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terror funding : MBBS की सीटें बेचने के लिए हुर्रियत नेता सहित नौ के खिलाफ चार्जशीट दाखिल - MBBS की सीटें बेचने

जम्मू-कश्मीर पुलिस की एसआईए ने आतंकी वित्तपोषण (terror funding) के लिए एमबीबीएस की सीटें 'बेचने' के लिए हुर्रियत नेता सहित 9 के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है.

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Published : Dec 30, 2021, 5:52 PM IST

Updated : Dec 30, 2021, 7:30 PM IST

श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर पुलिस की विशेष जांच एजेंसी (एसआईए) ने कश्मीरी छात्रों को पाकिस्तान में एमबीबीएस की सीटों को 'बेचने' और धन का इस्तेमाल आतंकवाद के वित्तपोषण के लिए करने से संबंधित एक मामले में हुर्रियत नेता समेत नौ लोगों के खिलाफ अपना पहला आरोप पत्र दाखिल किया. अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी.

पुलिस के अपराध जांच विभाग (सीआईडी) की एक शाखा, काउंटर इंटेलिजेंस कश्मीर (सीआईके) द्वारा पिछले साल जुलाई में विश्वसनीय स्रोतों के माध्यम से जानकारी प्राप्त करने के बाद मामला दर्ज किया गया था कि हुर्रियत के कुछ नेताओं सहित कई लोगों ने कुछ शैक्षिक सलाहकारों के साथ साठगांठ कर पाकिस्तान में एमबीबीएस सीटों तथा कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में अन्य व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में सीटों की 'बिक्री' की. सीआईके का नामकरण अब एसआईए हो गया है.

एसआईए ने कट्टरपंथी हुर्रियत कांफ्रेंस के घटक साल्वेशन मूवमेंट के अध्यक्ष मोहम्मद अकबर भट उर्फ जफर अकबर भट के खिलाफ अदालत में आरोपपत्र दाखिल किया. आरोपपत्र में शामिल अन्य लोगों के नाम अब्दुल जब्बार, फातिमा शाह, अल्ताफ अहमद भट काजी यासिर, मोहम्मद अब्दुल्ला शाह, सबजार अहमद शेख, मंजूर अहमद शाह, सैयद खालिद गिलानी और महाज आजादी फ्रंट के मोहम्मद इकबाल मीर हैं.

पढ़ें :- आतंकवादी वित्तपोषण मामला : एनआईए ने मानवाधिकार कार्यकर्ता को किया गिरफ्तार

उन्होंने कहा कि जांच के दौरान मौखिक, दस्तावेजी और तकनीकी साक्ष्य एकत्र किए गए और विश्लेषण में यह सामने आया कि एमबीबीएस और अन्य पेशेवर डिग्री से संबंधित सीटें उन छात्रों को दी जाती थीं जो मारे गए आतंकवादियों के करीबी परिवार के सदस्य या रिश्तेदार थे.

यह भी साक्ष्य प्रस्तुत किया गया कि पैसा उन गतिविधियों में लगाया गया जो आतंकवाद और अलगाववाद से संबंधित कार्यक्रमों का समर्थन करते थे. प्रतिबंधित हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी को मार गिराए जाने के बाद अशांति फैलाने के लिए भी धन का इस्तेमाल हुआ था.

(पीटीआई)

श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर पुलिस की विशेष जांच एजेंसी (एसआईए) ने कश्मीरी छात्रों को पाकिस्तान में एमबीबीएस की सीटों को 'बेचने' और धन का इस्तेमाल आतंकवाद के वित्तपोषण के लिए करने से संबंधित एक मामले में हुर्रियत नेता समेत नौ लोगों के खिलाफ अपना पहला आरोप पत्र दाखिल किया. अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी.

पुलिस के अपराध जांच विभाग (सीआईडी) की एक शाखा, काउंटर इंटेलिजेंस कश्मीर (सीआईके) द्वारा पिछले साल जुलाई में विश्वसनीय स्रोतों के माध्यम से जानकारी प्राप्त करने के बाद मामला दर्ज किया गया था कि हुर्रियत के कुछ नेताओं सहित कई लोगों ने कुछ शैक्षिक सलाहकारों के साथ साठगांठ कर पाकिस्तान में एमबीबीएस सीटों तथा कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में अन्य व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में सीटों की 'बिक्री' की. सीआईके का नामकरण अब एसआईए हो गया है.

एसआईए ने कट्टरपंथी हुर्रियत कांफ्रेंस के घटक साल्वेशन मूवमेंट के अध्यक्ष मोहम्मद अकबर भट उर्फ जफर अकबर भट के खिलाफ अदालत में आरोपपत्र दाखिल किया. आरोपपत्र में शामिल अन्य लोगों के नाम अब्दुल जब्बार, फातिमा शाह, अल्ताफ अहमद भट काजी यासिर, मोहम्मद अब्दुल्ला शाह, सबजार अहमद शेख, मंजूर अहमद शाह, सैयद खालिद गिलानी और महाज आजादी फ्रंट के मोहम्मद इकबाल मीर हैं.

पढ़ें :- आतंकवादी वित्तपोषण मामला : एनआईए ने मानवाधिकार कार्यकर्ता को किया गिरफ्तार

उन्होंने कहा कि जांच के दौरान मौखिक, दस्तावेजी और तकनीकी साक्ष्य एकत्र किए गए और विश्लेषण में यह सामने आया कि एमबीबीएस और अन्य पेशेवर डिग्री से संबंधित सीटें उन छात्रों को दी जाती थीं जो मारे गए आतंकवादियों के करीबी परिवार के सदस्य या रिश्तेदार थे.

यह भी साक्ष्य प्रस्तुत किया गया कि पैसा उन गतिविधियों में लगाया गया जो आतंकवाद और अलगाववाद से संबंधित कार्यक्रमों का समर्थन करते थे. प्रतिबंधित हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी को मार गिराए जाने के बाद अशांति फैलाने के लिए भी धन का इस्तेमाल हुआ था.

(पीटीआई)

Last Updated : Dec 30, 2021, 7:30 PM IST
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