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बिहार का 'बाबा रामदेव' : रूद्र को 150 से अधिक योगासनों में महारत हासिल, ओलंपिक में मेडल जीतने का है सपना

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Published : Jun 21, 2022, 10:16 AM IST

बिहार के गया में नन्हा योग गुरु रूद्र प्रताप सिंह (Little Yoga Guru Rudra Pratap Singh) काफी मशहूर हैं. इन्हें गया का बाबा रामदेव कहा जाता है. 9 साल का रूद्र, 150 से अधिक योगासनों में महारत हासिल कर चुके हैं. अंडर एज 8 में नेशनल स्तर पर गोल्ड मेडल जीत चुके हैं. पढ़ें पूरी खबर..

गया का बाबा रामदेव हैं रूद्र
गया का बाबा रामदेव हैं रूद्र

गया: बिहार के गया का बाबा रामदेव हैं (Rudra is Baba Ramdev of Gaya) रूद्र. यह सौ प्रतिशत सही है. इस नन्हे योग गुरु की प्रतिभा देखते ही बनती है. बगैर किसी सरकारी ट्रेनिंग के ही इसने प्रतिभा को विरासत में प्राप्त किया है. योग के थोड़े जानकार रहे शिक्षक पिता राकेश कुमार से इसकी प्रारंभिक ट्रेनिंग शुरू हुई और फिर इसकी प्रतिभा जो निखरी तो फिर उसने पलट कर नहीं देखा. 150 तरह के योगासनों में इन्हें महारत हासिल है. नन्हा एथलीट भी हैं ये, स्केटिंग में राज्य स्तर पर गोल्ड मेडल जीत चुके हैं.

ये भी पढ़ें- अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2022: कुछ देर में मैसूर में शुरू होगा पीएम मोदी का कार्यक्रम

गया का बाबा रामदेव हैं रूद्र: बोधगया प्रखंड के राजापुर के रहने वाले राकेश कुमार का पुत्र रूद्र प्रताप सिंह योगा में ही नहीं बल्कि स्केटिंग में भी महारत हासिल कर रखा है. महज 9 साल की उम्र के रूद्र को करीब 150 योग आसनों में महारत हासिल है. ये अपने शरीर को रबर की तरह जिस ओर चाहे मोड़ लेते हैं. पूरे शरीर का लचीलापन ने इन्हें गया का बाबा रामदेव बना दिया है. इनकी प्रतिभा नेशनल स्तर पर पहुंच चुकी है. 2020 में इंडिया लेवल पर अंडर 8 में योगा में गोल्ड मेडल जीता है.

स्केटिंग में जीता है गोल्ड: डीएवी के छात्र है रूद्र. इन्होंने योगा में वर्ष 2020 में गोल्ड मेडल जीता है. अंडर 8 एज में इसने यह मेडल हासिल किया. वहीं, 8 वर्ष की उम्र में ही वर्ष 2021 में ओपन चैंपियन में इंडिया लेवल पर योगा में सिल्वर भी जीत चुके हैं. इसके अलावे 2022 में हुए 75 लाख सूर्य नमस्कार में भारत सरकार से इन्हें अवार्ड भी दिया है. यह नन्हा योग गुरु और एथलीट आयुष मंत्रालय से अवार्डेड है. रूद्र प्रताप सिंह स्केटिंग में भी कमाल कर रहे हैं. स्केटिंग में बिहार को फर्स्ट टाइम एसोसिएशन मिला है, जिसके द्वारा प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था. इस प्रतियोगिता में बिहार स्तर पर स्केटिंग में गोल्ड जीता है. पिछले लगातार 4 सालों से नन्हा रूद्र योग और एथलीट में कमाल कर रहे हैं और देश के लिए कुछ करने का जज्बा दिखा रहा है. इनकी चाहत है कि ये देश के लिए ओलंपिक मेडल जीते.

गया का बाबा रामदेव हैं रूद्र
गया का बाबा रामदेव हैं रूद्र

ओलंपिक मेडल जीतना है सपना: देश रुद्र प्रताप सिंह योगा और स्केटिंग में गया जिले के साथ-साथ बिहार और भारत का नाम रोशन कर रहे हैं. रुद्र ने अंडर-8 में योगा और स्केटिंग में राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लिया और कई राष्ट्रीय मेडल जीते है. इसे योग के 150 आसन करने में महारत हासिल है. नन्हा रुद्र प्रताप सिंह मुख्य सड़क पर 60 से 70 की स्पीड में स्केटिंग करता है. रुद्र का सपना है कि वो हाइट युवा ओलंपिक में खेले और देश के लिए मेडल जीते.

