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पिथौरागढ़ आपदा : डरा रहे तबाही के निशान, हंसता-खेलता जुम्मा गांव कब्रिस्तान में तब्दील

प्रदेश में बारिश कहर बनकर टूट रही है. वहीं धारचूला के जुम्मा गांव में बादल फटने की घटना के बाद रेस्क्यू अभियान अभी जारी है. आपदा की चपेट में आने से हंसता-खेलता जुम्मा गांव कब्रिस्तान में तब्दील हो गया है.

पिथौरागढ़ आपदा
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Published : Aug 31, 2021, 7:04 PM IST

पिथौरागढ़ : धारचूला के जुम्मा गांव में बादल फटने की घटना के बाद रेस्क्यू अभियान अभी जारी है. एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, एसएसबी और प्रशासन के साथ ही स्थानीय लोग भी रेस्क्यू में मदद कर रहे हैं. सोमवार (30 अगस्त) तड़के हुई इस घटना में मलबे में दबे 7 लोगों में से 3 बच्चियों समेत 5 लोगों के शव मलबे से बरामद कर लिए गए हैं.

डॉग स्क्वॉड की टीम के जरिये दो लापता लोगों की तलाश अभी जारी है. जिलाधिकारी आशीष चौहान ने बताया कि 2 लापता व्यक्ति चंदर सिंह (पुत्र बिशन सिंह) व हजारी देवी (पत्नी चंदन सिंह) की खोजबीन जारी है. घटना में घायल अन्य 2 लोगों को धारचूला के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत स्थिर बनी हुई है.

डरा रहे तबाही के निशान

कब्रिस्तान में तब्दील हुआ गांव

पिथौरागढ़ के धारचूला में बादल फटने के बाद मची तबाही के निशान लोगों को अब भी रह-रहकर डरा रहे हैं. आपदा की चपेट में आने से हंसता-खेलता जुम्मा गांव कब्रिस्तान में तब्दील हो गया है. आसमानी आफत में यहां 7 जिंदगियां मौत के आगोश में समा गई हैं. वहीं, 7 मकान भी जमींदोज हो गए हैं. जुम्मा गांव के जामुनी और सिरौउड़यार तोक के सभी आपदा प्रभावितों को सरकारी भवनों और नजदीक के गांव में शिफ्ट कराया जा रहा है, साथ ही चिकित्सा टीम घटना क्षेत्र में पहुंच गई है. राहत एवं बचाव कार्य जारी हैं.

एनएचपीसी भवन को भी नुकसान

जुम्मा गांव के अलावा एनएचपीसी के प्रशासनिक भवन को भी भारी नुकसान हुआ है. बादल फटने के बाद काली नदी का प्रवाह इतना तेज था कि एनएचपीसी के मुख्य भवन को भी उसने चपेट में ले लिया. यही नहीं, बीआरओ का एक हॉटमिक्स प्लांट, एक डंपर और तकरीबन 100 मीटर की रोड काली नदी में समा गई है. वहीं, ऐलागाड़ के पास नेपाल से आ रहे भारी मलबे के कारण काली नदी का बहाव भी प्रभावित हुआ है, जिस कारण झील बनने का खतरा बना हुआ है.

हेलीकॉप्टर से हो रहा रेस्क्यू

प्रभावित क्षेत्र में सड़क मार्ग बंद होने के कारण हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू कार्य किया गया. हेलीकॉप्टर से 2 घायल व्यक्तियों- जयमती देवी (पत्नी शोबन सिंह) और नर सिंह (पुत्र लाल सिंह) को धारचूला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, और आवश्यकीय सामग्री सहित खाद्यान्न के कुल 39 पैकेट प्रभावित क्षेत्र में पहुंचाए गए.

आपदा में बरामद हुए मृतकों की जानकारी

  • कुमारी संजना (उम्र लगभग 15 वर्ष) पुत्री जोगा सिंह निवासी तोक जामुनी ग्राम जुम्मा तहसील धारचूला.
  • कुमारी रेनु (उम्र लगभग 11 वर्ष) पुत्री जोगा सिंह निवासी तोक जामुनी ग्राम जुम्मा तहसील धारचूला.
  • कुमारी शिवानी (उम्र लगभग 09 वर्ष) पुत्री जोगा सिंह निवासी तोक जामुनी ग्राम जुम्मा तहसील धारचूला.
  • सुनीता (पत्नी दीपक सिंह) निवासी तोक जामुनी ग्राम जुम्मा तहसील धारचूला.
  • पार्वती देवी (पत्नी लाल सिंह) निवासी तोक जामुनी ग्राम जुम्मा तहसील धारचूला.

