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Safe Cities Index 2021: कोपेनहेगन और टोरंटो दुनिया के सबसे सुरक्षित शहर

द इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट ने सेफ सिटीज इंडेक्स 2021 की एक रिपोर्ट जारी की है. शीर्ष पायदानों पर डेनमार्क और ओंटारियो का दबदबा है. वहीं, टोकियो, सिंगापुर और ओसाका ने सुरक्षित शहर इस इंडेक्‍स में अपनी जगह पर डटे हुए हैं. इसमें स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे के अलावा डिजिटल सुरक्षा और व्यक्तिगत सुरक्षा जैसे 76 पैमानों के आधार पर 60 शहरों की रैकिंग की जाती है.

कोपेनहेगन और टोरंटो
कोपेनहेगन और टोरंटो
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Published : Aug 25, 2021, 1:49 PM IST

हैदराबाद : एनईसी कॉरपोरेशन द्वारा प्रायोजित द इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट ने सेफ सिटीज इंडेक्स 2021 की एक रिपोर्ट जारी की है. यह रिपोर्ट इंडेक्स के चौथे संस्करण पर आधारित है, जो डिजिटल, स्वास्थ्य, बुनियादी ढांचे, व्यक्तिगत और पर्यावरण सुरक्षा के तहत 76 पैमानों पर 60 शहरों की रैंकिंग करती है.

प्रमुख निष्कर्ष

  • सेफ सिटीज इंडेक्स के चौथे संस्करण में डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन पहले स्थान पर आते हैं, इसके बाद ओंटारियो की राजधानी टोरंटो का नंबर आता है.
  • उच्च सूचकांक अंक के साथ आय और पारदर्शिता दृढ़ता से सहसंबद्ध रहते हैं.
  • कोविड -19 के अनुभव से स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए अधिक दृष्टिकोण की आवश्यकता और शहरी बदलाव की योजना के प्रति घनिष्ठ एकीकरण का पता चलता है.
  • हालांकि, हमारे सूचकांक जानकारी से विभिन्न बुनियादी ढांचे सुरक्षा प्रणालियों में थोड़े बदलाव नजर आते हैं, वहीं, विशेषज्ञों का मानना है कि कोविड -19 ने इसे एक मोड़ दिया है.
  • अधिकांश शहरों में मजबूत पर्यावरण नीतियां हैं, लेकिन अब परिणाम देने का वक्त आ गया है.

