नई दिल्ली : दिल्ली में राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष विजय सांपला ने कहा कि एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े द्वारा उपलब्ध कराए गए दस्तावेजों का महाराष्ट्र सरकार की ओर से सत्यापन किया जाएगा. यदि दस्तावेज वैध पाए गए, तो उनके दस्तावेजों के आधार पर उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर सकता है.
वानखेड़े की जाति को लेकर अभी तक स्थिति साफ नहीं हो पायी है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता और महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक (NCP leader and Maharashtra minister Nawab Malik) ने रविवार को कहा कि वह अपने दावे पर कायम हैं कि समीर वानखेड़े (NCB’s Mumbai zonal director Sameer Wankhede) जन्म से मुस्लिम हैं और उन्होंने सरकारी नौकरी पाने के लिए फर्जी प्रमाण पत्र पेश किया था.
आज दिल्ली में राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष विजय सांपला से मुलाकात के बाद समीर वानखेड़े ने कहा कि आयोग ने जो भी तथ्य और दस्तावेज मांगे थे, उन्हें उपलब्ध करा दिया गया है. उन्होंने कहा कि मेरी शिकायत का सत्यापन किया जाएगा और जल्द ही आयोग के अध्यक्ष इस पर जवाब देंगे.
आपको बता दें कि समीर वानखेड़े एनसीबी के जोनल डायरेक्टर हैं. ड्रग्स माफिया के खिलाफ उनकी कार्रवाई को लेकर पूरे मुंबई में खलबली मची हुई है. लेकिन नवाब मलिक ने उन पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. मलिक के अनुसार समीर अनुसूचित जाति से नहीं आते हैं. मलिक ने दावा किया है कि मलिक मुस्लिम हैं. उन्होंने जिस लड़की से शादी की थी, वह भी मुस्लिम थी. मलिक ने उनका निकाहनामा भी सार्वजनिक कर दिया.
इन आरोपों पर समीर मलिक ने सफाई भी दी है. उनका कहना है कि उनकी पहली पत्नी मुस्लिम थीं. लेकिन अब उनसे तलाक हो चुका है. उन्होंने उसके बाद दूसरी शादी की है. शादी क्रांति रेडकर से हुई है. समीर ने कहा कि वह और उनका पूरा परिवार हिंदू है. उन्होंने कभी भी मुस्लिम धर्म नहीं अपनाया है.
समीर वानखेड़े ने आज अपनी जाति से संबंधित सभी दस्तावेज आयोग को सौंप दिए हैं.