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रूस-यूक्रेन युद्ध : मारियुपोल में इस्पात संयंत्र से आम नागरिकों को सुरक्षित निकाला गया - नैन्सी पेलोसी जेलेंस्की मुलाकात

रूस-यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध (RUSSIA UKRAINE WAR) में दोनों ओर से दावे किए जा रहे हैं. यूक्रेनी सेना की ओर से कहा गया है कि पूर्वी हिस्से में वह रूस को मुंहतोड़ जवाब दे रही है. वहीं, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैन्सी पेलोसी से मुलाकात को अहम बताया है.

RUSSIA UKRAINE WAR
रूस यूक्रेन युद्ध
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Published : May 2, 2022, 6:47 AM IST

Updated : May 2, 2022, 9:05 AM IST

कीव : यूक्रेन के मारियुपोल शहर में एक इस्पात संयंत्र से कुछ आम नागरिकों को सुरक्षित बाहर निकाला गया, जिसके तत्काल बाद रूसी बलों ने गोलाबारी फिर से शुरू कर दी. 'यूक्रेनी नेशनल गार्ड ब्रिगेड’ के कमांडर डेनेस शलेगा ने रविवार को टेलीविजन पर दिए गए एक साक्षात्कार में कहा कि एजोव्स्ताल इस्पात मिल से आम नागरिकों को पूरी तरह से निकालने के लिए अभी कम से कम एक बार और अभियान चलाना होगा. इस्पात संयंत्र के नीचे बंकरों में बड़ी संख्या में व्यस्कों के अलावा कई छोटे बच्चे छिपे हैं.

शलेगा ने कहा कि बचाव दल ने जैसे ही संयंत्र से आम नागरिकों को निकालने का काम बंद किया, गोलाबारी शुरू हो गई. उन्होंने बताया कि एक अनुमान के अनुसार संयंत्र में अब भी सैकड़ों आम नागरिक तथा करीब 500 घायल सैनिक फंसे हुए हैं और बड़ी संख्या में शव वहां पड़े हुए हैं। मारियुपोल का सिर्फ यही एक हिस्सा है, जिस पर रूसी सैनिक कब्जा नहीं कर पाए हैं.

रूसी आक्रमण का कड़ा प्रतिरोध : यूक्रेन की सेना ने दावा किया है कि देश के पूर्वी हिस्से में रूसी आक्रमण का कड़ा प्रतिरोध किया जा रहा है, जिसकी कीमत जानमाल की हानि के रूप में चुकानी पड़ रही है. यूक्रेन के सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ ने रविवार को एक फेसबुक पोस्ट में कहा कि रूसी सैनिक स्लोबोदा, दोनेत्स्क और तौरीद क्षेत्रों में आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन यूक्रेनी सैनिक उन्हें रोक रहे हैं, जो गांव दर गांव लड़ाई जारी रखे हुए है.

उधर, रूस के रॉकेट हमले में यूक्रेन के तीसरे सबसे बड़े शहर ओडेसा के हवाईअड्डे का रनवे और काला सागर का एक महत्वपूर्ण बंदरगाह क्षतिग्रस्त हो गया है. यूक्रेन की सेना ने बताया कि रॉकेट हमले के बाद ओडेसा रनवे उपयोग के लायक नहीं रह गया है. वहीं, यूक्रेन के खुफिया अधिकारियों ने रूसी सैनिकों पर उनके कब्जे वाले कई शहरों और कस्बों में चिकित्सा संस्थान नष्ट करने का आरोप लगाया है. इस बीच, दक्षिणी यूक्रेन के मारियुपोल शहर की नगर परिषद ने कहा है कि नागरिकों की व्यापक स्तर पर निकासी के लिए संयुक्त राष्ट्र समर्थित एक कार्यक्रम की शुरुआत होने वाली है.

नैन्सी पेलोसी की कीव यात्रा अहम कदम : उधर, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैन्सी पेलोसी से कीव में हुई मुलाकात को मुश्किल समय में समर्थन का एक अहम कदम बताया. पेलोसी और अमेरिका के पांच से अधिक सांसदों ने सप्ताहांत में जेलेंस्की और उनके शीर्ष सहयोगियों से मुलाकात की थी, जो करीब तीन घंटे चली थी. रूसी सेना से घिरे राष्ट्र के साथ अमेरिकी एकजुटता दिखाने और जमीनी हालात का जायजा लेने के लिए इन नेताओं ने यूक्रेन की यात्रा की.

जेलेंस्की ने रविवार शाम टेलीविजन पर अपने संबोधन में कहा कि पेलोसी के साथ बैठक में यूक्रेन को रक्षा आपूर्ति, वित्तीय समर्थन और रूस के खिलाफ प्रतिबंधों सहित कई मुद्दों पर बातचीत हुई.

पढ़ें- Russia Ukraine War: ओडेसा में हवाई हमले जारी, जेलेंस्की ने रूसी सैनिकों से युद्ध न लड़ने का किया आग्रह

जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन के लोग 'उन सभी भागीदारों के आभारी हैं, जो इतने कठिन समय में हमारी राजधानी का दौरा करके समर्थन के ऐसे महत्वपूर्ण एवं शक्तिशाली संकेत दे रहे हैं.' इसके अलावा, जेलेंस्की ने बताया कि फरवरी के अंत में यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद से रूस के साथ मिलकर बनाए गए मानवीय गलियारों से 3,50,000 से अधिक लोगों को युद्ध क्षेत्रों से निकाला गया है. बड़ी संख्या में नागरिकों को बमबारी की मार झेल रहे मारियुपोल शहर में इस्पात संयंत्र से रविवार को निकाला गया था.

