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पहलवान सागर हत्याकांड : हत्या को लेकर चश्मदीद सोनू महाल का अहम खुलासा

सागर हत्याकांड (Wrestler Sagar Murder) मामले में अबतक कई खुलासे हो चुके हैं. ताजा खुलासा हत्या के चश्मदीद एवं खुद वारदात का शिकार बने सोनू महाल (Sonu Mahal) ने किया है. उन्होंने कहा कि सागर की हत्या की पीछे की वजह किसी प्रकार का प्रॉपर्टी विवाद नहीं, बल्कि उसकी कामयाबी थी.

पहलवान सागर हत्याकांड
पहलवान सागर हत्याकांड
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Published : Jun 11, 2021, 2:03 PM IST

नई दिल्लीः सागर की हत्या का कारण किसी प्रकार का प्रॉपर्टी विवाद नहीं, बल्कि उसकी कामयाबी थी. सागर जूनियर चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीत चुका था. वह बहुत अच्छा रेसलर था. इसके चलते सुशील को लगता था कि सागर उससे अधिक आगे निकल जायेगा.

पहलवान सागर हत्याकांड

इसी वजह से उसने सागर की हत्या कर दी. यह खुलासा हत्या के चश्मदीद एवं खुद वारदात का शिकार बने सोनू महाल (Sonu Mahal) ने किया है.

सोनू महाल ने पुलिस को दिए बयान में बताया है कि सुशील कुमार (Sushil Kumar) के जिस फ्लैट को लेकर विवाद बताया जा रहा है, वह सागर ने मार्च महीने में ही खाली कर दिया था. सागर जिस फ्लैट में अभी रहता था, उसकी जानकारी सुशील पहलवान को भी नहीं थी.

सागर धीरे-धीरे पहलवानी की दुनिया में नाम कमा रहा था. वह भी सुशील से अलग होकर. इसके चलते ही सुशील और सागर के बीच में तनाव चल रहा था. सोनू की माने तो सुशील नहीं चाहता था कि सागर पहलवानी की दुनिया में आगे बढ़े. उसने ठान लिया था कि वह सागर की हत्या कर देगा. इसलिए वारदात के समय वह 25 से ज्यादा बदमाशों को हथियार सहित लेकर आया था.

आखिर क्या हुआ था 4 मई की रात

सोनू ने पुलिस को बताया है कि 4 मई की रात वह सागर के साथ मॉडल टाउन स्थित फ्लैट में मौजूद था. देर रात दरवाजे पर कुछ लोगों ने दस्तक दी. इसके बाद उन्होंने धक्का देकर दरवाजे की कुंडी तोड़ दी. उनके हाथ में पिस्तौल थी. उन्हें पिस्तौल के बल पर नीचे ले जाया गया. वहां पर कार में सुशील पहलवान बैठा था और उसके हाथ में पिस्तौल थी.

उन्हें जबरन गाड़ी में बदमाश छत्रसाल स्टेडियम ले गए. वहां पर उन्हें बेरहमी से पीटा गया. सोनू का आरोप है कि उन्हें धमकाने के लिए सुशील ने हवा में गोली भी चलाई. वह कह रहा था कि उन्हें आज जान से मार देगा.

उनका साथी रविन्द्र किसी तरह से भाग निकला और मामले की जानकारी पुलिस को दी. पुलिस के पहुंचने पर सभी बदमाशों के साथ सुशील फरार हो गया. अगर पुलिस नहीं आती तो शायद आज वह भी जीवित नहीं होता.

ये भी पढ़ें : पहलवान सागर हत्याकांड : एक और व्यक्ति की गिरफ्तारी

पुलिस की भूमिका पर भी उठाए सवाल

सोनू का दावा है कि इस मामले में पुलिस की भूमिका भी संदिग्ध है. पुलिस मौके पर पहुंचने के बाद केवल खाना पूर्ति कर जा रही थी. उनके दोस्त अमित ने पुलिस को बताया कि सागर और सोनू को यहां पीटा गया है. लेकिन पुलिस उन दोनों को तलाश ही नहीं रही थी.

