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कोरोना वायरस के प्रयोगशाला से लीक होने की आशंका बहुत कम : वैज्ञानिक - कोरोना वायरस प्रयोगशाला से लीक

वैज्ञानिकों की एक टीम ने कहा है कि इस बात की आशंका बहुत कम है कि कोरोना वायरस किसी प्रयोगशाला में दुर्घटना के कारण फैला. उनका मानना है कि वुहान (चीन) में किसी संक्रमित जानवर के किसी व्यक्ति के संपर्क में आने से कोरोना वायरस फैला.

कोरोना वायरस
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Published : Aug 24, 2021, 10:00 PM IST

वॉशिंगटन : वैश्विक वैज्ञानिकों की एक टीम का कहना है कि इस बात की अधिक आशंका है कि कोरोना वायरस चीन के वुहान में पशुओं के एक बाजार में किसी संक्रमित जानवर के किसी व्यक्ति के संपर्क में आने से फैला. टीम ने कहा कि इस बात की आशंका कम ही है कि यह वायरस किसी प्रयोगशाला में दुर्घटना के कारण फैला.

'सेल' नामक पत्रिका में प्रकाशित एक आलेख में दुनिया भर के 21 वैज्ञानिकों ने महामारी की शुरुआत के कारण को लेकर सबूत पेश किए. आलेख के एक लेखक और यूटा हेल्थ विश्वविद्यालय, अमेरिका में वैज्ञानिक स्टीफन गोल्डस्टीन ने कहा कि महामारी की उत्पत्ति पर चर्चा का राजनीतिकरण हो गया है और उन्हें लगा कि सभी उपलब्ध साक्ष्यों पर नजर डालने का यह सही समय है.

गोल्डस्टीन ने कहा, "भविष्य में महामारियों को रोकने के लिए राजनीतिक इच्छाशक्ति की जरूरत है ताकि उन रास्तों को बंद किया जा सके जिनसे ये वायरस मानव में प्रवेश करते हैं. गलत दिशा में ध्यान केंद्रित करने से प्रयास पूरे नहीं हो पाएंगे.

आलेख के लेखकों ने कहा कि दिसंबर 2019 में कोविड-19 मामलों की पहली लहर के भौगोलिक स्थानों को दर्शाने वाले नक्शे दिखाते हैं कि वे शुरू में वुहान में हुनान के 'सीफूड होलसेल मार्केट' से उभरे. इसके साथ ही अन्य पशु बाजारों से भी ऐसी सूचना मिली. उन्होंने कहा कि बाद के हफ्तों में, अन्य स्थानों से भी मामले सामने आने लगे.

यह भी पढ़ें- विशेषज्ञों ने सितंबर-अक्टूबर में कोविड की तीसरी लहर आने की चेतावनी दी

आलेख में कहा गया है कि शुरुआती दौर में अधिकतर मौतें पशु बाजारों के आसपास ही केंद्रित थीं.

(पीटीआई-भाषा)

वॉशिंगटन : वैश्विक वैज्ञानिकों की एक टीम का कहना है कि इस बात की अधिक आशंका है कि कोरोना वायरस चीन के वुहान में पशुओं के एक बाजार में किसी संक्रमित जानवर के किसी व्यक्ति के संपर्क में आने से फैला. टीम ने कहा कि इस बात की आशंका कम ही है कि यह वायरस किसी प्रयोगशाला में दुर्घटना के कारण फैला.

'सेल' नामक पत्रिका में प्रकाशित एक आलेख में दुनिया भर के 21 वैज्ञानिकों ने महामारी की शुरुआत के कारण को लेकर सबूत पेश किए. आलेख के एक लेखक और यूटा हेल्थ विश्वविद्यालय, अमेरिका में वैज्ञानिक स्टीफन गोल्डस्टीन ने कहा कि महामारी की उत्पत्ति पर चर्चा का राजनीतिकरण हो गया है और उन्हें लगा कि सभी उपलब्ध साक्ष्यों पर नजर डालने का यह सही समय है.

गोल्डस्टीन ने कहा, "भविष्य में महामारियों को रोकने के लिए राजनीतिक इच्छाशक्ति की जरूरत है ताकि उन रास्तों को बंद किया जा सके जिनसे ये वायरस मानव में प्रवेश करते हैं. गलत दिशा में ध्यान केंद्रित करने से प्रयास पूरे नहीं हो पाएंगे.

आलेख के लेखकों ने कहा कि दिसंबर 2019 में कोविड-19 मामलों की पहली लहर के भौगोलिक स्थानों को दर्शाने वाले नक्शे दिखाते हैं कि वे शुरू में वुहान में हुनान के 'सीफूड होलसेल मार्केट' से उभरे. इसके साथ ही अन्य पशु बाजारों से भी ऐसी सूचना मिली. उन्होंने कहा कि बाद के हफ्तों में, अन्य स्थानों से भी मामले सामने आने लगे.

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आलेख में कहा गया है कि शुरुआती दौर में अधिकतर मौतें पशु बाजारों के आसपास ही केंद्रित थीं.

(पीटीआई-भाषा)

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