ETV Bharat / bharat

संजय सिंह के WFI अध्यक्ष बनने से साक्षी मलिक की मां नाराज, बोलीं- बेटी को न्याय नहीं मिला - साक्षी मलिक की मां सुदेश मलिक

Sakshi Malik Mother Reactiion: भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष पद पर संजय सिंह के चुने जाने से साक्षी मलिक की मां सुदेश मलिक ने भी दुख जाहिर किया है. उन्होंने कहा कि बेटी को न्याय नहीं मिला है.

Sakshi Malik Mother Reactiion
Sakshi Malik Mother Reactiion
author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Dec 22, 2023, 11:13 PM IST

संजय सिंह के WFI अध्यक्ष बनने से साक्षी मलिक की मां नाराज

रोहतक: ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक की मां सुदेश मलिक भी बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के नजदीकी संजय सिंह के भारतीय कुश्ती महासंघ का अध्यक्ष बनने से दुखी हैं. हालांकि बेटी साक्षी के कुश्ती छोड़ने के फैसले का उन्होंने साथ दिया है. सुदेश मलिक ने कहा कि ऐसा नहीं सोचा था कि कुश्ती से इस तरह की विदाई होगी. जिस चीज के लिए सभी पहलवान लड़ाई लड़ रहे थे, वह हासिल नहीं हुई.साक्षी मलिक की मां शुक्रवार को रोहतक में मीडिया से बातचीत में अपना दर्द बयां कर रही थी.

साक्षी मलिक ने कुश्ती से लिया संन्यास: गौरतलब है कि भारतीय कुश्ती महासंघ के एक दिन पहले हुए चुनाव में पूर्व अध्यक्ष एवं बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह अध्यक्ष बने हैं. जिसके विरोध में दिल्ली में प्रेस कांफ्रेंस कर ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक ने कुश्ती छोड़ने का ऐलान किया. साक्षी मलिक के साथ विनेश फौगाट व बजरंग पूनिया भी मौजूद थे. साक्षी ने तो अपने जूते उतारकर टेबल पर रख दिए. इसी पर साक्षी की मां सुदेश मलिक ने कहा कि भारतीय कुश्ती महासंघ को महिला नेतृत्व नहीं मिला. इस बार भी पुरुष ही कुश्ती संघ का अध्यक्ष बन गया. वह भी बृजभूषण शरण सिंह का नजदीकी.

'अनुराग ठाकुर ने दिया था न्याय का आश्वासन': सुदेश मलिक ने बताया कि 5 दिन पहले केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने साक्षी मलिक व अन्य पहलवानों को बुलाया था. तब उन्हें आश्वासन दिया गया था कि उनके साथ न्याय होगा. लेकिन कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष पद पर बृजभूषण शरण सिंह के नजदीकी के चुनाव जीतने से साक्षी मलिक को दुख पहुंचा है. इसी वजह से उसने कुश्ती छोड़ने का ऐलान कर दिया.

'ओलंपिक में फिर से पदक लाना चाहती थी साक्षी': एक सवाल के जवाब में साक्षी की मां ने कहा कि पहले से कोई प्लानिंग नहीं थी. साक्षी तो सुबह-शाम प्रेक्टिस में जुटी रहती थी. ताकि देश के लिए ओलंपिक में एक और पदक ला सके. पूरा देश जानता है कि साक्षी कितनी मेहनती है. वह इस वजह से लड़ाई लड़ रही थी कि कुश्ती महासंघ अच्छा बने. लेकिन बृजभूषण शरण सिंह का राइट हैंड ही चुनाव जीत गया तो दिल पर एकदम ठेस लगी.

'बेटी को नहीं मिला न्याय': सुदेश मलिक ने बताया कि साक्षी मलिक दिल्ली में प्रेक्टिस करती थी और शनिवार व रविवार को रोहतक आती थी. साक्षी ने बाकी साथी पहलवानों के साथ मिलकर लंबी लड़ाई लड़ी और पूरे देश ने उसका साथ दिया. लेकिन न्याय नहीं मिला. वह बेटी के फैसले में साथ हैं. साक्षी के राजनीति में आने के सवाल पर सुदेश मलिक ने कहा कि अब वह खुद अपना भविष्य तय करेगी.

