नई दिल्ली : कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि बड़े नेताओं को इस समय पार्टी को एकजुट करना चाहिए. कांग्रेस नेता विजय सिंह लोचव ने कहा कि जिन्होंने राज्य सभा में अपने 30 साल की सेवा दी है, उन नेताओं का सम्मान करते हैं. लेकिन इस तरह के बयान से पार्टी कार्यकर्ताओं पर गलत प्रभाव पड़ रहा है.
उन्होंने आगे कहा कि सोनिया गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने पर कई नेताओं ने पार्टी छोड़ दी थी. उस समय लोग पार्टी के भविष्य को लेकर चिंतित थे. तब से लेकर आज तक कांग्रेस कार्यकर्ता पार्टी की नेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ खड़े हैं और समर्थन में हैं.
पार्टी को कमजोर कर रहे
एक अन्य कांग्रेस कार्यकर्ता ने कहा कि ये कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं. अगर उन्हें लगता है कि संगठन के भीतर कोई मुद्दा है, तो उन्हें पार्टी फोरम पर उठाना चाहिए था. जब पार्टी ने उन्हें शीर्ष पद दिए थे उस समय उन्होंने पार्टी को मजबूत करने के लिए संगठनात्मक सुधारों की आवश्यकता क्यों महसूस नहीं की? आज कांग्रेस जब भाजपा की नीतियों के खिलाफ लड़ रही है, तो ये नेता पार्टी को कमजोर करने की कोशिश क्यों कर रहे हैं.
हरियाण में जुटेंगे असंतुष्ट नेता
कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने जम्मू में एक सार्वजनिक रैली के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की. राज्य इकाई ने सोमवार को आजाद का पुतला जलाकर उनके खिलाफ प्रदर्शन किया. वहीं कांग्रेस के नेता खुलेआम एक-दूसरे पर बंदूक तान रहे हैं और पार्टी के फैसलों पर निशाना साध रहे हैं. वर्तमान में शीर्ष नेतृत्व स्थिति का आकलन कर रहा है. सूत्रों के मुताबिक जी-23 नेता अब कुरुक्षेत्र, हरियाणा में एक और कार्यक्रम की योजना बना रहे हैं.
बीजेपी की है ये साजिश
हालांकि, अभी भी कांग्रेस पार्टी के कुछ सदस्य हैं जो मानते हैं कि कोई विभाजन नहीं है और पार्टी के भीतर जो कुछ भी हो रहा है वह पुरानी पार्टी के भीतर आंतरिक लोकतंत्र के कारण है. दिल्ली कांग्रेस के एक सदस्य ने कहा कि वास्तव में प्रशंसा करना गुलाम नबी आजाद के खिलाफ बीजेपी की साजिश है. लेकिन गुलाम नबी आजाद कांग्रेस पार्टी के एक मजबूत नेता हैं और हमेशा रहेंगे. एक अन्य ने कहा कि कांग्रेस 135 साल पुरानी राजनीतिक पार्टी है, जो एक परिवार की तरह है.
कांग्रेस में आंतरिक लोकतंत्र
ऐसा ही बयान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी दिया था. जब जी-23 ने एक पत्र लिखकर पार्टी नेतृत्व पर सवाल उठाए और संगठनात्मक सुधार की मांग की थी. कहा था कि कांग्रेस एक लोकतांत्रिक पार्टी है. हमें अपने मन की बात खुलकर कहने का अधिकार है. यह बीजेपी की तरह नहीं है, जहां कोई आंतरिक लोकतंत्र नहीं है और उनके दो नेताओं के अलावा किसी को भी किसी मुद्दे पर बोलने की अनुमति है.
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कांग्रेस नेता तारिक अनवर ने कहा कि सबसे पहले हमें चुनाव पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, क्योंकि यह सिर्फ कांग्रेस के लिए नहीं, बल्कि राष्ट्र के लिए भी है. ये राज्य बहुत महत्वपूर्ण है. यदि हम पार्टी के सच्चे शुभचिंतक हैं, तो हमारी प्राथमिकता यह होनी चाहिए कि इन चुनावों में कांग्रेस कैसे बेहतर प्रदर्शन कर सकती है.