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सागर ने महबूबा पर 2004 में दायर मानहानि का मुकदमा वापस लिया - महबूबा पर 2004 में दायर मानहानि का मुकदमा

जम्मू-कश्मीर में राजनीति एकदम से बदल गई है. जो नेता एक-दूसरे को देखना तक पसंद नहीं करते थे, वे अब दोस्त बन गए हैं. पढ़ें पूरी रिपोर्ट.

Sagar and Mehbooba
सागर व महबूबा
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Published : Dec 7, 2020, 10:40 PM IST

श्रीनगर : गुपकार घोषणा (PAGD) के लिए पीपल्स एलायंस के गठन ने न केवल कश्मीर केंद्रित दलों को एक साथ ला दिया है, बल्कि अपने नेताओं के बीच सौहार्द्रपूर्ण संबंध का मार्ग भी प्रशस्त किया है. ऐसे ही एक उदाहरण में, नेशनल कॉन्फ्रेंस के महासचिव अली मोहम्मद सागर ने सोमवार को श्रीनगर में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) के समक्ष एक आवेदन दायर किया और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती पर दायर मानहानि के मुकदमे को वापस करने की मांग की.

लोकसभा चुनाव में लगाया था धांधली का आरोप

2004 में, सागर ने महबूबा के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया था. महबूबा ने उन पर लोकसभा चुनाव में धांधली का आरोप लगाया था. सागर उस समय जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के मुख्य पोलिंग एजेंट थे. पिछले हफ्ते, महबूबा ने इस मामले को खारिज करने के लिए जम्मू-कश्मीर उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया. कोर्ट ने महबूबा की याचिका को खारिज करते हुए ट्रायल कोर्ट को कार्यवाही से आगे बढ़ने का निर्देश दिया.
आज, दोनों पक्षों के वकीलों ने सीजेएम श्रीनगर की अदालत में एक संयुक्त याचिका दायर कर मामले को खारिज करने की मांग की. अली मुहम्मद सागर की ओर से एडवोकेट शब्बीर अहमद खान और एडवोकेट रफीक अहमद पेश हुए, जबकि एडवोकेट जवाद रेशम ने महबूबा मुफ्ती का प्रतिनिधित्व किया.

मतभेदों को खत्म करने के लिए मुकदमा वापस

अधिवक्ता अहमद ने मामले पर कहा कि दोनों नेताओं ने लोगों के हित में एक साथ काम करने का फैसला किया है. चूंकि दोनों अब साथ काम कर रहे हैं और इसलिए मामले को आगे बढ़ाने की कोई आवश्यकता नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि महबूबा और सागर ने अतीत में उनके बीच के सभी मतभेदों को खत्म करने के लिए मुकदमा वापस लेने का फैसला किया है.

श्रीनगर : गुपकार घोषणा (PAGD) के लिए पीपल्स एलायंस के गठन ने न केवल कश्मीर केंद्रित दलों को एक साथ ला दिया है, बल्कि अपने नेताओं के बीच सौहार्द्रपूर्ण संबंध का मार्ग भी प्रशस्त किया है. ऐसे ही एक उदाहरण में, नेशनल कॉन्फ्रेंस के महासचिव अली मोहम्मद सागर ने सोमवार को श्रीनगर में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) के समक्ष एक आवेदन दायर किया और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती पर दायर मानहानि के मुकदमे को वापस करने की मांग की.

लोकसभा चुनाव में लगाया था धांधली का आरोप

2004 में, सागर ने महबूबा के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया था. महबूबा ने उन पर लोकसभा चुनाव में धांधली का आरोप लगाया था. सागर उस समय जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के मुख्य पोलिंग एजेंट थे. पिछले हफ्ते, महबूबा ने इस मामले को खारिज करने के लिए जम्मू-कश्मीर उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया. कोर्ट ने महबूबा की याचिका को खारिज करते हुए ट्रायल कोर्ट को कार्यवाही से आगे बढ़ने का निर्देश दिया.
आज, दोनों पक्षों के वकीलों ने सीजेएम श्रीनगर की अदालत में एक संयुक्त याचिका दायर कर मामले को खारिज करने की मांग की. अली मुहम्मद सागर की ओर से एडवोकेट शब्बीर अहमद खान और एडवोकेट रफीक अहमद पेश हुए, जबकि एडवोकेट जवाद रेशम ने महबूबा मुफ्ती का प्रतिनिधित्व किया.

मतभेदों को खत्म करने के लिए मुकदमा वापस

अधिवक्ता अहमद ने मामले पर कहा कि दोनों नेताओं ने लोगों के हित में एक साथ काम करने का फैसला किया है. चूंकि दोनों अब साथ काम कर रहे हैं और इसलिए मामले को आगे बढ़ाने की कोई आवश्यकता नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि महबूबा और सागर ने अतीत में उनके बीच के सभी मतभेदों को खत्म करने के लिए मुकदमा वापस लेने का फैसला किया है.

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