ये भी पढ़ें: संजय सिंह के अध्यक्ष बनते ही पूनिया और साक्षी ने लिए बड़े फैसले, क्या अब विनेश भी उठा सकतीं हैं कोई बड़ा कदम

ये भी पढ़ें: बृजभूषण के करीबी संजय सिंह बने भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष

संजय सिंह के WFI अध्यक्ष बनने से साक्षी मलिक की मां नाराज

रोहतक: ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक की मां सुदेश मलिक भी बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के नजदीकी संजय सिंह के भारतीय कुश्ती महासंघ का अध्यक्ष बनने से दुखी हैं. हालांकि बेटी साक्षी के कुश्ती छोड़ने के फैसले का उन्होंने साथ दिया है. सुदेश मलिक ने कहा कि ऐसा नहीं सोचा था कि कुश्ती से इस तरह की विदाई होगी. जिस चीज के लिए सभी पहलवान लड़ाई लड़ रहे थे, वह हासिल नहीं हुई.साक्षी मलिक की मां शुक्रवार को रोहतक में मीडिया से बातचीत में अपना दर्द बयां कर रही थी.

साक्षी मलिक ने कुश्ती से लिया संन्यास: गौरतलब है कि भारतीय कुश्ती महासंघ के एक दिन पहले हुए चुनाव में पूर्व अध्यक्ष एवं बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह अध्यक्ष बने हैं. जिसके विरोध में दिल्ली में प्रेस कांफ्रेंस कर ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक ने कुश्ती छोड़ने का ऐलान किया. साक्षी मलिक के साथ विनेश फौगाट व बजरंग पूनिया भी मौजूद थे. साक्षी ने तो अपने जूते उतारकर टेबल पर रख दिए. इसी पर साक्षी की मां सुदेश मलिक ने कहा कि भारतीय कुश्ती महासंघ को महिला नेतृत्व नहीं मिला. इस बार भी पुरुष ही कुश्ती संघ का अध्यक्ष बन गया. वह भी बृजभूषण शरण सिंह का नजदीकी.

'अनुराग ठाकुर ने दिया था न्याय का आश्वासन': सुदेश मलिक ने बताया कि 5 दिन पहले केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने साक्षी मलिक व अन्य पहलवानों को बुलाया था. तब उन्हें आश्वासन दिया गया था कि उनके साथ न्याय होगा. लेकिन कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष पद पर बृजभूषण शरण सिंह के नजदीकी के चुनाव जीतने से साक्षी मलिक को दुख पहुंचा है. इसी वजह से उसने कुश्ती छोड़ने का ऐलान कर दिया.

'ओलंपिक में फिर से पदक लाना चाहती थी साक्षी': एक सवाल के जवाब में साक्षी की मां ने कहा कि पहले से कोई प्लानिंग नहीं थी. साक्षी तो सुबह-शाम प्रेक्टिस में जुटी रहती थी. ताकि देश के लिए ओलंपिक में एक और पदक ला सके. पूरा देश जानता है कि साक्षी कितनी मेहनती है. वह इस वजह से लड़ाई लड़ रही थी कि कुश्ती महासंघ अच्छा बने. लेकिन बृजभूषण शरण सिंह का राइट हैंड ही चुनाव जीत गया तो दिल पर एकदम ठेस लगी.

'बेटी को नहीं मिला न्याय': सुदेश मलिक ने बताया कि साक्षी मलिक दिल्ली में प्रेक्टिस करती थी और शनिवार व रविवार को रोहतक आती थी. साक्षी ने बाकी साथी पहलवानों के साथ मिलकर लंबी लड़ाई लड़ी और पूरे देश ने उसका साथ दिया. लेकिन न्याय नहीं मिला. वह बेटी के फैसले में साथ हैं. साक्षी के राजनीति में आने के सवाल पर सुदेश मलिक ने कहा कि अब वह खुद अपना भविष्य तय करेगी.

ये भी पढ़ें: संजय सिंह के अध्यक्ष बनते ही पूनिया और साक्षी ने लिए बड़े फैसले, क्या अब विनेश भी उठा सकतीं हैं कोई बड़ा कदम

ये भी पढ़ें: बृजभूषण के करीबी संजय सिंह बने भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.