लखनऊ: भारत के 73वें गणतंत्र दिवस को पूरे देश में हर्ष और उल्लास के साथ आज मनाया गया. वहीं, हर साल की तरह इस बार भी 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर राजधानी लखनऊ की ईदगाह में दारूल उलूम फरंगी महल के छात्रों द्वारा कौमी तराने गाकर जश्न मनाया गया. इस मौके पर इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के चेयरमैन और वरिष्ठ मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना खालिद रशीद ने झंडारोहण किया.
73वें गणतंत्र दिवस की बधाइयों का सिलसिला पूरे देश में जारी है. सुबह से ही जगह-जगह झंडारोहण और राष्ट्रगान गाकर लोग देशभक्ति की मिसाल पेश कर रहे हैं. वहीं, मदरसे के बच्चे भी किसी से पीछे नहीं रहना चाहते. रिपब्लिक डे के मौके पर लखनऊ के मशहूर और ऐतिहासिक मदरसे दारूल उलूम फरंगी महल में छात्रों द्वारा देशभक्ति के गीत प्रस्तुत किए गए. इस मौके पर मदरसे के कई मौलानाओं समेत मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली विशेष तौर से उपस्थित रहे.
मौलाना फरंगी माहली ने दारूल उलूम में झंडारोहण किया और बच्चों की हौसला अफजाई की. मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा कि आज के मौजूद वक्त में भी हम सबको हमेशा की तरह मिलकर देश के संविधान को बचाना होगा और सेकुलर मुल्क की पहचान देना होगी. मौलाना ने कहा कि इस देश में नफरत और घृणा की कोई जगह नहीं है और हमेशा से हिंदू-मुसलमान साथ रहते आए है और आगे भी रहेंगे.
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मौलाना ने कहा कि देश की आजादी में मुसलमानों का भी अहम योगदान रहा है और कई उलमा ने अपनी गर्दने तक कटवा दी हैं. उन्होंने कहा कि हमको इस देश की आजादी को संभाल कर रखना है और आने वाली पीढ़ियों को अपने इतिहास को जानना चाहिए, जिससे मुल्क में नफरत की जगह भाईचारे और आपसी प्रेम को बढ़ावा मिल सकें.