पटना: 28 मई को नए संसद भवन का उद्घाटन होना है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका उद्घाटन करेंगे. इसको लेकर तमाम विपक्षी दल लगातार विरोध कर रहे हैं. बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा है कि राष्ट्रपति भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों होना चहिए था. अगर वैसा नहीं होगा तो यह राष्ट्रपति का अपमान होगा.
नए संसद भवन के उद्घाटन कार्यक्रम के बहिष्कार का ऐलान: तेजस्वी यादव ने कहा कि देश के सर्वोच्च पद पर आसीन राष्ट्रपति से संसद के नए भवन का उद्घाटन करवाना उचित होगा. अगर ऐसा नहीं होगा तो हमलोग इस कार्यक्रम में नहीं जाएंगे. हमारी पार्टी इस कार्यक्रम का बहिष्कार करेगी. साथ ही तेजस्वी ने दो हजार के नोट को लेकर भी निशाना साधा और कहा कि नोटबंदी से क्या फायदे हुआ, पहले मोदी सरकार को यह बताना चाहिए. दो हजार का नोट लाया कौन? बंद कौन कर रहा है? हम तो कहेंगे 1 रुपये का ही सिक्का चलाया जाए. दो हजार के नोट को बंद करने का कोई मतलब नहीं है. वहीं विपक्षी एकता के लेकर बिहार में जो बैठक होना है उसपर भी उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया दी और कहा कि जल्द ही बैठक कब होगी, पता चल जाएगा.
"हमारी सभी से बात हुई है, हम इसका विरोध करेंगे. पहले सेशन का बहिष्कार करेंगे. हमारा मानना है कि राष्ट्रपति जी से नए भवन का उद्घाटन कराना चाहिए था. पार्लियामेंट के हेड राष्ट्रपति होते हैं लेकिन उद्घाटन उनसे ना कराना, उनका अपमान है. हम चाहते हैं कि पहले सेशन जिसमें उद्घाटन हो रहा है, सभी विपक्षी दल मिलकर बॉयकॉट करें."- तेजस्वी यादव, डिप्टी सीएम, बिहार
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महामहिम राष्ट्रपति के मान और संवैधानिक व्यवस्था एवं परंपरा की माननीय प्रधानमंत्री द्वारा अनदेखी को देखते हुए राष्ट्रीय जनता दल ने विपक्ष के अधिकांश दलों के साथ नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह का हिस्सा नहीं बनने का निर्णय लिया है।@manojkjhadu pic.twitter.com/NYmnSQtwBn
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— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) May 24, 2023महामहिम राष्ट्रपति के मान और संवैधानिक व्यवस्था एवं परंपरा की माननीय प्रधानमंत्री द्वारा अनदेखी को देखते हुए राष्ट्रीय जनता दल ने विपक्ष के अधिकांश दलों के साथ नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह का हिस्सा नहीं बनने का निर्णय लिया है।@manojkjhadu pic.twitter.com/NYmnSQtwBn
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नीतीश की जेडीयू ने बताया फिजूलखर्ची: वहीं आरजेडी के साथ ही जेडीयू ने भी कार्यक्रम के बहिष्कार का ऐलान किया है. जदयू मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा है कि नए संसद भवन का निर्माण फिजूलखर्ची के अलावा कुछ नहीं है. नए संसद भवन का औचित्य क्या है. महंगाई और बेरोजगारी चरम सीमा पर है हमारी जो पुरखों की विरासत है उसके प्रति बीजेपी के लोगों को सम्मान का भाव नहीं है.
"नया संसद भवन उन परिस्थितियों में बनाया गया जब पूरा देश संकट से जूझ रहा था. कोरोना संकट के काल में लोगों को 50000 की सहायता दे रहे थे. अग्निवीर को पेंशन देने के लिए आपके (पीएम मोदी) पास पैसे नहीं हैं. आप सिर्फ राजनीतिक कलाबाजी कर रहे हैं इसलिए हमारी पार्टी उद्घाटन समारोह में भाग नहीं लेगी."- नीरज कुमार, मुख्य प्रवक्ता, जेडीयू
बीजेपी का सीएम नीतीश कुमार पर हमला: संसद भवन के उद्घाटन समारोह को लेकर विपक्षी दल हमलावर हैं. वहीं बीजेपी ने भी पलटवार किया है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने आरजेडी और जेडीयू के बहिष्कार की घोषणा पर निशाना साधा है. साथ ही सम्राट चौधरी ने सीएम नीतीश कुमार से ही बड़ा सवाल किया है. उन्होंने कहा कि नीतीश ने भी विधानसभा में लगे शिलापट्ट का उद्घाटन किया था. इसपर सफाई दें.
"संसद का उद्घाटन प्रधानमंत्री नही करेंगे तो कौन करेगा. बिहार में तमाम उद्घाटन नीतीश कुमार ने ही किया है. विधानसभा में जो शिलापट्ट लगा है उसे नीतीश पहले तुड़वाएं. अगर नीतीश अपना शिलापट्ट तुड़वाते हैं तो फिर बात सुनूंगा. बिहार में पहले अपना शिलापट्ट तुड़वाए फिर बात करें."- सम्राट चौधरी, अध्यक्ष, बिहार बीजेपी
28 मई को उद्घाटन समारोह: बता दें कि नया संसद भवन बनकर तैयार है. 28 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद भवन का उद्घाटन करेंगे. कुल 28 महीनों में संसद भवन बनकर तैयार हुआ है. लोकसभा और राज्यसभा की ओर से अगस्त 2019 को सरकार से नए संसद भवन के निर्माण के लिए अनुरोध किया गया था. 10 दिसंबर 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए संसद भवन का शिलान्यास किया था. 4 मंजिला संसद भवन में कुल मिलाकर 1224 सांसदों के बैठने की व्यवस्था है. नए संसद भवन को लेकर बिहार में सियासत शुरू हो गई है.