नई दिल्ली : उच्चतम न्यायालय धनशोधन और कई लोगों को ठगने के आरोप में तिहाड़ जेल में बंद सुकेश चंद्रशेखर और उसकी पत्नी की जान को कथित खतरे के कारण दिल्ली के बाहर किसी जेल में स्थानांतरित किए जाने का अनुरोध करने वाली याचिका पर सोमवार को सुनवाई करेगा.
ऐसी संभावना है कि केंद्र न्यायमूर्ति सी.टी. रविकुमार और न्यायमूर्ति सुधांशु धूलिया की अवकाशकालीन पीठ को उन जेल के नाम बताएगा, जहां चंद्रशेखर और उसकी पत्नी लीना पॉलोज को स्थानांतरित किया जा सकता है. चंद्रशेखर पर अपनी पत्नी लीना के साथ रहने के लिए तिहाड़ जेल के अधिकारियों को प्रति पखवाड़े 60 लाख से 75 लाख रुपये रिश्वत देने का आरोप है. उसने जेल में उसकी और उसकी पत्नी की मदद करने के कारण जांच के दायरे में आए कारागार अधिकारियों से कथित खतरा होने के कारण दिल्ली के बाहर स्थित किसी जेल में उसे स्थानांतरित किए जाने का अनुरोध किया है.
जेल में बंद दंपति की ओर से पेश हुईं वरिष्ठ अधिवक्ता मीनाक्षी अरोड़ा ने कहा था कि क्योंकि उससे धन लेने के मामले में कई कारागार अधिकारी गिरफ्तार हैं, इसलिए चंद्रशेखर और उसकी पत्नी को अन्य अधिकारियों से धमकियां मिल रही हैं. अरोड़ा ने अपने मुवक्किलों को अदालत की इच्छानुसार किसी अन्य जेल में स्थानांतरित किए जाने का अनुरोध किया.
केंद्र की ओर से पेश हुए अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल के. एम नटराज ने उन जेल के नाम मुहैया कराने के लिए समय मांगा था, जहां आरोपियों को स्थानांतरित किया जा सकता है. इसके बाद पीठ ने शुक्रवार को कहा कि मामले को सोमवार के लिए सूचीबद्ध किया जाता है, ताकि याचिकाकर्ताओं को स्थानांतरित करने के लिए उपयुक्त जेल को लेकर प्रतिवादी (केंद्र एवं दिल्ली सरकार) फैसला कर सकें.
केंद्र सरकार ने शीर्ष अदालत को चंद्रशेखर की सुरक्षा को लेकर 13 मई को आश्वस्त किया था. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने चार अप्रैल को जेल में बंद सुकेश चंद्रशेखर को 2017 के निर्वाचन आयोग रिश्वत कांड से जुड़े एक अन्य धनशोधन मामले में गिरफ्तार किया था. केंद्रीय जांच एजेंसी द्वारा फोर्टिस हेल्थेयर के प्रवर्तक शिविंदर मोहन सिंह की पत्नी अदिति सिंह सहित कुछ लोगों से धोखाधड़ी करने और वसूली करने के आरोप में पिछले साल गिरफ्तार किए जाने के बाद 32 वर्षीय चंद्रशेखर पहले से ही जेल में था. चंद्रशेखर से कथित संबंध होने की वजह से ईडी ने वर्ष 2021 में बॉलीवुड की कई अभिनेत्रियों और मॉडल से पूछताछ की थी.