ओलंपिक मेडल जीतना है सपना
ओलंपिक मेडल जीतना है सपना

ये भी पढ़ें: अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2022ः विधानसभा परिसर में योग पर कार्यक्रम, JDU ने बनाई दूरी

गया: बिहार के गया का बाबा रामदेव हैं (Rudra is Baba Ramdev of Gaya) रूद्र. यह सौ प्रतिशत सही है. इस नन्हे योग गुरु की प्रतिभा देखते ही बनती है. बगैर किसी सरकारी ट्रेनिंग के ही इसने प्रतिभा को विरासत में प्राप्त किया है. योग के थोड़े जानकार रहे शिक्षक पिता राकेश कुमार से इसकी प्रारंभिक ट्रेनिंग शुरू हुई और फिर इसकी प्रतिभा जो निखरी तो फिर उसने पलट कर नहीं देखा. 150 तरह के योगासनों में इन्हें महारत हासिल है. नन्हा एथलीट भी हैं ये, स्केटिंग में राज्य स्तर पर गोल्ड मेडल जीत चुके हैं.

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गया का बाबा रामदेव हैं रूद्र: बोधगया प्रखंड के राजापुर के रहने वाले राकेश कुमार का पुत्र रूद्र प्रताप सिंह योगा में ही नहीं बल्कि स्केटिंग में भी महारत हासिल कर रखा है. महज 9 साल की उम्र के रूद्र को करीब 150 योग आसनों में महारत हासिल है. ये अपने शरीर को रबर की तरह जिस ओर चाहे मोड़ लेते हैं. पूरे शरीर का लचीलापन ने इन्हें गया का बाबा रामदेव बना दिया है. इनकी प्रतिभा नेशनल स्तर पर पहुंच चुकी है. 2020 में इंडिया लेवल पर अंडर 8 में योगा में गोल्ड मेडल जीता है.

स्केटिंग में जीता है गोल्ड: डीएवी के छात्र है रूद्र. इन्होंने योगा में वर्ष 2020 में गोल्ड मेडल जीता है. अंडर 8 एज में इसने यह मेडल हासिल किया. वहीं, 8 वर्ष की उम्र में ही वर्ष 2021 में ओपन चैंपियन में इंडिया लेवल पर योगा में सिल्वर भी जीत चुके हैं. इसके अलावे 2022 में हुए 75 लाख सूर्य नमस्कार में भारत सरकार से इन्हें अवार्ड भी दिया है. यह नन्हा योग गुरु और एथलीट आयुष मंत्रालय से अवार्डेड है. रूद्र प्रताप सिंह स्केटिंग में भी कमाल कर रहे हैं. स्केटिंग में बिहार को फर्स्ट टाइम एसोसिएशन मिला है, जिसके द्वारा प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था. इस प्रतियोगिता में बिहार स्तर पर स्केटिंग में गोल्ड जीता है. पिछले लगातार 4 सालों से नन्हा रूद्र योग और एथलीट में कमाल कर रहे हैं और देश के लिए कुछ करने का जज्बा दिखा रहा है. इनकी चाहत है कि ये देश के लिए ओलंपिक मेडल जीते.

गया का बाबा रामदेव हैं रूद्र
गया का बाबा रामदेव हैं रूद्र

ओलंपिक मेडल जीतना है सपना: देश रुद्र प्रताप सिंह योगा और स्केटिंग में गया जिले के साथ-साथ बिहार और भारत का नाम रोशन कर रहे हैं. रुद्र ने अंडर-8 में योगा और स्केटिंग में राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लिया और कई राष्ट्रीय मेडल जीते है. इसे योग के 150 आसन करने में महारत हासिल है. नन्हा रुद्र प्रताप सिंह मुख्य सड़क पर 60 से 70 की स्पीड में स्केटिंग करता है. रुद्र का सपना है कि वो हाइट युवा ओलंपिक में खेले और देश के लिए मेडल जीते.

ओलंपिक मेडल जीतना है सपना
ओलंपिक मेडल जीतना है सपना

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