पटना : बिहार की राजधानी पटना की रहने वाली संप्रीति (Sampriti Yadav Get Google Job) ने सफलता की नई ऊंचाइयों को छूआ है. संप्रीति यादव को गूगल ने 1.10 करोड़ रुपये (Patna Girl RS 1 Crore Annual Package) का सालान पैकेज दिया है.
बिहार की बेटी संप्रीति यादव की सफलता की कहानी जान सभी उसकी तारीफ करते नहीं थक रहे. संप्रीति आज दूसरों बच्चों के लिए प्रेरणास्रोत बन चुकी है. संप्रीति पटना के नेहरू नगर में रहने वाले बैंक अधिकारी रामाशंकर यादव और शशिप्रभा की बेटी हैं.
संप्रीति (Success Story Of Bihar Daughter Sampriti Yadav) अब गूगल के लिए काम करेंगी. अभी वह माइक्रोसॉफ्ट हैदराबाद में नौकरी करती हैं. बता दें कि, संप्रीति यादव की प्रारंभिक शिक्षा दीक्षा पटना में हुई, जिसके बाद वह दिल्ली चली गई. वहां से उन्होंने प्लस टू की पढ़ाई करने के बाद दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी से साइंस से बीटेक किया. जिसके बाद वह माइक्रोसॉफ्ट में नौकरी करने लगी. नौकरी करने के साथ ही संप्रीति ने अपना प्रयास भी लगातार जारी रखा.
"मैंने काफी मेहनत से इस मुकाम को हासिल किया है. फरवरी में जॉइनिंग के लिए लंदन जाना है. तीन चार राउंड इंटरव्यू होने के बाद मुझे लगने लगा था कि, अब मेरा सिलेक्शन हो जाएगा. आखिरकार 9वें राउंड इंटरव्यू के बाद मेरा सिलेक्शन हो गया."- संप्रीति
संप्रीति ने गूगल में अपना भाग्य आजमाया और आखिरकार उन्हें गूगल में नौकरी मिल गई. बिहार की बेटी को गूगल ने 1 करोड़ 10 लाख का पैकेज दिया है. संप्रीति ने बताया कि, वह फरवरी में लंदन जा रही है. बचपन से ही इन्हें कुछ कर गुजरने की चाहत थी और आज संप्रीति ने सफलता का मुकाम हासिल कर लिया है.
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गूगल में सेलेक्शन के बारे में जानकारी देते हुए संप्रीति ने बताया कि, गूगल की टीम की ओर से ऑनलाइन 9 राउंड का इंटरव्यू लिया गया. हर राउंड में उसके जवाब से गूगल के अधिकारी संतुष्ट रहे. अधिकारियों ने हर बार कहा कि, आपका फीडबैक पॉजिटिव है. इसके बाद उसे नौकरी मिली.
हालांकि संप्रीति ने बताया कि, अभी और आगे बढ़ना है और माता-पिता के साथ-साथ अपने देश का भी नाम रोशन करना है. संप्रीति अभी महज 23 से 24 साल की है और सफलता की ऊंचाइयों (One Crore Package Job At Google) को छू लिया है. लेकिन संप्रीति का कहना है कि, आगे भी वो लगातार नई ऊंचाइयों को छूने का प्रयास करेंगी.
संप्रीति की इस सफलता से उसके परिजन भी बेहद खुश हैं. उनकी मां शशिप्रभा का कहना है कि, मैं बचपन से ही जानती थी कि यह मेरा नाम रोशन करेगी और बचपन में ही मैंने स्कूल के प्रिंसिपल को बताया भी था कि, एक दिन यह बच्ची देश का नाम रोशन करेगी.
"मेरी बेटी ने मेरा ही नहीं पूरे प्रदेश का नाम रोशन किया है. हम लोग काफी खुश हैं और मेरे रिश्तेदारों के यहां से लगातार फोन कॉल आ रहे हैं. बधाइयों का तांता लगा हुआ है. संप्रीति के ऑफिस में भी काफी खुशी का माहौल है. पिता के ऑफिस में भी लोग काफी खुश हैं और लगातार लोग बधाइयां दे रहे हैं."-शशिप्रभा,संप्रीति की मां
संप्रीति ने अपनी सफलता के बारे में बताते हुए सलाह दी कि, अगर आप कुछ बड़ा करना चाहते हैं तो पहले अपना लक्ष्य तय करें और फिर उसके हिसाब से तैयारी करें तो सफतला जरूर मिलेगी. संप्रीति ने कहा कि, कभी भी हार नहीं माननी चाहिए बल्कि जबतक सफलता न मिले तब तक कोशिश करते रहना चाहिए.