नई दिल्ली : लोक सभा में पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय की अनुदान मांगों पर चर्चा का जवाब देते हुए सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि पिछले सात साल में उनके मंत्रालय ने जो काम किया है, इसके पीछे पीएम मोदी का कुशल नेतृत्व है. उन्होंने कहा कि जलमार्ग में जो क्षमता और शक्ति है, पहले की सरकारें उसे पहचानने में नाकाम रहीं. सोनोवाल ने कहा कि पीएम मोदी ने अपने विजन से हमारा मार्गदर्शन किया. उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री ने निष्ठा और भक्तिभाव के साथ भारत माता की सेवा की है, इसलिए हर कार्यक्रम सफल हो रहा है. देश के लोग भी अभूतपूर्व योगदान दे रहे हैं. अगर उन्होंने पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय को लक्ष्य नहीं दिया होता तो हम मेहनत नहीं करते.
उन्होंने कहा कि इनलैंड वाटरवेज की प्रगति के सिलसिले में इंडिया मैरिटाइम विजन 2030, सागरमाला 2035 जैसी परियोजनाओं का संचालन इस बात का प्रमाण है कि इंफ्रास्ट्रकचर विकसित करने के लिए सरकार गंभीरता से काम कर रही है. 7517 किलोमीटर के समुद्र तटीय सीमा का जिक्र कर सोनोवाल ने कहा कि जलमार्ग में असीम क्षमताएं हैं.
उन्होंने कहा कि सरकार बंदरगाह नीत औद्योगिकीकरण, तटीय सामुदायिक विकास एवं पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये काम कर रही है जिससे हर क्षेत्र का विकास होगा. उन्होंने कहा कि पहली बार देश के पूर्वी एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र को विकास की मुख्यधारा से जोड़ा जा रहा है.
सोनोवाल ने कहा कि सरकार राज्यों के साथ मिलकर निजी सार्वजनिक साझेदारी (पीपीपी) के तहत बंदरगाहों के विकास के लिये काम कर रही है. मंत्री के जवाब के बाद सदन ने कुछ सदस्यों के कटौती प्रस्तावों को अस्वीकार करते हुए वर्ष 2022-23 के लिए पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय के नियंत्रणाधीन अनुदानों की मांगों को मंजूरी दे दी.
सोनोवाल ने कहा कि हमारी सरकार जलमार्गों के विकास की परियोजना पर काम कर रही है तथा अर्थ गंगा परियोजना को भी बढ़ावा दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि लम्बे समय के इंतजार के बाद गंगा नदी में मालवाहक पोत के जरिये सामान की ढुलाई की गई और पांच फरवरी को पटना से शुरू होकर बांग्लादेश और फिर गुवाहाटी तक सामान पहुंचाया गया.
उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को पोत और पत्तन क्षेत्र से जोड़ा जा रहा है और इन सभी क्षेत्रों में सुधार और वृद्धि का परिणाम लोग महसूस कर रहे हैं. मंत्री ने इस संबंध में प्रधानमंत्री गति शक्ति राष्ट्रीय कार्यक्रम का भी उल्लेख किया और कहा कि इसे राज्यों एवं निजी क्षेत्र के साथ मिलकर पूरा किया जाएगा.
इससे पहले चर्चा की शुरुआत केरल की त्रिशूर सीट से कांग्रेस सांसद टीएन प्रतापन ने की. इसके बाद असम की मंगलदोई लोक सभा सीट से निर्वाचित भाजपा सांसद दिलीप सैकिया ने करीब आधे घंटे का वक्तव्य दिया. अपने संबोधन के अंत में उन्होंने भारत माता की जय कहा, जिस पर पीठासीन सभापति एनके प्रेमचंद्रन ने सांसदों को सदन के अंदर स्लोगन और नारेबाजी से बचने की सलाह दी.
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भाजपा सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल बिहार की महाराजगंज लोक सभा सीट से निर्वाचित हैं. लोक सभा में पत्तन,पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय की अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जलमार्ग के विकास को मिली स्वीकृति के कारण कई राज्यों और जिलों को जोड़ने की दिशा में भी उल्लेखनीय काम किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि इससे माल ढुलाई के अलावा धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा दिया जा सकता है.