कोलकाता : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने पूर्व राज्य सचिव सब्यसाची दत्ता को पश्चिम बंगाल विधानसभा परिसर में तृणमूल कांग्रेस में शामिल किए जाने को 'संसदीय परंपरा का उल्लंघन' (violative of parliamentary traditions) करार दिया और इस कदम के खिलाफ विधानसभा अध्यक्ष एवं राज्यपाल के पास जाने की चेतावनी दी.
राज्य में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने संवाददाताओं से कहा कि 'भाजपा को किसी व्यक्ति के अपनी पूर्व पार्टी में लौटने से कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन जिस जगह पर (संसदीय कार्य मंत्री के कक्ष में) नेता को पार्टी में शामिल किया गया, उसने विधानपालिका की शुचिता का उल्लंघन किया है.'
उन्होंने कहा, 'हम विधानसभा और संसद को लोकतंत्र का मंदिर मानते हैं. किसी एक दल के नेता द्वारा किसी दूसरे दल में शामिल होते समय किसी मंत्री के विधानसभा कक्ष में पार्टी का झंडा फहराने से सदन की गरिमा निश्चित रूप से कम हुई है.'
विधानसभा के बाहर भाजपा के विधायकों के प्रदर्शनों का नेतृत्व करने वाले अधिकारी ने कहा कि भाजपा 'विजय दशमी' के बाद इस मामले को विधानसभा अध्यक्ष और राज्यपाल के समक्ष उठाएगी.
'जनहित याचिका दायर करेंगे'
उन्होंने कहा, 'हम दोनों का बहुत सम्मान करते हैं. इसलिए हमें उम्मीद है कि वे हमारी अपीलों का जवाब देंगे और विधानपालिका की शुचिता की रक्षा के लिए कदम उठाएंगे.'
अधिकारी ने यह भी कहा कि भाजपा 'विधानसभा में संसदीय कार्य मंत्री के कक्ष का इस्तेमाल पार्टी कार्यालय की तरह करने की सरेआम कोशिश' के खिलाफ उच्च न्यायालय में जनहित याचिका भी दायर करेगी.
उन्होंने कहा, 'हम माकपा (मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी) एवं कांग्रेस जैसे अन्य विपक्षी दलों और लोकतंत्र का समर्थन करने वालों से अपील करते हैं कि वे लोकतंत्र के मंदिर में 'घर वापसी' कार्यक्रम आयोजित करके संसदीय नियमों का इस प्रकार उल्लंघन किए जाने के विरोध में शामिल हों.'
दत्ता गुरुवार को फिर से तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए. वह दो साल पहले तृणमूल छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे. संसदीय कार्य मंत्री पार्थ चटर्जी के विधान सभा स्थित कक्ष में अन्य नेताओं की उपस्थिति में दत्ता पार्टी में शामिल हुए. हालांकि चटर्जी से फोन पर संपर्क नहीं हो पाया है.
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(पीटीआई-भाषा)