संक्षिप्त

  • इस रिपोर्ट में ध्यान दिया गया है कि कैसे कोविड-19 ने शहरी सुरक्षा की पूरी अवधारणा को बदल दिया.
  • डिजिटल सुरक्षा को अब और भी प्राथमिकता दी जा रही है, क्योंकि अधिकांश कार्य अब ऑनलाइन होने लगे हैं.
  • बुनियादी ढांचे की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार लोगों को अपनी यात्रा के तरीकों और अपने सामानों के उपयोग में बदलाव को अपनाना होगा.
  • व्यक्तिगत सुरक्षा के लिए जिम्मेदार एजेंसियों को जनता, लॉकडाउन के दौरान अपराध के पैटर्न पर ध्यान देने की जरूरत है.
  • पर्यावरण की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार शहरी निवासियों और अधिकारियों की प्राथमिकता तब से बढ़ गई है, जब से कोविड-19 को चेतावनी के रूप में देखा जा रहा है.
  • ऐसी स्थिति में कोपेनहेगन प्रथम और टोरंटो ट्वित्तीय स्थान पर आते हैं. वहीं, टोक्यो, सिंगापुर और ओसाका हमेशा से एक ही क्रम में इस सूचकांक में शीर्ष पर रहे हैं.
  • इस साल कोपेनहेगन 100 में से 82.4 अंक के साथ पहले स्थान पर है, और टोरंटो 82.2 के साथ ट्वित्तीय स्थान पर है.
  • यह परिवर्तन एक विवर्तनिक बदलाव को ही नहीं दर्शाता है, बल्कि उन शहरों के बीच एक पुन: व्यवस्था है, जो हमेशा उन्हें शीर्ष तक पहुंचाते हैं. हमारे सूचकांक के सभी चार संस्करणों में, छह शहर - एम्स्टर्डैम, मेलबर्न, टोक्यो, टोरंटो, सिंगापुर और सिडनी, टॉप 10 में शामिल हैं, केवल कुछ ही अंक उन्हें एक-दूसरे से अलग करते हैं.
  • उच्च सूचकांक अंक के साथ आय और पारदर्शिता दृढ़ता से एक-दूसरे से संबंधित हैं.
  • साल 2019 की रिपोर्ट में, मानव विकास सूचकांक (एचडीआई) में उच्च अंक वाले शहर भी सेफ सिटीज रिजल्ट 2021 में बेहतर प्रदर्शन करते हैं.
  • सांख्यिकीय सहसंबंध अधिक होने की वजह से हमारे विशेषज्ञ इनके कारण और प्रभाव भी आसान नहीं होने की चेतावनी देते हैं.
  • आय से फंड की सुरक्षा मिलती है, जिससे निवेश बढ़ते हैं, लेकिन बदले में आर्थिक विकास वातावरण पर निर्भर करता है, जिससे हर तरह की सुरक्षा मिले.
  • पारदर्शिता और सुरक्षा के बीच संभावित कड़ी : विश्व बैंक का भ्रष्टाचार नियंत्रण और हमारे अंक एक-दूसरे से जूड़े होते हैं, जो कि एचडीआई के परिणामों से अलग हैं.

सुरक्षित शहरों के सूचकांक का क्षेत्रवार डेटा

डिजिटल सुरक्षा

डिजिटल सुरक्षा में अग्रणी शहर हैं : सिडनी, सिंगापुर, कोपेनहेगन, लॉस एंजिल्स और सैन फ्रांसिस्को

स्वास्थ्य सुरक्षा

स्वास्थ्य सुरक्षा में अग्रणी शहर : टोक्यो, सिंगापुर, हांगकांग, मेलबर्न और ओसाका

बुनियादी सुरक्षा

बुनियादी सुरक्षा में अग्रणी शहर : हांगकांग, सिंगापुर, कोपेनहेगन, टोरंटो, टोक्यो.

व्यक्तिगत सुरक्षा

व्यक्तिगत सुरक्षा में अग्रणी शहर : कोपेनहेगन, एम्स्टर्डैम, फ्रैंकफर्ट, स्टॉकहोम, ब्रुसेल्स.

पर्यावरण सुरक्षा

पर्यावरण सुरक्षा में अग्रणी शहर : वेलिंगटन, टोरंटो, वाशिंगटन डीसी, बोगोटा और मिलान.

सुरक्षित शहरों के सूचकांक में भारत का स्थान

  • स्वास्थ्य सुरक्षा की आवश्यकता को समझते हुए कुछ देशों ने महामारी के दौरान तेजी से कार्रवाई कर प्रशंसा के पात्र बने हैं. वे देश हैं- भारत, जापान और थाईलैंड. लेकिन बाद में संक्रमण के मामलों में वृद्धि को लेकर उन्हें चुनौतियों का सामना भी करना पड़ा है.
  • गुप्ते की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत के मुंबई और कोच्चि जैसे शहरों में अनौपचारिक बस्तियों में इसकी तस्वीर, कुछ मौजूदा सामुदायिक समूहों के प्रयासों और सोशल मीडिया ने सही दिखाई है.
  • संपूर्ण स्कोरिंग में मुंबई 100 में से 54.4 अंकों के साथ 50वें स्थान पर है.
  • डिजिटल सुरक्षा में मुंबई 45.4 अंकों के साथ 53वें स्थान पर है.
  • स्वास्थ्य सुरक्षा में मुंबई 60.8 अंकों के साथ 44वें स्थान पर है.
  • बुनियादी सुरक्षा में मुंबई 57.3 अंकों के साथ 48वें स्थान पर है.
  • व्यक्तिगत सुरक्षा में मुंबई 48.2 अंकों के साथ 50वें स्थान पर है.
  • पर्यावरण सुरक्षा में 60.1 अंकों के साथ 46वें

