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कोरोना संकट के बीच बाहर से भेजे गए धन में आई कमी, विकसित देशों पर कोई प्रभाव नहीं

कोरोना वायरस महामारी के बीच दुनिया के कई देशों में बाहर से भेजे गए धन (global remittances) में कमी आई है. हालांकि 2020 में भारत को मिली रकम वर्ष 2019 के मुकाबले महज 0.2 फीसदी कम है. विकसित देशों पर इस प्रकार के धन का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है.

कोरोना संकट
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Published : May 21, 2021, 8:35 PM IST

हैदराबाद : कोरोना वायरस महामारी के बीच दुनिया के कई देशों में बाहर से भेजे गए धन (global remittances) में कमी आई है. वर्ल्‍ड बैंक (World Bank) की रिपोर्ट के मुताबिक, 2020 में रेमिटेंस के 702 बिलियन होने की उम्मीद है, जो 2019 के 719 बिलियन के मुकाबले -2.4 फीसद कम है. वहीं बाहर से भेजे जाने वाले धन में मध्यम आय वाले लोगों ने देशों में कम धन भेजा, इस वजह से 548 अरब डॉलर के मुकाबले 540 अरब डॉलर मिले जो -1.6 प्रतिशत हैं. 2020 में भारत को मिली रकम वर्ष 2019 के मुकाबले महज 0.2 फीसदी कम है.

कोविड-19 महामारी के दौरान बाहर से कम व मध्यम आय वाले देशों में पर्याप्त राशि भेजी गई.

मैक्सिको दुनिया का सबसे बड़ा तीसरा बड़ा रेमिटेंस रहा, जबकि मिस्र, पाकिस्तान और बांग्लादेश क्रमश: पांचवें, छठे और आठवें स्थान पर रहे. विकासशील देशों में भारत और फिलीपींस को 2019 की तुलना में 2020 में क्रमश: 0.2 फीसद और 0.7 फीसद नुकसान हुआ.

पढ़ें - आरबीआई अपने सरप्लस से ₹ 99,122 करोड़ केंद्र सरकार को देगी

दूसरी तरफ विकसित दस प्रमुख देशों में फ्रांस और जर्मनी को बाहर से पर्याप्त राशि भेजी गई. हालांकि इन देशों के लिए आमतौर पर उनकी अर्थव्यवस्था पर इसका बहुत ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ता है.

दो यूरोपीय देशों के साथ-साथ चीन में 2020 में रेमिटेंस सकल घरेलू उत्पाद के एक प्रतिशत से भी कम रहा. वहीं प्रमुख दस देशों में इसकी संख्या 3 फीसद से लेकर लगभग 10 फीसद तक थी. इसमें पाकिस्तान द्वारा सबसे अधिक 9.9 फीसद व फिलीपींस द्वारा 9.6 फीसद बताया गया था.

इतना ही नहीं विश्व बैंक रैंकिंग के मुताबिक बाहर से भेजे गए धन पर सबसे अधिक निर्भर देश टोंगा (जीडीपी का 37.7 फीसद) के साथ-साथ सोमालिया (जीडीपी का 35.3 फीसद) और लेबनान (जीडीपी का 32.9 फीसद) थे. हालांकि कोरोना काल में बाहर से भेजे जाने वाले धन से भारत को सबसे अधिक 83.1 बिलियन डॉलर प्राप्त होने की उम्मीद है.

पाकिस्तान के रेमिटेंस में बढ़त, नाइजीरिया में भारी गिरावट

विश्‍व बैंक के मुताबिक, कोरोना संकट के बीच पड़ोसी पाकिस्तान (Pakistan) में 2020 के दौरान रेमिटेंस में उछाल आया है. वहीं अन्य प्रमुख देशों में 2019 के मुकाबले भेजी गई रकम (बिलियन अमेरिकी डॉलर में) इस प्रकार रही. भारत को 83.1 (-0.2), चीन 59.5 (-13), मैक्सिको 42.9 (9.9) अरब डॉलर मिले. वहीं फिलीपींस 34.9 (-0.7), मिस्र 29.6 (10.5), पाकिस्तान 26.1 (17.4), फ्रांस 24.5 (-8.8) के अलावा जर्मनी 17.9 (-2) व नाइजीरिया का 17.2 (-27.7) फीसद रकम भेजी गई.

