सिरसा: आज के जमाने में दो रुपये की क्या कीमत है लेकिन कानून से ऊपर कोई नहीं है. किसी का दो रुपये हड़पना भी गैरकानूनी होता है. हालांकि ज्यादातर लोग दो रुपये को लेकर कोर्ट कचहरी के चक्कर नहीं काटना चाहेंगे लेकिन हरियाणा के सिरसा जिले के एक आरटीआई कार्यकर्ता ने महज दो रुपये के लिए सरकार के जन स्वास्थ्य विभाग (Haryana Public Health Department) को नोटिस भेजा है.
सिरसा के रहने वाले आरटीआई कार्यकर्ता तरूण भाटी से एक आरटीआई के जवाब के एवज में जन स्वास्थ्य विभाग ने 28 रुपये के डाक टिकट की मांग की. लेकिन तरूण को 30 रुपये के ही डाक टिकट मिले. उन्होंने बताया कि 28 रुपये के डाक टिकट नहीं आते. ये पूरे तीस रुपये के ही आते हैं. ऐसे में उन्होंने अधिकारियों से 28 रुपये नकद लेने की बात कही लेकिन अधिकारियों ने उनकी बात नहीं मानी.
तरूण ने कहा कि इसके बाद मैने 30 रुपये का डाक टिकट दे दिया. इसमें उसके दो रुपये बच गए लेकिन उन्होंने मेरे पैसे नहीं लौटाए. इसके बाद दो रुपये की रिकवरी के लिए जन स्वास्थ्य विभाग को नोटिस भी भेजा लेकिन अभी तक कोई रिप्लाई नहीं आया. उनकी मांग है कि वे अपने बाकी के दो रुपये विभाग से चेक के जरिए ही लेना चाहते हैं.
तरूण ने कहा कि विभाग के अधिकारी चाहते तो उनसे कैश में 28 रुपये ले सकते थे लेकिन उन्होंने मुझे प्रताड़ित करने के लिए मुझसे कैश में 28 रुपये नहीं लिए. इसलिए मैने ये बात हरियाणा के मुख्यमंत्री के सामने रखने का निर्णय लिया है. उनका कहना है कि अगर सिरसा जिले के लिए करोड़ो रुपयों की सौगात दी जा सकती है तो फिर उनके दो रुपये देने में कौन सी आपत्ति है.
मीडिया से बातचीत में तरुण भाटी ने कहा कि वे 2 रुपये के लिए मुख्यमंत्री हरियाणा से मिलेंगे. मामले को लेकर पहले शिकायत देंगे. अगर बात नहीं बनी तो मजबूरन विरोध करेंगे. उनके लिए 2 रुपये का काफी महत्व है. उन्होने कहा कि रविवार को सीएम मनोहर लाल खट्टर सिरसा के ओढ़ा इलाके में एक रैली को संबोधित करने आ रहे हैं. इस दौरान उनसे मुलाकात की पूरी कोशिश करूंगा.
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