बिलासपुर: सरगुजा विधायक और प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव शुक्रवार को रायपुर से अंबिकापुर जाने के लिए निकले थे. लगभग 12:30 बिलासपुर के पहले मुंगेली जिला के नानघाट के पास उनका काफिला जैसे ही पहुंचा, उसी दौरान अचानक काफिले के सामने बाइक सवार आ गया. बाइक सवार को बचाने के लिए सिंहदेव के कार ड्राइवर ने कार को नियंत्रित करने की कोशिश की लेकिन कार बेकाबू हो गई और डिवाइडर पर चढ़ गई.
कार का टायर फटा: कार के डिवाइडर पर चढ़ने की वजह से कार के एक साइड के दोनों टायर फट गए. इस हादसे के दौरान स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव कार में मौजूद थे. इस हादसे में किसी को भी ज्यादा चोट नहीं लगी है. बाइक सवार को भी बचा लिया गया है.
सिंहदेव का काफिला रोकना पड़ा: कार का टायर फटने की वजह से स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का काफिला कुछ देर तक उसी जगह पर रुक गया. फिर काफिले की दूसरी गाड़ी में बैठ कर स्वास्थ्य मंत्री अपने समर्थक पंकज सिंह के साथ अंबिकापुर के लिए रवाना हो गए.
बिलासपुर प्रशासन अलर्ट: इस हादसे की जानकारी लगने पर मुंगेली और बिलासपुर जिला प्रशासन अलर्ट हो गया था और मौके पर पहुंच गया था. इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने अधिकारियों को अपने सुरक्षित होने और किसी के हताहत नहीं होने की बात कही है. सिंहदेव ने कहा कि ''भगवान का शुक्र है कि बड़ा हादसा नहीं हुआ और किसी की जान नहीं गई.''
हादसे के बाद सिंहदेव का बयान: हादसे के बाद जांजगीर चांपा में कैबिनेट मंत्री टीएस सिंहदेव ने हादसे को लेकर जानकारी दी. सिंहदेव ने कहा कि यह हादसा उस समय हुआ जब वह अपने काफिले के साथ रायपुर से अकलतरा आ रहे थे. तभी उनके काफिले में अचानक एक सक्टू सवार घुस गया. जिसे बचाने के लिए तेज गति में चल रही कार को मोड़ना पड़ा. इस वजह से कार डिवाइडर से टकरा गई. इस हादसे में किसी को चोट नहीं आई है. यह हादसा दामाखेड़ा और नंदघाट के बीच हुआ. उन्होंने इस हादसे में सेफ रहने की वजह भगवान और जनता का आशीर्वाद बताया.
कांग्रेस के सीनियर लीडर और बघेल कैबिनेट के बड़े मंत्री हैं टीएस सिंहदेव: टीएस सिंहदेव छत्तीसगढ़ कांग्रेस के बड़े नेताओं में शुमार किए जाते हैं. वह बघेल सरकार में कैबिनेट मंत्री है. पहले वह पंचायत मंत्री भी थे. लेकिन साल 2022 में उन्होंने पंचायत मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. अभी वह स्वास्थ्य मंत्री के पद पर हैं. साल 2018 के चुनाव में टीएस सिंहदेव ने कांग्रेस का घोषणा पत्र बनाने का काम किया था. वह घोषणा पत्र कमेटी के अध्यक्ष रह चुके हैं. गांधी परिवार से भी टीएस सिंहदेव की नजदीकियां हैं