(पीटीआई-भाषा)

कीव : यूक्रेन के मारियुपोल शहर में एक इस्पात संयंत्र से कुछ आम नागरिकों को सुरक्षित बाहर निकाला गया, जिसके तत्काल बाद रूसी बलों ने गोलाबारी फिर से शुरू कर दी. 'यूक्रेनी नेशनल गार्ड ब्रिगेड’ के कमांडर डेनेस शलेगा ने रविवार को टेलीविजन पर दिए गए एक साक्षात्कार में कहा कि एजोव्स्ताल इस्पात मिल से आम नागरिकों को पूरी तरह से निकालने के लिए अभी कम से कम एक बार और अभियान चलाना होगा. इस्पात संयंत्र के नीचे बंकरों में बड़ी संख्या में व्यस्कों के अलावा कई छोटे बच्चे छिपे हैं.

शलेगा ने कहा कि बचाव दल ने जैसे ही संयंत्र से आम नागरिकों को निकालने का काम बंद किया, गोलाबारी शुरू हो गई. उन्होंने बताया कि एक अनुमान के अनुसार संयंत्र में अब भी सैकड़ों आम नागरिक तथा करीब 500 घायल सैनिक फंसे हुए हैं और बड़ी संख्या में शव वहां पड़े हुए हैं। मारियुपोल का सिर्फ यही एक हिस्सा है, जिस पर रूसी सैनिक कब्जा नहीं कर पाए हैं.

रूसी आक्रमण का कड़ा प्रतिरोध : यूक्रेन की सेना ने दावा किया है कि देश के पूर्वी हिस्से में रूसी आक्रमण का कड़ा प्रतिरोध किया जा रहा है, जिसकी कीमत जानमाल की हानि के रूप में चुकानी पड़ रही है. यूक्रेन के सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ ने रविवार को एक फेसबुक पोस्ट में कहा कि रूसी सैनिक स्लोबोदा, दोनेत्स्क और तौरीद क्षेत्रों में आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन यूक्रेनी सैनिक उन्हें रोक रहे हैं, जो गांव दर गांव लड़ाई जारी रखे हुए है.

उधर, रूस के रॉकेट हमले में यूक्रेन के तीसरे सबसे बड़े शहर ओडेसा के हवाईअड्डे का रनवे और काला सागर का एक महत्वपूर्ण बंदरगाह क्षतिग्रस्त हो गया है. यूक्रेन की सेना ने बताया कि रॉकेट हमले के बाद ओडेसा रनवे उपयोग के लायक नहीं रह गया है. वहीं, यूक्रेन के खुफिया अधिकारियों ने रूसी सैनिकों पर उनके कब्जे वाले कई शहरों और कस्बों में चिकित्सा संस्थान नष्ट करने का आरोप लगाया है. इस बीच, दक्षिणी यूक्रेन के मारियुपोल शहर की नगर परिषद ने कहा है कि नागरिकों की व्यापक स्तर पर निकासी के लिए संयुक्त राष्ट्र समर्थित एक कार्यक्रम की शुरुआत होने वाली है.

नैन्सी पेलोसी की कीव यात्रा अहम कदम : उधर, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैन्सी पेलोसी से कीव में हुई मुलाकात को मुश्किल समय में समर्थन का एक अहम कदम बताया. पेलोसी और अमेरिका के पांच से अधिक सांसदों ने सप्ताहांत में जेलेंस्की और उनके शीर्ष सहयोगियों से मुलाकात की थी, जो करीब तीन घंटे चली थी. रूसी सेना से घिरे राष्ट्र के साथ अमेरिकी एकजुटता दिखाने और जमीनी हालात का जायजा लेने के लिए इन नेताओं ने यूक्रेन की यात्रा की.

जेलेंस्की ने रविवार शाम टेलीविजन पर अपने संबोधन में कहा कि पेलोसी के साथ बैठक में यूक्रेन को रक्षा आपूर्ति, वित्तीय समर्थन और रूस के खिलाफ प्रतिबंधों सहित कई मुद्दों पर बातचीत हुई.

पढ़ें- Russia Ukraine War: ओडेसा में हवाई हमले जारी, जेलेंस्की ने रूसी सैनिकों से युद्ध न लड़ने का किया आग्रह

जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन के लोग 'उन सभी भागीदारों के आभारी हैं, जो इतने कठिन समय में हमारी राजधानी का दौरा करके समर्थन के ऐसे महत्वपूर्ण एवं शक्तिशाली संकेत दे रहे हैं.' इसके अलावा, जेलेंस्की ने बताया कि फरवरी के अंत में यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद से रूस के साथ मिलकर बनाए गए मानवीय गलियारों से 3,50,000 से अधिक लोगों को युद्ध क्षेत्रों से निकाला गया है. बड़ी संख्या में नागरिकों को बमबारी की मार झेल रहे मारियुपोल शहर में इस्पात संयंत्र से रविवार को निकाला गया था.

(पीटीआई-भाषा)

Last Updated : May 2, 2022, 9:05 AM IST
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