आपदा में लापता

  • चंदर सिंह पुत्र विशन सिंह.
  • हजारी देवी पत्नी चंदन सिंह.

पढ़ेंं- उत्तराखंड के धारचूला में फटा बादल : अब तक दो शव बरामद, कई लोग लापता, देखें वीडियो

पढ़ें- पिथौरागढ़ में बादल फटने से बड़ी तबाही, लैंडस्लाइड की चपेट में आए कई घर, एक महिला दबी

पिथौरागढ़ : धारचूला के जुम्मा गांव में बादल फटने की घटना के बाद रेस्क्यू अभियान अभी जारी है. एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, एसएसबी और प्रशासन के साथ ही स्थानीय लोग भी रेस्क्यू में मदद कर रहे हैं. सोमवार (30 अगस्त) तड़के हुई इस घटना में मलबे में दबे 7 लोगों में से 3 बच्चियों समेत 5 लोगों के शव मलबे से बरामद कर लिए गए हैं.

डॉग स्क्वॉड की टीम के जरिये दो लापता लोगों की तलाश अभी जारी है. जिलाधिकारी आशीष चौहान ने बताया कि 2 लापता व्यक्ति चंदर सिंह (पुत्र बिशन सिंह) व हजारी देवी (पत्नी चंदन सिंह) की खोजबीन जारी है. घटना में घायल अन्य 2 लोगों को धारचूला के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत स्थिर बनी हुई है.

डरा रहे तबाही के निशान

कब्रिस्तान में तब्दील हुआ गांव

पिथौरागढ़ के धारचूला में बादल फटने के बाद मची तबाही के निशान लोगों को अब भी रह-रहकर डरा रहे हैं. आपदा की चपेट में आने से हंसता-खेलता जुम्मा गांव कब्रिस्तान में तब्दील हो गया है. आसमानी आफत में यहां 7 जिंदगियां मौत के आगोश में समा गई हैं. वहीं, 7 मकान भी जमींदोज हो गए हैं. जुम्मा गांव के जामुनी और सिरौउड़यार तोक के सभी आपदा प्रभावितों को सरकारी भवनों और नजदीक के गांव में शिफ्ट कराया जा रहा है, साथ ही चिकित्सा टीम घटना क्षेत्र में पहुंच गई है. राहत एवं बचाव कार्य जारी हैं.

एनएचपीसी भवन को भी नुकसान

जुम्मा गांव के अलावा एनएचपीसी के प्रशासनिक भवन को भी भारी नुकसान हुआ है. बादल फटने के बाद काली नदी का प्रवाह इतना तेज था कि एनएचपीसी के मुख्य भवन को भी उसने चपेट में ले लिया. यही नहीं, बीआरओ का एक हॉटमिक्स प्लांट, एक डंपर और तकरीबन 100 मीटर की रोड काली नदी में समा गई है. वहीं, ऐलागाड़ के पास नेपाल से आ रहे भारी मलबे के कारण काली नदी का बहाव भी प्रभावित हुआ है, जिस कारण झील बनने का खतरा बना हुआ है.

हेलीकॉप्टर से हो रहा रेस्क्यू

प्रभावित क्षेत्र में सड़क मार्ग बंद होने के कारण हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू कार्य किया गया. हेलीकॉप्टर से 2 घायल व्यक्तियों- जयमती देवी (पत्नी शोबन सिंह) और नर सिंह (पुत्र लाल सिंह) को धारचूला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, और आवश्यकीय सामग्री सहित खाद्यान्न के कुल 39 पैकेट प्रभावित क्षेत्र में पहुंचाए गए.

आपदा में बरामद हुए मृतकों की जानकारी

  • कुमारी संजना (उम्र लगभग 15 वर्ष) पुत्री जोगा सिंह निवासी तोक जामुनी ग्राम जुम्मा तहसील धारचूला.
  • कुमारी रेनु (उम्र लगभग 11 वर्ष) पुत्री जोगा सिंह निवासी तोक जामुनी ग्राम जुम्मा तहसील धारचूला.
  • कुमारी शिवानी (उम्र लगभग 09 वर्ष) पुत्री जोगा सिंह निवासी तोक जामुनी ग्राम जुम्मा तहसील धारचूला.
  • सुनीता (पत्नी दीपक सिंह) निवासी तोक जामुनी ग्राम जुम्मा तहसील धारचूला.
  • पार्वती देवी (पत्नी लाल सिंह) निवासी तोक जामुनी ग्राम जुम्मा तहसील धारचूला.

आपदा में लापता

  • चंदर सिंह पुत्र विशन सिंह.
  • हजारी देवी पत्नी चंदन सिंह.

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