नई दिल्ली/जोधपुर : देश में आज 74वां गणतंत्र दिवस मनाया जा रहा है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में उत्साह के साथ मनाया गया, जहां राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया और कर्तव्य पथ पर रंगीन झांकियां निकाली गई. वहीं, गणतंत्र दिवस के अवसर पर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जो हर साल अपने आकर्षक पगड़ी में नजर आते हैं, इस साल बहुरंगी राजस्थानी पगड़ी पहनी थी. गणतंत्र दिवस परेड से पहले, पीएम मोदी जैसे ही राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पहुंचे, उनके पहनावे की पहली झलक सामने आई. उनकी ये विशिष्ट पगड़ी के साथ उन्हें काले कोट और सफेद पैंट के साथ सफेद कुर्ता पहने देखा गया. पीएम मोदी ने गले में सफेद रंग का स्टोल भी बांध रखा था.
पीएम मोदी के पचरंगी मोठडा साफा की खासियत : इस बार 26 जनवरी को उन्होंने जो डिजाइनर साफा पहना, जो चर्चा में है. यह साफा राजस्थानी जोधपुरी टच लिए पचरंगी मोठडा साफा है. इस साफे के कपड़े पर पचरंगी लहरिया पर क्रॉस धारियों की डिजाइन होती है. इसके अलावा सिर पर एक सलवटों से एक पंख बनता है. जो पीछे का भाग लटकता है, उसे मोठडा कहते हैं. जोधपुर में साफे के विशेषज्ञ महिपाल सिंह राठौड़ का कहना है कि यह साफा मुख्यत: गुजरात के कच्छ में भी चलता है. जोधपुरी टच के साथ बनने वाला साफा काफी आकर्षक होता है. राजस्थान में मोठडा साफा बंधेज के साथ चलता है. महिपाल सिंह राठौड़ पीएम मोदी के लिए 15 अगस्त और 26 जनवरी के विशेष आयोजन के लिए साफे बना चुके हैं. गत बार 26 जनवरी के लिए उन्होंने 8 साफे भेजे थे, जिनमें लहरिया बंधेज व पचरंगी साफे शामिल थे.
चूड़ीदार सलवार और बंद गले का कोट : इस बार पीएम मोदी ने अपनी पोशाक में चूड़ीदार पजामा-कुर्ता चुना. इसके अलावा उन्होंने बंद गले का कोट ऊपर पहना. बंद गले का कोट भी जोधपुर की पहचान है, जो जोधपुरी सूट में शामिल होता है. इन मौकों पर पहले कई बार मोदी जोधपुरी सूट पहन चुके हैं. 2015 में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथी थे, तब मोदी ने रंगीन राजस्थानी साफा पहना था.
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हर बार अलग-अलग साफा : मोदी हर बार गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस के दौरान अपने सिर पर अलग-अलग साफा या पगड़ी पहनते हैं. इनमें जरूरी नहीं कि वह गुजरात या राजस्थान का हो. वे कई अन्य प्रदेशों की पोशाक की अभिन्न अंग रही पगड़ी भी पहन चुके हैं. मोदी के हर पहवाने का अपना संदेश होता है, जो हर बार वे देते रहे हैं. उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री बनने के बाद 2015 में पहली बार परेड में शामिल हुए नरेंद्र मोदी ने राजस्थानीय बंधनी पगड़ी पहनी थी. तब से पीएम मोदी हर साल गणतंत्र दिवस पर आकर्षक पगड़ियों में नजर आए हैं. साल 2016 में गणतंत्र दिवस पर उन्होंने पीले रंग की पगड़ी पहनी थी. इसके बाद 2017 में गुलाबी रंग की सफेद बॉर्डर वाली पगड़ी, 2018 में लाल और पीले रंग की पगड़ी, 2019 में लाल रंग के साथ सुनहरी धारियों वाली पगड़ी, 2021 में जामनगर के राॅयल परिवार की ओर से उपहार में मिली लाल पगड़ी, 2022 में उत्तराखंड की ब्रह्मकमल टोपी (पहाड़ी टोपी) और इस साल 2023 में पीली और केसरिया रंग की राजस्थानी पगड़ी उन्होंने पहनी थी.
गणतंत्र दिवस समारोह की शुरुआत राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि समारोह के साथ हुई. जहां पीएम मोदी ने शहीद नायकों को पुष्पांजलि अर्पित की. बाद में, पीएम मोदी और अन्य गणमान्य व्यक्ति गणतंत्र दिवस परेड देखने के लिए कर्तव्य पथ पर सलामी मंच की ओर बढ़े. इससे पहले गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर सभी भारतीयों को बधाई दी थी. उन्होंने ट्वीट किया, 'हम देश के महान स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों को साकार करने के लिए एकजुट होकर आगे बढ़ें. सभी साथी भारतीयों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं!'