सागर। मध्य प्रदेश के सागर जिले की बंडा तहसील के किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले अरविंद सिंह की बात करें, तो अरविंद सिंह ठाकुर ने सिर्फ सागर या बुंदेलखंड ही नहीं, बल्कि मध्यप्रदेश और देश का नाम दुनिया में रोशन किया है. अरविंद सिंह ठाकुर नवंबर माह में फिलीपींस के न्यू क्लार्क शहर में होने जा रही 22वीं एशियन मास्टर्स एथलेटिक चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे और 800 और 1500 मीटर की दौड़ में हिस्सा लेंगे.
अरविंद सिंह की बात करें तो अरविंद सिंह खेतिहर परिवार से ताल्लुक रखने के साथ-साथ भारतीय सेना में सेवा दे चुके हैं. इन दिनों जेल विभाग में जेल प्रहरी पद पर पदस्थ हैं. अरविंद सिंह की खास बात ये है कि ये पिछले आठ सालों से सागर के नौजवानों को सेना, पुलिस और वनविभाग की नौकरियों को लिए मुफ्त शारीरिक प्रशिक्षण दे रहे हैं.
बंडा के लाल का कमाल, फिलीपींस में लहराएंगे तिरंगा: सागर जिले के बंडा तहसील के कंधारी गांव के रहने वाले अरविंद सिंह ठाकुर किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं. बचपन से फौज में सेवा देने का सपना था, इसलिए शुरू से दौड़ और शारीरिक अभ्यास में जुट गए थे. उन्होंने राजनीति शास्त्र से एमए करने के बाद शारीरिक शिक्षा में बीपी एड किया है. अपनी शारीरिक प्रतिभा के दम पर अरविंद सिंह ठाकुर ने सेना में शार्ट सर्विस कमीशन में चयनित हुए और सेना में 8 साल सेवाएं देने के बाद मध्यप्रदेश जेल विभाग में प्रहरी बने.
अरविंद सिंह ठाकुर की पोस्टिंग सागर केंद्रीय जेल के अंतर्गत आने वाली बेगमगंज उपजेल में है, लेकिन एथलेटिक की प्रैक्टिस और जेल के प्रशिक्षण का काम देखने के लिए उन्हें सागर केंद्रीय जेल में संबंद्ध किया गया है.
स्टेट और नेशनल प्रतियोगिताओं में शानदार प्रदर्शन: जेल प्रहरी अरविंद सिंह ठाकुर की बात करें तो अरविंद सिंह ठाकुर ने 2022 में तमिलनाडु के चैन्नई में आयोजित 42वीं नेशनल मास्टर एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में 800 मीटर एवं 1500 मीटर दौड़ प्रतियोगिता में 2 सिल्वर मेडल और पश्चिम बंगाल के कोलकाता में आयोजित 43वीं नेशनल मास्टर एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में 400 मीटर की दौड प्रतियोगिता में ब्रांज मैडल और 800 मीटर रेस में गोल्ड मेडल हासिल किया है.
अरविंद सिंह ठाकुर भारतीय सेना में करीब 8 साल सेवाएं दे चुके हैं. उनके इस व्यक्तिगत प्रदर्शन के आधार पर उन्हें स्टेट मास्टर एथलेटिक एशोसिएशन ने फिलीपींस के न्यू क्लार्क सिटी में 8 नवंबर से 12 नवंबर तक आयोजित होने जा रही 22वीं एशियन मास्टर्स एथलेटिक चैंपियनशिप मीट के लिए चयनित किया गया है.
सेना और पुलिस भर्ती के लिए युवाओं को करते हैं प्रशिक्षित: अरविंद सिंह की बात करें तो फिलहाल अरविंद सागर जेल में पदस्थ और सागर केंद्रीय जेल के जेल प्रशिक्षण केंद्र में जेल प्रहरियों के प्रशिक्षण का काम देखते हैं. वो यहां जेल प्रहरियों को शारीरिक प्रशिक्षण देते हैं. बेगमगंज उप जेल में पदस्थ रहते हुए अरविंद सिंह ठाकुर ने वहां के युवाओं को पुलिस, सेना, वनविभाग, जेल विभाग और अन्य विभागों में शारीरिक मापदंड और शारीरिक कौशल के आधार पर होने वाले चयन के लिए निशुल्क प्रशिक्षण दिया है. सागर में पदस्थ होने के बाद वो यहां के युवाओं को सेना, पुलिस और अन्य नौकरियों के लिए शारीरिक प्रशिक्षण दे रहे हैं.
क्या कहना है अरविंद सिंह का: अरविंद सिंह बताते हैं कि स्टेट मास्टर एथलेटिक एशोसिएशन ने सबसे पहले भोपाल के भेल में आयोजित स्टेट चैंपियनशिप में हिस्सा लिया. जहां उन्होंने 800 और 1500 मीटर दौड़ में गोल्ड मेडल जीता. इस आधार पर उनका चयन फरवरी 2023 में कोलकाता में हुई नेशनल चैंपियनशिप में हुआ. जहां उन्होंने 400 मीटर दौड़ में ब्रांज मेडल और 800 मीटर दौड में गोल्ड मेडल जीता. इस प्रतियोगिता में सेना के जवानों को पछाड़ते हुए अरविंद सिंह ने पहला स्थान हासिल किया था.
इसी आधार पर उनका फिलीपींस में होने जा रही 22वीं एशियन मास्टर्स एथलेटिक चैंपियनशिप मीट में चयन हुआ है. अरविंद सिंह ने बताया कि उनकी पदस्थापना बेगमगंज उपजेल में है, लेकिन सागर जेल में उन्हें प्रतियोगिता तैयारी के लिए पदस्थ किया गया है. यहां जेल प्रहरियों को शारीरिक प्रशिक्षण देने के साथ-साथ वो 22वीं एशियन मास्टर्स एथलेटिक चैंपियनशिप मीट की तैयारी कर रहे हैं.
जेल विभाग ने दी शुभकामनाएं: केंद्रीय जेल सागर के जेल अधीक्षक दिनेश नरवारे बताते हैं कि "ये हम लोगों के लिए गौरव की बात है कि मध्यप्रदेश जेल विभाग का हमारा एक साथी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करेगा. ये पूरे मध्यप्रदेश और देश को गौरवान्वित करने वाली बात है. अरविंद सिंह आगामी 8 नवम्बर से 12 नवम्बर तक फिलीपींस में आयोजित 22वीं एशियन मास्टर्स एथलेटिक चैंपियनशिप मीट में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे. हमारे विभाग द्वारा उनके फिलीपींस जाने की तमाम औपचारिकताएं पूरी कर दी गयी है. हमारी शुभकामनाएं अरविंद सिंह के साथ है कि वो फिलीपींस में हमारे जेल विभाग का मध्यप्रदेश और देश का नाम रोशन करें.