हैदराबाद : कोरोना वायरस महामारी के बीच दुनिया के कई देशों में बाहर से भेजे गए धन (global remittances) में कमी आई है. वर्ल्‍ड बैंक (World Bank) की रिपोर्ट के मुताबिक, 2020 में रेमिटेंस के 702 बिलियन होने की उम्मीद है, जो 2019 के 719 बिलियन के मुकाबले -2.4 फीसद कम है. वहीं बाहर से भेजे जाने वाले धन में मध्यम आय वाले लोगों ने देशों में कम धन भेजा, इस वजह से 548 अरब डॉलर के मुकाबले 540 अरब डॉलर मिले जो -1.6 प्रतिशत हैं. 2020 में भारत को मिली रकम वर्ष 2019 के मुकाबले महज 0.2 फीसदी कम है.

कोविड-19 महामारी के दौरान बाहर से कम व मध्यम आय वाले देशों में पर्याप्त राशि भेजी गई.

मैक्सिको दुनिया का सबसे बड़ा तीसरा बड़ा रेमिटेंस रहा, जबकि मिस्र, पाकिस्तान और बांग्लादेश क्रमश: पांचवें, छठे और आठवें स्थान पर रहे. विकासशील देशों में भारत और फिलीपींस को 2019 की तुलना में 2020 में क्रमश: 0.2 फीसद और 0.7 फीसद नुकसान हुआ.

पढ़ें - आरबीआई अपने सरप्लस से ₹ 99,122 करोड़ केंद्र सरकार को देगी

दूसरी तरफ विकसित दस प्रमुख देशों में फ्रांस और जर्मनी को बाहर से पर्याप्त राशि भेजी गई. हालांकि इन देशों के लिए आमतौर पर उनकी अर्थव्यवस्था पर इसका बहुत ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ता है.

दो यूरोपीय देशों के साथ-साथ चीन में 2020 में रेमिटेंस सकल घरेलू उत्पाद के एक प्रतिशत से भी कम रहा. वहीं प्रमुख दस देशों में इसकी संख्या 3 फीसद से लेकर लगभग 10 फीसद तक थी. इसमें पाकिस्तान द्वारा सबसे अधिक 9.9 फीसद व फिलीपींस द्वारा 9.6 फीसद बताया गया था.

इतना ही नहीं विश्व बैंक रैंकिंग के मुताबिक बाहर से भेजे गए धन पर सबसे अधिक निर्भर देश टोंगा (जीडीपी का 37.7 फीसद) के साथ-साथ सोमालिया (जीडीपी का 35.3 फीसद) और लेबनान (जीडीपी का 32.9 फीसद) थे. हालांकि कोरोना काल में बाहर से भेजे जाने वाले धन से भारत को सबसे अधिक 83.1 बिलियन डॉलर प्राप्त होने की उम्मीद है.

पाकिस्तान के रेमिटेंस में बढ़त, नाइजीरिया में भारी गिरावट

विश्‍व बैंक के मुताबिक, कोरोना संकट के बीच पड़ोसी पाकिस्तान (Pakistan) में 2020 के दौरान रेमिटेंस में उछाल आया है. वहीं अन्य प्रमुख देशों में 2019 के मुकाबले भेजी गई रकम (बिलियन अमेरिकी डॉलर में) इस प्रकार रही. भारत को 83.1 (-0.2), चीन 59.5 (-13), मैक्सिको 42.9 (9.9) अरब डॉलर मिले. वहीं फिलीपींस 34.9 (-0.7), मिस्र 29.6 (10.5), पाकिस्तान 26.1 (17.4), फ्रांस 24.5 (-8.8) के अलावा जर्मनी 17.9 (-2) व नाइजीरिया का 17.2 (-27.7) फीसद रकम भेजी गई.

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