लखनऊ: आय से अधिक संपत्ति मामले में सीबीआई की रडार में आए हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज एसएन शुक्ला भगाेड़ी कंपनी शाइन सिटी से भी जुड़े हुए थे. सीबीआई सूत्रों के मुताबिक सैकड़ों लोगों काे ठग चुकी इस कंपनी के साथ उनका लेन-देन चल रहा था. सीबीआई की जांच में यह बात भी सामने आई है कि रिटायर्ड जज ने अपने दो प्लाट कंपनी काे महंगे दामाें पर बेचे थे.
सीबीआई ने रिटायर्ड जज एसएन शुक्ला के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में मुकदमा दर्ज किया है. मामले की जांच जारी है. अब तक हुई जांच में सामने आया है कि एसएन शुक्ला ने शाइन सिटी को साल 2012 में 3,67,700 रुपए में खरीदी गई जमीन को 2014 में शाइन सिटी को इससे 10 गुना अधिक 30 लाख में बेची थी. इसी कड़ी में साल 2013 में 3,15,500 रुपए में खरीदी गई जमीन को 2017 में 70 लाख रुपए में कंपनी काे बेची थी.
सीबीआई की जांच रिपोर्ट में लिखा है कि जमीन की खरीद-फरोख्त को लेकर शुक्ला और शाइन सिटी के हिमांशु कुमार के बीच कई बार फोन पर बात हुई है. शाइन सिटी के हिमांशु ने रिटायर्ड जज शुक्ला के कहने पर जमीन की रकम 80 लाख रुपए एक ट्रस्ट के खाते में ट्रांसफर किए थे. साल 2018 में शुक्ला ने लखनऊ में ही अर्थ इंफ्रा से एक प्लॉट खरीदा था. इसके लिए 8 लाख रुपए का भुगतान किया था.
सीबीआई की जांच में शिव शक्ति धाम ट्रस्ट के खाते से साईदीन तिवारी के बेटे के खाते में रकम भेजने के सबूत भी मिले हैं. यही नहीं इसी ट्रस्ट से लाखों रुपए रिटायर्ड जज की दूसरी पत्नी शुचिता तिवारी को भी भेजे गए थे. रिपोर्ट में सीबीआई ने लिखा है कि ट्रस्ट ने शुचिता तिवारी को साल 2015 से 2017 के दौरान 2.84 लाख रुपए भुगतान किए. यही नहीं फैजाबाद की एंजेल ग्रुप एजुकेशन ट्रेनिंग समाजसेवी संस्थान ने भी वर्ष 2015 से 2020 के दौरान शुचिता तिवारी को आठ लाख 62 हजार 362 रुपए दिए थे.
ये है मामला : दरअसल, हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज एसएन शुक्ला और उनके परिजनों के खिलाफ सीबीआई ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में केस दर्ज किया है. नई दिल्ली स्थित सीबीआई मुख्यालय की एंटी करप्शन की यूनिट-टू शाखा ने शुक्ला के अलावा उनकी दूसरी पत्नी शुचिता तिवारी और पहली पत्नी केश कुमारी के भाई साईदीन तिवारी को नामजद किया है. आरोप है कि रिटायर्ड जज ने अप्रैल 2014 से दिसंबर 2019 तक इलाहाबाद और लखनऊ बेंच में जज रहते हुए करोड़ों की संपत्ति बनाई. सीबीआई की जांच में सामने आया है कि शुक्ला ने 2014-19 के बीच अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर 2.54 करोड़ रुपए की संपत्ति जमा की.
सीबीआई ने एफआईआर में बताया है कि शुक्ला ने 1 अप्रैल 2014 से 6 दिसंबर 2019 तक सुचिता तिवारी और सईदीन तिवारी (पहली पत्नी के भाई) के नाम पर 2.54 करोड़ रुपए की संपत्ति अर्जित की. यह उनकी आय के ज्ञात स्रोतों से 165 प्रतिशत अधिक है. शुक्ला साल 2005 में 5 अक्टूबर को इलाहाबाद हाईकोर्ट में जज बने थे. इसके बाद साल 2020 में 17 जुलाई को वह रिटायर हाे गए थे.
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