अमित द्वारा बार-बार दबाव डालने पर उन्होंने सोनू और सागर को तलाश लिया. सोनू का आरोप है कि बार-बार कहने पर भी उनके परिवार को पुलिस सूचना नहीं दे रही थी. यहां तक की घटना के तुरंत बाद पुलिस ने उसका बयान तक दर्ज नहीं किया था.

नई दिल्लीः सागर की हत्या का कारण किसी प्रकार का प्रॉपर्टी विवाद नहीं, बल्कि उसकी कामयाबी थी. सागर जूनियर चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीत चुका था. वह बहुत अच्छा रेसलर था. इसके चलते सुशील को लगता था कि सागर उससे अधिक आगे निकल जायेगा.

पहलवान सागर हत्याकांड

इसी वजह से उसने सागर की हत्या कर दी. यह खुलासा हत्या के चश्मदीद एवं खुद वारदात का शिकार बने सोनू महाल (Sonu Mahal) ने किया है.

सोनू महाल ने पुलिस को दिए बयान में बताया है कि सुशील कुमार (Sushil Kumar) के जिस फ्लैट को लेकर विवाद बताया जा रहा है, वह सागर ने मार्च महीने में ही खाली कर दिया था. सागर जिस फ्लैट में अभी रहता था, उसकी जानकारी सुशील पहलवान को भी नहीं थी.

सागर धीरे-धीरे पहलवानी की दुनिया में नाम कमा रहा था. वह भी सुशील से अलग होकर. इसके चलते ही सुशील और सागर के बीच में तनाव चल रहा था. सोनू की माने तो सुशील नहीं चाहता था कि सागर पहलवानी की दुनिया में आगे बढ़े. उसने ठान लिया था कि वह सागर की हत्या कर देगा. इसलिए वारदात के समय वह 25 से ज्यादा बदमाशों को हथियार सहित लेकर आया था.

आखिर क्या हुआ था 4 मई की रात

सोनू ने पुलिस को बताया है कि 4 मई की रात वह सागर के साथ मॉडल टाउन स्थित फ्लैट में मौजूद था. देर रात दरवाजे पर कुछ लोगों ने दस्तक दी. इसके बाद उन्होंने धक्का देकर दरवाजे की कुंडी तोड़ दी. उनके हाथ में पिस्तौल थी. उन्हें पिस्तौल के बल पर नीचे ले जाया गया. वहां पर कार में सुशील पहलवान बैठा था और उसके हाथ में पिस्तौल थी.

उन्हें जबरन गाड़ी में बदमाश छत्रसाल स्टेडियम ले गए. वहां पर उन्हें बेरहमी से पीटा गया. सोनू का आरोप है कि उन्हें धमकाने के लिए सुशील ने हवा में गोली भी चलाई. वह कह रहा था कि उन्हें आज जान से मार देगा.

उनका साथी रविन्द्र किसी तरह से भाग निकला और मामले की जानकारी पुलिस को दी. पुलिस के पहुंचने पर सभी बदमाशों के साथ सुशील फरार हो गया. अगर पुलिस नहीं आती तो शायद आज वह भी जीवित नहीं होता.

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पुलिस की भूमिका पर भी उठाए सवाल

सोनू का दावा है कि इस मामले में पुलिस की भूमिका भी संदिग्ध है. पुलिस मौके पर पहुंचने के बाद केवल खाना पूर्ति कर जा रही थी. उनके दोस्त अमित ने पुलिस को बताया कि सागर और सोनू को यहां पीटा गया है. लेकिन पुलिस उन दोनों को तलाश ही नहीं रही थी.

अमित द्वारा बार-बार दबाव डालने पर उन्होंने सोनू और सागर को तलाश लिया. सोनू का आरोप है कि बार-बार कहने पर भी उनके परिवार को पुलिस सूचना नहीं दे रही थी. यहां तक की घटना के तुरंत बाद पुलिस ने उसका बयान तक दर्ज नहीं किया था.

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