श्रीनगर: कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार (Inspector General of Police Kashmir Vijay Kumar) ने शनिवार को कहा कि आतंकवादियों से धमकियों का सामना कर रहे सरपंचों और पंचों को श्रीनगर और अन्य सभी जिला मुख्यालयों में सुरक्षित आवास मुहैया कराया जा रहा है. श्रीनगर के टैगोर हॉल में एक समारोह से अलग पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा, 'चूंकि वे (सरपंच और पंच) आसान लक्ष्य हैं इसलिए आतंकवादियों के लिए उन पर हमला करना आसान हो जाता है. कल कुलगाम में मारे गए एक सरपंच को श्रीनगर में जगह दी गई थी. लेकिन उसने पुलिस को सूचित किए बिना दक्षिण कश्मीर की यात्रा की थी.'
उन्होंने कहा कि शुक्रवा शाम को पुलिस को आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में तीन जिलों-पुलवामा, गांदरबल और हंदवाड़ा में विशेष इनपुट मिले थे. इसमें पुलवामा के चावलगाम में एक मुठभेड़ हुई जिसमें शीर्ष कमांडर दो आतंकवादी थे. ये आतंकी 2018 से सक्रिय थे. रात भर हुई मुठभेड़ों के बारे में अधिक जानकारी देते हुए, उन्होंने कहा, खालिद का सहयोगी याकिब मुश्ताक, जो जाहिद वानी की हत्या के बाद जैश-ए-मोहम्मद का जिला कमांडर था वह मारा गया.
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उन्होंने कहाकि एक समय करीमाबाद जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ हुआ करता था लेकिन अब ऐसा कुछ नहीं है.आईजी ने कहा कि इसी प्रकार हंदवाड़ा मुठभेड़ में एक लश्कर-ए-तैयबा का आतंकवादी मारा गया और दूसरा गांदरबल में जबकि एक आतंकवादी रौफ अहमद मीर पुलवामा मुठभेड़ में पिस्तौल के साथ जिंदा पकड़ा गया. उन्होंने दावा किया कि आजकल सीमा पार से निर्देश पर आतंकवादी कानून और व्यवस्था की स्थिति को खराब करने के लिए धार्मिक स्थलों के दुरुपयोग करने की कोशिश कर रहे हैं.हैं।