श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर पुलिस ने प्रतिबंधित संगठन जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) और हुर्रियत कॉन्फ्रेंस को पुनर्जीवित करने की साजिश से संबंधित एक मामले में 10 लोगों को गिरफ्तार करने का दावा किया है. पुलिस ने 36 से अधिक लोगों को हिरासत में लेने के बाद उनमें से 10 को गिरफ्तार किया.
पुलिस ने यह भी कहा कि गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम की धारा 10, 13 और आईपीसी की धारा 121- ए के तहत एक मामला पहले से ही पुलिस स्टेशन कोठीबाग में दर्ज है. गिरफ्तार किए गए व्यक्ति और अन्य लोग इन संगठनों को पुनर्जीवित करने की योजना बना रहे थे. पुलिस ने एक बयान में कहा कि पाकिस्तान स्थित आकाओं के निर्देश ऐसा किया जा रहा था. बंद होने के कगार पर पहुंचे संगठनों के पुनरुद्धार के लिए काम शुरू करने का एक खुला प्रयास किया गया था.
इसमें आगे कहा गया, 'प्रारंभिक जांच से यह भी पता चला है कि वे विदेश स्थित संस्थाओं के संपर्क में थे. उनमें से कुछ कई समूहों के सदस्य थे जो फारूक सिद्दीकी और जेकेएलएफ के राजा मुजफ्फर के नेतृत्व वाले कश्मीर ग्लोबल काउंसिल जैसे अलगाववाद का प्रचार करते थे.' पुलिस ने कहा, 'मनगढ़ंत बहाने की आड़ में जो बैठक हुई उसका असली एजेंडा पुनरुद्धार की रणनीति पर चर्चा करना था. प्रारंभिक जांच में यह भी पता चला है कि 13 जून 2023 को भी इसी तरह की प्रारंभिक बैठक हुई थी.
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गिरफ्तार किए गए आरोपियों पहचान निगीनबाग निवास मोहम्मद यासीन भट, नटिपोरा का रहने वाला मोहम्मद रफीक पहलु, शम्स यू दीन रहमानी निवासी लालबाजार, जहांगीर अहमद भट निवासी बटेंगो सोपोर, खुर्शीद आह भट निवासी रावलपोरा, शब्बीर आह डार निवासी बादामवारी सोपोर , सज्जाद हुसैन गुल निवासी पंथाचौक, श्रीनगर, फिरदौस आह शाह निवासी अबीगुजर श्रीनगर, पर्रे हसन फिरदौस निवासी लवायपोरा श्रीनगर, सोहेल अहमद मीर निवासी पीरबाग, बडगाम के रूप में हुई है. पुलिस ने आगे कहा कि मामले की जांच की जा रही है. कुछ और गिरफ्तारियां होने की संभावना है.