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वैज्ञानिकों ने गुरुत्वाकर्षण तरंगों के नए स्रोत का लगाया पता, अब ब्रह्मांड से जुड़े सवालों के मिलेंगे जवाब - गुरुत्वाकर्षण तरंग

ब्रिटेन के स्ट्रैचक्लाइड विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने पहली बार एक न्यूट्रॉन तारे और ब्लैक होल की टक्कर से उत्पन्न हुई गुरुत्वाकर्षण तरंगों का पता लगाया है. अब तारों और ब्रह्मांड से जुड़े कई सवालों के जवाब पाने में मदद मिलेगी.

London News, neutron stars
गुरुत्वाकर्षण तरंग
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Published : Jul 2, 2021, 11:02 PM IST

लंदन: वैज्ञानिकों ने पहली बार एक न्यूट्रॉन तारे (neutron Stars) और ब्लैक होल की टक्कर से उत्पन्न हुई गुरुत्वाकर्षण तरंगों का पता लगाया है. खोज में इस बात की पुष्टि हुई है कि ये न्यूट्रॉन तारे और ब्लैक होल की भागीदारी वाली प्रणालियां हैं. इससे तारों के बनने से लेकर हमारे ब्रह्मांड के विस्तार की दर से जुड़े कई सवालों के जवाब पाने में मदद मिलेगी.

ब्रिटेन के स्ट्रैचक्लाइड विश्वविद्यालय के मुताबिक गुरुत्वाकर्षण तरंगे (gravitational wave) उस वक्त पैदा होती हैं, जब आकाशीय पिंडों (Celestial Body) के बीच टक्कर होती है और उससे उत्पन्न होने वाली ऊर्जा तरंगे पैदा करती हैं जो पृथ्वी की ओर आती हैं. इस खोज में गुरुत्वाकर्षण तरंगों का पता लगाने वाले एक वैश्विक डिटेक्टर नेटवर्क का इस्तेमाल किया गया जो अभी बनाया गया अत्याधुनिक वैज्ञानिक उपकरण है.

पढ़ें:अंतरिक्ष वैज्ञानिक कस्तूरीरंगन ने लिखी किताब, कहा- भारत को महाशक्ति बनाना चाहते हैं पीएम मोदी

यह पहला मौका है जब वैज्ञानिकों ने एक न्यूट्रान तारे और ब्लैक होल से निकलने वाली गुरुत्वाकर्षण तरंगों का पता लगाया है. इस वर्ष पांच जनवरी को अमेरिका के लुइसियाना में एडवांस लिगो डिटेक्टर और इटली में एडवांस वर्गो डिटेक्टर ने न्यूट्रान तारे और ब्लैक होल के बीच टक्कर के अंतिम क्षणों को दर्ज किया था.

अंतिम क्षणों में दोनों घूमते हुए एक दूसरे के बेहद करीब आ गए और उसके बाद एक दूसरे में समा गए. इसके कुछ दिन बाद, दोनों डिटेक्टर को एक दूसरा संकेत मिला जो न्यूट्रान तारे और एक अन्य ब्लैक होल जोड़े के एक दूसरे में समाने के अंतिम क्षणों से संबंधित था.

(पीटीआई,भाषा)

लंदन: वैज्ञानिकों ने पहली बार एक न्यूट्रॉन तारे (neutron Stars) और ब्लैक होल की टक्कर से उत्पन्न हुई गुरुत्वाकर्षण तरंगों का पता लगाया है. खोज में इस बात की पुष्टि हुई है कि ये न्यूट्रॉन तारे और ब्लैक होल की भागीदारी वाली प्रणालियां हैं. इससे तारों के बनने से लेकर हमारे ब्रह्मांड के विस्तार की दर से जुड़े कई सवालों के जवाब पाने में मदद मिलेगी.

ब्रिटेन के स्ट्रैचक्लाइड विश्वविद्यालय के मुताबिक गुरुत्वाकर्षण तरंगे (gravitational wave) उस वक्त पैदा होती हैं, जब आकाशीय पिंडों (Celestial Body) के बीच टक्कर होती है और उससे उत्पन्न होने वाली ऊर्जा तरंगे पैदा करती हैं जो पृथ्वी की ओर आती हैं. इस खोज में गुरुत्वाकर्षण तरंगों का पता लगाने वाले एक वैश्विक डिटेक्टर नेटवर्क का इस्तेमाल किया गया जो अभी बनाया गया अत्याधुनिक वैज्ञानिक उपकरण है.

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यह पहला मौका है जब वैज्ञानिकों ने एक न्यूट्रान तारे और ब्लैक होल से निकलने वाली गुरुत्वाकर्षण तरंगों का पता लगाया है. इस वर्ष पांच जनवरी को अमेरिका के लुइसियाना में एडवांस लिगो डिटेक्टर और इटली में एडवांस वर्गो डिटेक्टर ने न्यूट्रान तारे और ब्लैक होल के बीच टक्कर के अंतिम क्षणों को दर्ज किया था.

अंतिम क्षणों में दोनों घूमते हुए एक दूसरे के बेहद करीब आ गए और उसके बाद एक दूसरे में समा गए. इसके कुछ दिन बाद, दोनों डिटेक्टर को एक दूसरा संकेत मिला जो न्यूट्रान तारे और एक अन्य ब्लैक होल जोड़े के एक दूसरे में समाने के अंतिम क्षणों से संबंधित था.

(पीटीआई,भाषा)

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