हैदराबाद : एनईसी कॉरपोरेशन द्वारा प्रायोजित द इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट ने सेफ सिटीज इंडेक्स 2021 की एक रिपोर्ट जारी की है. यह रिपोर्ट इंडेक्स के चौथे संस्करण पर आधारित है, जो डिजिटल, स्वास्थ्य, बुनियादी ढांचे, व्यक्तिगत और पर्यावरण सुरक्षा के तहत 76 पैमानों पर 60 शहरों की रैंकिंग करती है.

प्रमुख निष्कर्ष

  • सेफ सिटीज इंडेक्स के चौथे संस्करण में डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन पहले स्थान पर आते हैं, इसके बाद ओंटारियो की राजधानी टोरंटो का नंबर आता है.
  • उच्च सूचकांक अंक के साथ आय और पारदर्शिता दृढ़ता से सहसंबद्ध रहते हैं.
  • कोविड -19 के अनुभव से स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए अधिक दृष्टिकोण की आवश्यकता और शहरी बदलाव की योजना के प्रति घनिष्ठ एकीकरण का पता चलता है.
  • हालांकि, हमारे सूचकांक जानकारी से विभिन्न बुनियादी ढांचे सुरक्षा प्रणालियों में थोड़े बदलाव नजर आते हैं, वहीं, विशेषज्ञों का मानना है कि कोविड -19 ने इसे एक मोड़ दिया है.
  • अधिकांश शहरों में मजबूत पर्यावरण नीतियां हैं, लेकिन अब परिणाम देने का वक्त आ गया है.

संक्षिप्त

  • इस रिपोर्ट में ध्यान दिया गया है कि कैसे कोविड-19 ने शहरी सुरक्षा की पूरी अवधारणा को बदल दिया.
  • डिजिटल सुरक्षा को अब और भी प्राथमिकता दी जा रही है, क्योंकि अधिकांश कार्य अब ऑनलाइन होने लगे हैं.
  • बुनियादी ढांचे की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार लोगों को अपनी यात्रा के तरीकों और अपने सामानों के उपयोग में बदलाव को अपनाना होगा.
  • व्यक्तिगत सुरक्षा के लिए जिम्मेदार एजेंसियों को जनता, लॉकडाउन के दौरान अपराध के पैटर्न पर ध्यान देने की जरूरत है.
  • पर्यावरण की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार शहरी निवासियों और अधिकारियों की प्राथमिकता तब से बढ़ गई है, जब से कोविड-19 को चेतावनी के रूप में देखा जा रहा है.
  • ऐसी स्थिति में कोपेनहेगन प्रथम और टोरंटो ट्वित्तीय स्थान पर आते हैं. वहीं, टोक्यो, सिंगापुर और ओसाका हमेशा से एक ही क्रम में इस सूचकांक में शीर्ष पर रहे हैं.
  • इस साल कोपेनहेगन 100 में से 82.4 अंक के साथ पहले स्थान पर है, और टोरंटो 82.2 के साथ ट्वित्तीय स्थान पर है.
  • यह परिवर्तन एक विवर्तनिक बदलाव को ही नहीं दर्शाता है, बल्कि उन शहरों के बीच एक पुन: व्यवस्था है, जो हमेशा उन्हें शीर्ष तक पहुंचाते हैं. हमारे सूचकांक के सभी चार संस्करणों में, छह शहर - एम्स्टर्डैम, मेलबर्न, टोक्यो, टोरंटो, सिंगापुर और सिडनी, टॉप 10 में शामिल हैं, केवल कुछ ही अंक उन्हें एक-दूसरे से अलग करते हैं.
  • उच्च सूचकांक अंक के साथ आय और पारदर्शिता दृढ़ता से एक-दूसरे से संबंधित हैं.
  • साल 2019 की रिपोर्ट में, मानव विकास सूचकांक (एचडीआई) में उच्च अंक वाले शहर भी सेफ सिटीज रिजल्ट 2021 में बेहतर प्रदर्शन करते हैं.
  • सांख्यिकीय सहसंबंध अधिक होने की वजह से हमारे विशेषज्ञ इनके कारण और प्रभाव भी आसान नहीं होने की चेतावनी देते हैं.
  • आय से फंड की सुरक्षा मिलती है, जिससे निवेश बढ़ते हैं, लेकिन बदले में आर्थिक विकास वातावरण पर निर्भर करता है, जिससे हर तरह की सुरक्षा मिले.
  • पारदर्शिता और सुरक्षा के बीच संभावित कड़ी : विश्व बैंक का भ्रष्टाचार नियंत्रण और हमारे अंक एक-दूसरे से जूड़े होते हैं, जो कि एचडीआई के परिणामों से अलग हैं.

