में सिख पंथ के नेताओं से विचार-विमर्श करना चाहिए था क्योंकि सिखों के अपने रीति-रिवाज होते हैं और साहिबजादों को बच्चा कहना उचित नहीं है.
उन्होंने आगे कहा कि गुरु गोबिंद सिंह जी ने दमन के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी और सिख पंथ के बाबाओं (साहिबजादों) ने भी अन्याय के खिलाफ लड़ाई लड़ी. उन्होंने कहा कि सिख पंथ को इस पर विचार कर निर्णय लेना चाहिए. इस मौके पर धामी ने कहा कि सिख पंथ ने कभी भी बाल दिवस के रुप में मनाने की मांग नहीं की थी. उन्होंने कहा कि एक समारोह में मनजिंदर सिरसा ने बाल दिवस मनाने की मांग की थी.
उन्होंने कहा कि हो सकता है कि पीएम की भावनाएं सही हों लेकिन नाम जल्दबाजी में दिया गया है, जो सही नहीं है. गृह मंत्री अमित शाह, कैप्टन अमरिंदर सिंह, पंजाब बीजेपी अध्यक्ष अश्विनी शर्मा, मनजिंदर सिरसा, अकाली नेता प्रेम सिंह चंदूमाजरा, राणा गुरमीत सोढ़ी, युवा कांग्रेस अध्यक्ष ब्रिंदर ढिल्लों ने इस फैसले के लिए पीएम मोदी का शुक्रिया अदा किया है.