तिरुवनंतपुरम : कोविड महामारी के कारण करीब 9 महीने से बंद पड़े केरल के स्कूल-कॉलेज और विश्वविद्यालय सोमवार से छात्रों के लिए सख्त सुरक्षा मानदंडों के साथ फिर से खुल गए हैं. कक्षाएं सुबह 8:30 बजे से शाम 5 बजे के बीच आयोजित की जाएंगी.
इसके साथ ही पुडुचेरी और कराईकल में कोविड-19 के सुरक्षा नियमों के पालन के साथ सभी स्कूल खुल गए. यहां सुबह दस बजे से दोपहर बाद एक बजे तक आधे दिन के लिए स्कूल खुलेंगे.
केरल में कला और विज्ञान महाविद्यालयों, इंजीनियरिंग कॉलेजों, लॉ कॉलेजों के साथ-साथ सभी राजकीय और केंद्रीय विश्वविद्यालयों समेत लगभग 1,350 उच्च शिक्षण संस्थानों ने कक्षाएं शुरू कर दी हैं. हर कक्षा में 50 फीसदी छात्रों को ही अनुमति दी जाएगी.
राज्य में कोविड लॉकडाउन नियमों के कारण बंद होने के 294 दिनों के बाद पहली बार छात्र अपने कॉलेज के परिसरों में पहुंचे. यूजी स्तर में कक्षाएं केवल 5वीं और 6वीं सेमेस्टर के छात्रों के लिए फिर से शुरू हुई हैं, जबकि पीजी स्तर पर सभी कक्षाएं सोमवार से शुरू हो गई.
हालांकि, कुछ शिक्षकों ने कक्षाओं के समय को बढ़ाने के शिक्षा विभाग के फैसले पर असंतोष व्यक्त किया. राज्य की राजधानी में सरकारी कला महाविद्यालय के शिक्षक थॉमस सेबेस्टियन ने कहा कि सुबह 8:30 से शाम 5 बजे तक कक्षाएं होने से शिक्षकों पर काम का बोझ बहुत अधिक रहेगा. इसके अलावा शनिवार को कक्षाएं आयोजित करना भी ठीक नहीं है.
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उच्च शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव उषा टाइटस ने कहा है कि इतने महीनों के अंतराल की भरपाई करने के लिए नई व्यवस्था की गई है. उन्होंने कहा कि कामकाज का तरीका विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के दिशानिर्देशों के अनुसार होगा, जिसके तहत हफ्ते में 40 घंटे काम करना होता है. इसमें से असिस्टेंट प्रोफेसर्स के लिए 16 घंटे, एसोसिएट प्रोफेसर और प्रोफेसर के लिए 14 घंटे कक्षाओं में देना निर्धारित है.
केरल के परिवहन मंत्री ए.के. ससींद्रन ने मीडिया से कहा कि उन्होंने पहले ही राज्य सड़क परिवहन निगम से छात्रों को यात्रा में रियायत देने के लिए निर्देश दे दिए हैं.