सुरक्षित शहरों के सूचकांक का क्षेत्रवार डेटा

डिजिटल सुरक्षा

डिजिटल सुरक्षा में अग्रणी शहर हैं : सिडनी, सिंगापुर, कोपेनहेगन, लॉस एंजिल्स और सैन फ्रांसिस्को

स्वास्थ्य सुरक्षा

स्वास्थ्य सुरक्षा में अग्रणी शहर : टोक्यो, सिंगापुर, हांगकांग, मेलबर्न और ओसाका

बुनियादी सुरक्षा

बुनियादी सुरक्षा में अग्रणी शहर : हांगकांग, सिंगापुर, कोपेनहेगन, टोरंटो, टोक्यो.

व्यक्तिगत सुरक्षा

व्यक्तिगत सुरक्षा में अग्रणी शहर : कोपेनहेगन, एम्स्टर्डैम, फ्रैंकफर्ट, स्टॉकहोम, ब्रुसेल्स.

पर्यावरण सुरक्षा

पर्यावरण सुरक्षा में अग्रणी शहर : वेलिंगटन, टोरंटो, वाशिंगटन डीसी, बोगोटा और मिलान.

सुरक्षित शहरों के सूचकांक में भारत का स्थान

  • स्वास्थ्य सुरक्षा की आवश्यकता को समझते हुए कुछ देशों ने महामारी के दौरान तेजी से कार्रवाई कर प्रशंसा के पात्र बने हैं. वे देश हैं- भारत, जापान और थाईलैंड. लेकिन बाद में संक्रमण के मामलों में वृद्धि को लेकर उन्हें चुनौतियों का सामना भी करना पड़ा है.
  • गुप्ते की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत के मुंबई और कोच्चि जैसे शहरों में अनौपचारिक बस्तियों में इसकी तस्वीर, कुछ मौजूदा सामुदायिक समूहों के प्रयासों और सोशल मीडिया ने सही दिखाई है.
  • संपूर्ण स्कोरिंग में मुंबई 100 में से 54.4 अंकों के साथ 50वें स्थान पर है.
  • डिजिटल सुरक्षा में मुंबई 45.4 अंकों के साथ 53वें स्थान पर है.
  • स्वास्थ्य सुरक्षा में मुंबई 60.8 अंकों के साथ 44वें स्थान पर है.
  • बुनियादी सुरक्षा में मुंबई 57.3 अंकों के साथ 48वें स्थान पर है.
  • व्यक्तिगत सुरक्षा में मुंबई 48.2 अंकों के साथ 50वें स्थान पर है.
  • पर्यावरण सुरक्षा में 60.1 अंकों के साथ 46वें
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