नई दिल्ली : विदेश मंत्री एस जयशंकर (External Affairs Minister S Jaishankar) और भारत की यात्रा पर आए ब्रिटेन के विदेश मंत्री जेम्स क्लेवरली (British Foreign Secretary James Cleverly) के बीच वार्ता में यूक्रेन संकट और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्थिति मुख्य विषय रहे. क्लेवरली दो दिवसीय यात्रा पर शुक्रवार को भारत पहुंचे. वह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद आतंकवाद रोधी समिति की एक विशेष बैठक में शामिल होने के लिए यहां आए हैं.
जयशंकर ने एक ट्वीट में कहा, 'पिछले महीने न्यूयार्क में हुई हमारी बैठक के कुछ ही समय बाद ब्रिटिश विदेश मंत्री जेम्स क्लेवरली की भारत की पहली यात्रा पर उनका स्वागत कर खुश हूं.' उन्होंने कहा, 'हमारे रोडमैप 2030 में हुई प्रगति का उल्लेख किया. यूक्रेन संकट और हिंद-प्रशांत पर भी चर्चा की.'
ऋषि सुनक के ब्रिटेन के भारतीय मूल के प्रथम प्रधानमंत्री के तौर पर मंगलवार को कार्यभार संभालने के बाद किसी ब्रिटिश मंत्री की यह पहली यात्रा है. यात्रा के दौरान, ब्रिटेन के विदेश मंत्री ने ब्रिटिश अंतरराष्ट्रीय निवेश के जरिये ब्रिटेन और भारत के बीच सहयोग बढ़ाने की घोषणा की. ब्रिटिश उच्चायोग के मुताबिक, इसमें महिला नीत फिनटेक कंपनी किनारा कैपिटल में 1.1 करोड़ पाउंड का निवेश शामिल है.
उच्चायोग ने कहा कि क्लेवरली ने ब्रिटेन समर्थित नीव2 फंड द्वारा हाइगेंको कंपनी में 2.2 करोड़ पाउंड के निवेश की भी घोषणा की, जो हरित हाइड्रोजन के उपयोग के जरिये भारत को हरित ऊर्जा जरूरतों की दिशा में बढ़ने में मदद करेगा.
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(पीटीआई-भाषा)